हमारे आस-पास कई ऐसे पौधे देखने को मिलते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इन्हीं में से एक है इसबगोल। यह एक गुणकारी पौधा है, जो स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं के लिए उपयोग में लाया जाता है।
इसबगोल के लाभ जानने के बाद आप भी इसका इस्तेमाल करने के बारे में एक बार जरूर सोचेंगे। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको इसबगोल के फायदे, इसबगोल भूसी के लाभ से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां देने जा रहे हैं, ताकि आप इसका बेहतर तरीके से उपयोग कर सकें। आइए सबसे पहले जानते हैं कि इसबगोल क्या है?
ईसबगोल क्या है – What is Psyllium Husk in Hindi
ईसबगोल एक झाड़ीनुमा पौधा है, जो कुछ गेहूं के पौधे की तरह दिखता है। इसका वैज्ञानिक नाम प्लांटागो ओवाटा (Plantago ovata) है। इनके सिरों में गेहूं जैसी बालियां लगती हैं। इसके बीजों के ऊपर सफेद भूसी होती है। स्वास्थ्य से जुड़ी हुई कई समस्याओं के लिए ईसबगोल की भूसी से लेकर इसकी पत्तियों और फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। आइए अब जानते हैं कि ईसबगोल कैसे बनता है।
ईसबगोल क्या है जानने के बाद आइए अब जानते हैं कि यह कैसे बनता है ?
ईसबगोल कैसे बनता है?
ईसबगोल के पौधे में जब भूसी आ जाती है, तो पौधे को काटकर और अगर मिट्टी में नमी है, तो पौधे को जड़ से उखाड़ लिया जाता है। इसके बाद ईसबगोल के पौधे को धूप में सुखाया जाता है। जब यह पौधा सूख जाता है, तो उसकी बालियों से ईसबगोल को अलग कर लिया जाता है। ईसबगोल की बालियों से भूसी को अलग करके इसे साफ कर लिया जाता है। भूसी को अलग करने के लिए इसे 6-7 बार पीसा भी जाता है। शुद्ध रूप में आने पर इसबगोल सफेद रंग का दिखने लगता है।
लेख के अगले भाग में आपको ईसबगोल के फायदे के बारे में बताया जा रहा है।
ईसबगोल के फायदे – Benefits of Psyllium Husk (Isabgol) in Hindi
स्वास्थ्य से जुड़ी हुई कई समस्याओं के लिए ईसबगोल के फायदे कुछ इस प्रकार लाभदायक साबित हो सकते हैं।
1. कब्ज की समस्या में
कब्ज की समस्या से अगर आप परेशान हैं, तो ईसबगोल का सेवन आपको इस समस्या से राहत दिला सकता है। ईसबगोल में घुलनशील फाइबर की मात्रा पाई जाती है। घुलनशील फाइबर प्राकृतिक रूप से सभी घटक (Component) मौजूद होते हैं, जो कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने का काम कर सकते हैं (1)।
2. पाचन के लिए
एक स्वस्थ शरीर के लिए पाचन क्रिया का ठीक रहना बहुत जरूरी है और ईसबगोल इसमें आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, पाचन क्रिया को अच्छी तरह से कार्य करने के लिए फाइबर की आवश्यकता होती है और अगर आहार के जरिए इसे लिया जाए तो पाचन की क्रिया संतुलित बनी रह सकती है। फाइबर की पूर्ति के लिए आप ईसबगोल का सेवन कर सकते हैं (2), (3)।
3. वजन घटाने और कोलेस्ट्रॉल संतुलन के लिए
वजन घटाने के लिए भी इसबगोल आपकी मदद कर सकता है। यहां भी इसमें मौजूद फाइबर के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, फाइबर युक्त आहार का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे अतिरिक्त भोजन करने की इच्छा में सुधार होता है। इस प्रकार आप अपने वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं (2), (3)।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने के लिए भी इसबगोल भूसी के लाभ देखे जा सकते हैं। इसबगोल में मौजूद फाइबर का सेवन लाभदायक होता है। यह कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित (Absorb) करने के लिए प्रयोग किया जाता है, जो मल त्याग के दौरान शरीर से बाहर निकल जाते हैं। साथ ही साथ इसबगोल का सेवन करने से लो डेंसिटी लिप्रोप्रोटीन (खराब कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को कम किया जा सकता है (4)।
4. मधुमेह में लाभदायक
मधुमेह की स्थिति में खान-पान पर ध्यान देना बहुत आवश्यक होता है, ताकि मधुमेह के जोखिम को कम किया जा सके। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार यह देखा गया कि मधुमेह की स्थिति में अगर आप इसबगोल का सेवन करते हैं तो यह ग्लाइसेमिक ( खाद्य पदार्थों में कार्बोहाईड्रेट का स्तर) और लिपिड को नियंत्रित (glycemic and lipid control) कर सकता है, जो टाइप-2 मधुमेह वाले लोगों में मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है (5)।
5. हृदय स्वास्थ्य के लिए
हृदय स्वास्थ्य के लिए भी ईसबगोल की भूसी के फायदे देखे जा सकते हैं, जो कई प्रकार के हृदय रोगों के खतरे को कम कर सकता है (4)। इसके अतिरिक्त यह भी देखा गया कि इसबगोल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है (6)। जबकि कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके हृदय जोखिमों को कम किया जा सकता है (7)।
6. बवासीर के लिए
बवासीर की स्थिति में पीड़ित को मल त्याग के समय खून आने की समस्या के साथ दर्द का भी सामना करना पड़ता है (8)। जबकि इसबगोल भूसी के लाभ इस समस्या के जोखिम को कम कर सकते हैं। दरअसल, इसबगोल भूसी का सेवन करने से इसमें मौजूद फाइबर बवासीर के दौरान होने वाले रक्तस्राव को कम कर सकता है (9)।
