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ऑयल पुलिंग के 10 फायदे और नुकसान – Oil Pulling Benefits and Side Effects in Hindi

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खान-पान में गड़बड़ी और स्वच्छता की कमी से कई तरह की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जिनमें मुंह से जुड़ी तकलीफ भी शामिल है। हालांकि, मुंह से जुड़ी परेशानियों से निजात पाने के लिए बाजार में ढेरों उत्पाद उपलब्ध हैं, लेकिन इनका नकारात्मक प्रभाव समस्या को बढ़ा भी सकता है। ऐसे में प्राकृतिक और हर्बल उपचार आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। हमारे साथ जानिए मुंह और अन्य परेशानियों के लिए ऑयल पुलिंग करना कितना लाभकारी है। स्टाइलक्रेज के इस लेख हम आपको ऑयल पुलिंग के फायदे के साथ-साथ ऑयल पुलिंग के नुकसान के विषय में भी जानकारी देंगे, साथ ही यह भी बताएंगे कि घर में ऑयल पुलिंग कैसे करें?

आइए, सबसे पहले जानते हैं कि क्या है ऑयल पुलिंग।

ऑयल पुलिंग क्‍या है? – What is Oil Pulling in Hindi

ऑयल पुलिंग मौखिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार है। जिसमें विभिन्न तेलों का उपयोग कर मुंह से संबंधित कई समस्याओं का इलाज किया जाता है। प्राचीन चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में इसका वर्णन ‘कावला ग्रहा’ या ‘कावला गंडोशा’ के रूप में मिलता है। गंडोशा विधि के अनुसार मुंह में पूरी तरह से तेल भरा जाता है, लेकिन इससे गरारे करना असंभव होता है। वहीं, कावला ग्रेहा विधि में कम मात्रा में तेल का उपयोग किया जाता है, जिससे गरारा करना आसान हो जाता है (1)। ऑयल पुलिंग एक कारगर उपचार है, जो न सिर्फ मुंह, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

ऑयल पुलिंग के बारे में जानने के बाद यहां हम ऑयल पुलिंग करने की विधि बता रहे हैं।

ऑयल पुलिंग कैसे करें – How to do Oil Pulling in hindi

ऑयल पुलिंग प्राचीन चिकित्सा पद्धितियों में से एक है। इसको करने की विधि ज्यादा कठिन नहीं है। कुछ सावधानियों के साथ आप इस विधि को कर सकते हैं। यह विधि इस प्रकार है (1):

सामग्री:

  • तिल का तेल, सूरजमुखी का तेल या नारियल का तेल

विधि:

  • सुबह नाश्ते से लगभग 20 मिनट पहले आप पालथी लगाकर बैठ जाएं।
  • अब अपनी ठोड़ी को ऊपर की ओर करके लगभग एक बड़ा चम्मच ऊपर बताया गया कोई भी तेल अपने मुंह में लें।
  • अब मुंह बंद करें और थोड़ा जोर लगाकर तेल को अच्छी तरह मुंह के अंदर घुमाएं।
  • इस बात का ध्यान रहे कि तेल को निगलना नहीं है, क्योंकि इसमें बैक्टीरिया के साथ-साथ हानिकारक विषाक्त पदार्थ हो सकते हैं, जो आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकते हैं।
  • जब तेल दूधिया सफेद जैसा हो जाए, तो आप इसे थूक दें।
  • इसके बाद गर्म पानी या फिर सादे पानी से अच्छी तरह कुल्ला कर लें।
  • कुल्ला करने के बाद डेली पेस्ट और ब्रश से आप मंजन कर लें।

आप इस विधि को रोजाना खाली पेट तीन बार कर सकते हैं। रोजाना ऑयल पुलिंग करने के कई सारे फायदे आपको देखने मिल सकते हैं।

विधि के बाद यहां हम आपको ऑयल पुलिंग से होने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं।

ऑयल पुलिंग के फायदे – Benefits of Oil Pulling in Hindi

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ऑयल पुलिंग से न सिर्फ आपके मुंह और दांतों को एक सुरक्षा-कवच प्राप्त होता है, बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं। नीचे जानते हैं ऑयल पुलिंग के फायदों के बारे में।

1. हानिकारक बैक्टीरिया का मुकाबला करे

जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा ऑयल पुलिंग का उपयोग प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। ऑयल पुलिंग के लिए उपयोग किए जाने वाले तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल और नारियल के तेल में एंटिबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं (2)। तेल में पाया जाने वाला यह गुण न सिर्फ आपके मुंह के कीटाणुओं की सफाई करने में मदद करता है, बल्कि दांतों से प्लेग हटाने का काम भी करता है (3)।

2. मुंह की दुर्गंध को दूर करने के लिए

To remove the bad smell of the mouth

Shutterstock

मुंह की गंदगी, मसूड़ों की समस्या और दांतों की सड़न मुंह की दुर्गंध का कारण बनते हैं। ऑयल पुलिंग में उपयोग हाेने वाले तिल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो उपरोक्त सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं, जिससे मुंह की दुर्गंध से निजात पाया जा सकता है (4)।

3. कैविटी की समस्या को दूर करने के लिए

मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया दांतों में प्लेग का कारण बनते हैं, जिससे कैविटी यानी दातों में खोखलेपन की समस्या खड़ी हो जाती है (5)। जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि ऑयल पुलिंग के लिए तिल, नारियल और सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इन तेलों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया से लड़ने का काम करते हैं, जिससे कैविटी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा, इससे दांतों और मसूड़ों की मजबूती भी बरकरार रहती है (1) (3)।

4. मसूड़ों की सूजन काे दूर कर उन्हें स्वास्थ्य रखे

Keep the gums away from inflammation and keep them healthy

Shutterstock

तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल और नारियल के तेल से ऑयल पुलिंग करने से मसूड़ों की सूजन को दूर किया जाता सकता है। इन तेलाें में पाए जाने वाले फैटी एसिड में 45-50 प्रतिशत लॉरिक एसिड होता है। लॉरिक एसिड में सूजन को रोकने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। ये गुण कीटाणुओं से मसूड़ों की सुरक्षा करने के साथ ही उनकी सूजन को कम करने में आपकी मदद करते हैं (2)।

5. दांत दर्द का इलाज करने के लिए ऑयल पुलिंग के फायदे

दांतों पर प्लाक, कैविटी, मसूड़ों की सूजन और दांतों की सड़न दांतों में दर्द का कारण बनते हैं।  इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ऑयल पुलिंग एक आदर्श घरेलू उपचार हो सकता है। ऑयल पुलिंग में उपयोग होने वाले तेलों में (जैसे नारियल का तेल) एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो प्लेग, कैविटी, मसूड़ों की सूजन और दांतों की सड़न जैसी समस्याओं के कारण होने वाले दांत दर्द को दूर करने के साथ ही दांतों की अन्य समस्याओं से निजात दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं (1)।

6. सूखे मुंह से छुटकारा पाने के लिए ऑयल पुलिंग के फायदे

मुंह का सूखना ऐसी स्थिति है, जब बैक्टीरिया या सूक्ष्म जीवों के कारण आपके मुंह में लार ग्रंथियां पर्याप्त लार नहीं बना पाती हैं। इससे मुंह सूखा हुआ रहता है। इसके कारण खुरदरी जीभ, मुंह के छाले और फटे होंठों की समस्या भी हो सकती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ऑयल पुलिंग एक अच्छा समाधान है। ऑयल पुलिंग में उपयोग होने वाले तेलों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद हाेते हैं, जो नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और सूक्ष्म जीवों को खत्म कर देते हैं और मुंह के अंदर मौजूद लार ग्रंथियों को सुचारू रूप से काम करने में मदद करते हैं। इससे पर्याप्त लार का निर्माण होता है और मुंह के सूखने की समस्या से निजात मिल पाता है (1)।