7. आंतों और उत्सर्जन प्रणाली की सुरक्षा के लिए (Protects Intestines And Excretory System)
आंतों को स्वस्थ रखने के लिए भी ईसबगोल खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। विशेषज्ञों के द्वारा किए गए एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, ईसबगोल का प्रयोग करने से आंत में पानी की मात्रा बढ़ती है, जिससे शौच में आसानी होती है। साथ ही इससे आंत का कार्य सामान्य रूप से चलता रहता है (10)।
इसके अलावा, उत्सर्जन प्रणाली ( Excretory System – शरीर से गंदगी बाहर निकालने की एक प्रक्रिया) को बेहतर रखने के लिए ईसबगोल की भूसी को के आहार रूप में लेने लिया जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर गैस्ट्रिक एसिड स्राव को कम करके पाचन तंत्र की रक्षा कर सकते हैं। इसलिए, इसका सही मात्रा में सेवन किया जाए तो यह गैस्ट्रिक समस्या और अल्सर के जोखिम को कम कर सकता है (11)।
8. डायरिया और कोलन सफाई के लिए (Diarrhea and Colon Cleansing)
डायरिया की स्थिति में भी आपको ईसबगोल खाने के फायदे लाभ पहुंचा सकते हैं। दरअसल, ईसबगोल खाने के फायदे से शरीर को फाइबर की पूर्ति होगी, जिससे डायरिया होने का खतरा कई गुना तक कम हो सकता है (12)।
कोलन सफाई (Colon Cleansing) रूप में भी इसबगोल के फायदे देखे जा सकते हैं, क्योंकि इसके सेवन से आंत में पानी की मात्रा बढ़ती है, जिससे कोलन की कार्यप्रणाली को बढ़ावा मिलता है (13)।
ईसबगोल के फायदे जानने के बाद लेख के इस भाग में आपको ईसबगोल के पोषक तत्वों की जानकारी दी जा रही है।
इसबगोल के पौष्टिक तत्व – Isabgol Nutritional Value in Hindi
इसबगोल के पौष्टिक तत्वों को नीचे तालिका के माध्यम से दर्शाया जा रहा है (3)।
पोषकतत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
---|---|
उर्जा | 375kcal |
प्रोटीन | 5.0g |
कुल लिपिड (वसा) | 6.25g |
कार्बोहाइड्रेट | 75.00g |
फाइबर, कुल डाइटरी | 10.0g |
शुगर, कुल | 30.00 g |
मिनरल | |
कैल्शियम | 50mg |
आयरन | 1.80mg |
पोटेशियम | 262mg |
सोडियम | 288mg |
विटामिन | |
विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड | 0.0mg |
विटामिन ए, आईयू | 0IU |
लिपिड | |
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड | 2.500g |
फैटी एसिड, टोटल ट्रांस | 0.000g |
कोलेस्ट्रॉल | 0 mg |
आइए अब जानते हैं कि इसबगोल खाने का सही तरीका क्या है।
इसबगोल खाने का सही तरीका – How to Use Isabgol in Hindi
इसबगोल को आप इस प्रकार खा सकते हैं-
- इसबगोल को पानी में भिगोकर खाया जा सकता है।
- दूध के साथ इसबगोल का सेवन किया जा सकता है।
- गुनगने पानी के साथ इसबगोल का सेवन किया जा सकता है।
- त्रिफला पाउडर के साथ भी इसबगोल का सेवन किया जा सकता है।
- इसबगोल को दही के साथ भी खाया जा सकता है।
कब खाएं – इसबगोल का सेवन आप सुबह और रात में खाना खाने के बाद कर सकते हैं। हालांकि, गर्भावस्था में इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
कितना खाएं – इसबगोल की एक दिन में 5-10 ग्राम मात्रा का सेवन किया जा सकता है। इससे अतिरिक्त मात्रा का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह लें।
ईसबगोल खाने के फायदे जानने के बाद अब आपको ईसबगोल के नुकसान के बारे में बताया जा रहा है।
ईसबगोल के नुकसान – Side Effects of Psyllium Husk in Hindi
ईसबगोल के नुकसान कुछ इस प्रकार हैं-
- इसके अधिक सेवन से इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा से आपको पेट फूलने, सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या भी हो सकती है (3) (2)।
- बवासीर के समय इसका अधिक सेवन करने से फाइबर की बढ़ी हुई मात्रा आपको नुकसान पहुंचा सकती है (9)।
- ईसबगोल में कैल्शियम होता है। इसका अधिक सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर और हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता है (3), (14)।
- आपका शरीर अगर सोडियम के प्रति संवेदनशील है, तो इसके अधिक सेवन से आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझना पड़ सकता है (3), (15)।
अभी आपने पढ़ा कि ईसबगोल क्या है और अपने आहार में इसे शामिल करके कैसे ईसबगोल खाने के फायदे लिए जा सकते हैं। हालांकि, इसबगोल का सेवन बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कराने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूरी लें। इसके सेवन के दौरान अगर बताए गए किसी भी दुष्प्रभाव का पता चलता है, तो सीधे डॉक्टर से संपर्क करें। अगर इसबगोल से सेवन से जुड़ा कोई प्रश्न आपको परेशान कर रहा है, तो नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स के जरिए हम तक अपनी बात अवश्य पहुंचाएं। हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा।
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