7. सिरदर्द को कम करता है

Reduces headache

Shutterstock

ऑयल पुलिंग से होने वाले फायदे यहीं खत्म नहीं होते। यह और भी कई समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। माना जाता है कि ऑयल पुलिंग प्रक्रिया मुंह को साफ करने के साथ-साथ माइग्रेन और सिरदर्द से छुटकारा दिलाने का काम भी कर सकती है, हालांकि, इस तथ्य की पुष्टि के लिए वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है (1)।

8. शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने के लिए

ऑयल पुलिंग के कई सारे फायदों में एक यह भी है कि यह आपके शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने में भी कारगर हो सकता है। ऑयल पुलिंग आपके शरीर के चयापचय को बढ़ाने का काम करता है (1) और बढ़ा हुआ चयापचय आपके शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने में विशेष योगदान देता है (6)।

9. मुंहासों की रोकथाम के लिए ऑयल पुलिंग के फायदे

ऑयल पुलिंग के लिए कई प्रकार के घरेलू खाद्य तेलों का उपयोग किया जाता है। इन्हीं में से एक है तिल का तेल। तिल में मौजूद विटामिन-ई त्वचा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस तेल से की गई ऑयल पुलिंग प्रक्रिया मुंहासों से निजात दिलाने में मदद कर सकती है, हालांकि इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है (7)।

10. त्वचा को साफ रखने के लिए

To keep the skin clean

Shutterstock

जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि ऑयल पुलिंग करने से ये मुंहासे की रोकथाम और इनके इलाज लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, ऑयल पुलिंग में उपयोग होने वाले तिल के तेल में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के साथ विटामिन-ई भी पाया जाता है, जो त्वचा के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। यह त्वचा को मॉइस्चराइज करने के साथ ही हानिकारक पदार्थों को दूर कर त्वचा को साफ और चमकदार बनाने में आपके लिए फायदेमंद हो सकता है (7)।

यहां तक तो आपने ऑयल पुलिंग के कई सारे फायदे पढ़ लिए, अब बारी है ऑयल पुलिंग के नुकसान को जानने की।

ऑयल पुलिंग के नुकसान – Side Effects of Oil Pulling in Hindi

जरूरी नहीं कि ऑयल पुलिंग से सिर्फ फायदे ही मिलते हों। कई स्थितियों में ऑयल पुलिंग के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। जैसे:

  • ऑयल पुलिंग करते समय तेल को भूल कर भी न निगले, क्योंकि, उसमें आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और टॉक्सिन पदार्थ हो सकते हैं (1)।
  • कई लोगों को कुछ तेल से एलर्जी होती है। अगर वो उस तेल से ऑयल पुलिंग करते हैं, तो उसके हानिकारक परिणाम सामने आ सकते हैं। ऑयल पुलिंग निमोनिया का कारण भी बन सकता है (8)।
  • 5 साल से कम उम्र के बच्चों को ऑयल पुलिंग नहीं करानी चाहिए। नादानी के कारण वो तेल को निगल सकते हैं। जैसा कि ऊपर हमने बताया कि ऑयल पुलिंग के दौरान उपयोग किया जाने वाले तेल बैक्टीरिया और टॉक्सिन युक्त होता है (1), जिसे निगलने से कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं (9)।
  • ज्यादा देर तब ऑयल पुलिंग करने से आपके जबड़ों में अकड़न जैसी समस्या हो सकती है।

अब आप जान गए होंगे कि किस प्रकार आप ऑयल पुलिंग से मुंह के स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्य शारीरिक समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है। साथ ही आपने जाना कि ऑयल पुलिंग कैसे करें और इस विधि के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों और ऑयल पुलिंग के नुकसान को भी पढ़ा। आशा करते हैं कि ऑयल पुलिंग के ऊपर प्रकाश डालता यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप अपने किसी सवाल या अनुभव के माध्यम से हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं, तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स की मदद ले सकते हैं।

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बाल बढ़ाने के लिए नारियल के दूध का उपयोग – Coconut Milk For Hair Growth in Hindi

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आपने कई हिंदी फिल्मों के गानों में घने, मुलायम और रेशमी बालों का जिक्र सुना होगा। बाल ऐसी चीज है, जो न सिर्फ महिलाओं के लिए, बल्कि पुरुषों की सुंदरता के लिए भी जरूरी है। इसलिए, इनका विशेष ख्याल रखना आपकी जिम्मेदारी है, क्योंकि किसी भी तरह की लापरवाही इनके झड़ने का कारण बन सकती है। इसलिए, हम आपको स्टाइलक्रेज के इस लेख में बाल बढ़ाने के लिए नारियल दूध के उपयोग के बारे में बताएंगे। यहां हम नारियल का दूध बालों के लिए कैसे लाभदायक है, उसकी जानकारी देंगे। साथ ही इसके विभिन्न हेयर मास्क के बारे में भी बताएंगे।

चलिए, सबसे पहले बालों के लिए नारियल का दूध कितना फायदेमंद है, यह जान लेते हैं।

बालों के लिए नारियल के दूध के फायदे – Benefits Of Coconut Milk For Hair in Hindi

नारियल का दूध बालों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। नारियल के दूध को आप सूखे नारियल के सफेद हिस्से को अच्छे से कसने के बाद निकाल सकते हैं। इसमें मौजूद वसा मॉइस्चराइजिंग गुण की तरह काम करता है और आपके बालों को मुलायम बनाने के साथ ही इनके उलझने की समस्या को दूर करता है। साथ ही यह दो मुंहे बालों की समस्या को दूर करने में भी सहायक साबित हो सकता है। अगर ऐसा कहा जाए कि जिस तरह नारियल पानी स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, वैसे ही नारियल का दूध बालों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, तो गलत नहीं होगा। हम आपको नीचे तथ्यों के आधार पर बताएंगे कि नारियल के दूध से बाल कैसे बढ़ते हैं।

नारियल का दूध बालों के लिए फायदेमंद है, यह तो आप जान गए। अब आपके जहन में यह सवाल भी जरूर उठ रहा होगा कि नारियल के दूध से बाल कैसे बढ़ते हैं? चलिए, अब इसी सवाल के जवाब को तलाशते हैं।

नारियल के दूध से बाल कैसे बढ़ते हैं – How do Hair Grow with Coconut Milk in Hindi

नारियल का दूध बालों की केयर करने के लिए सबसे अच्छी चीजों में से एक माना जाता है। इससे आप बालों की मसाज कर सकते हैं और बालों को धो सकते हैं। दरअसल, नारियल का दूध एक तरह से अघलुनशील मिश्रण है, जिसमें पानी और तेल मौजूद होता है (1)। यह उन सभी विटामिन, प्रोटीन, जिंक और आयरन से भरपूर होता है, जो आपके बालों और स्कैल्प को सेहतमंद रखने में और उनकी ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करते हैं (2) (3) (4)। शायद यही वजह है कि इसका इस्तेमाल कई शैम्पू और साबून को बनाने में भी किया जाता है (5)। लेख में आगे हम 9 किस्म के नारियल दूध के हेयर मास्क के बारे में बताएंगे, जो बालों को मजबूत बनाने के साथ उन्हें स्वस्थ रखते हैं।

अब विस्तार से जानते हैं कि नारियल का दूध बालों के लिए हेयर मास्क के रूप में कैसे इस्तेमाल किया जाता है। हम आपको विभिन्न नारियल का दूध पैक फॉर हेयर के बारे में विस्तार से बताएंगे।

बालों में नारियल का दूध लगाने के तरीके (हेयर मास्क) – How To Use Coconut Milk For Hair Growth in Hindi

मास्क 1. कोकोनट मिल्क फॉर हेयर ग्रोथ

Coconut milk for hair growth

iStock

सामग्री:

  • एक चौथाई कप नारियल दूध

 उपयोग का तरीका:

  • नारियल के दूध को एक कटोरी में डालकर गुनगुना करें।
  • अब इससे स्कैल्प की करीब 15 मिनट तक मालिश करें।
  • पूरे स्कैल्प में नारियल का दूध लगाने के बाद अब शॉवर कैप से बालों को ढक लें।
  • 45 मिनट के बाद बालों को माइल्ड शैम्पू से धो लें।
  • इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक बार दोहरा सकते हैं।

कैसे लाभदायक है:

नारियल के सफेद हिस्से से निकले दूध में वसा यानी फैट भरपूर मात्रा में होता है (6)। यह फैट बालों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इससे बाल स्वस्थ रहते हैं (7)। इसी वजह से इसके मास्क को बालों को पोषण देने और इनसे संबंधित सभी परेशानियों को दूर करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है।

मास्क 2. नारियल का दूध और दही

सामग्री:

  • पांच चम्मच नारियल का दूध
  • एक चम्मच दही (योगर्ट)
  • एक चौथाई चम्मच कपूर का चूरा

 उपयोग का तरीका:

  • इन सभी सामग्रियों को एक कटोरे में डालकर अच्छी तरह मिला लें।
  • अब इस घोल को स्कैल्प में और बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक अच्छी तरह से लगाएं।
  • करीब एक घंटे तक अपने बालों को ऐसे ही छोड़ दें। चाहें तो आप शॉवर कैप भी पहन सकते हैं।
  • एक घंटे बाद बालों को रेगुलर शैंपू से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

नारियल का दूध और दही का मास्क आपके बालों के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व जड़ों तक पहुंचाने में मदद करता है। हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं कि नारियल के दूध में मौजूद फैट बालों को स्वस्थ बनाने में सहायक होता है। साथ ही जब इसमें दही को मिलाया जाता है, तो यह आपके बालों को चमत्कारी फायदे देने में मदद करता है। दही बालों तक जरूरी प्रोटीन को पहुंचाता है, जिनसे आपके बाल मजबूत बनते हैं (8) (9)

मास्क 3. नारियल का दूध और जैतून का तेल

सामग्री:

  • चार चम्मच नारियल का दूध
  • एक चम्मच ऑलिव ऑयल
  • एक चम्मच शहद

उपयोग का तरीका:

  • सभी सामग्री को एक सॉस पेन में डालकर गुनगुना कर लें।
  • अब इस मिश्रण को स्कैल्प और पूरे बालों में अच्छी तरह से लगा लें।
  • करीब एक घंटे तक अपने बालों को ऐसे ही छोड़ दें। आप शॉवर कैप भी पहन सकते हैं।
  • अंत में शैम्पू से बाल को धोकर कंडीशनर करें।

 कैसे लाभदायक है:

नारियल के दूध और जैतून के तेल से बना हेयर मास्क आपके बालों की काया को बदलने में मदद कर सकता है। अगर आपके बाल रूखे और बेजान हैं, तो यह मास्क आपके लिए एकदम उपयुक्त है। नारियल का दूध बालों के लिए कितना फायदेमंद है, इसका जिक्र तो हम ऊपर कई बार कर चुके हैं। वहीं, जब नारियल के तेल के साथ जैतून के तेल में मौजूद मॉइस्चराइजिंग गुण का इस्तेमाल किया जाता है, तो यह आपके बालों को डीप कंडिशनिंग करके रूखे और दो मुंहे बालों की समस्या दूर करता है। इसके अलावा, जैतून का तेल आपके बालों को सूर्य की यूवी किरणों से बचाने, स्कैल्प को स्वस्थ रखने और एजिंग की समस्या दूर करने में मदद करता है (10) (11)। जैतून के तेल में ओलयूरोपिन (Oleuropein) नामक तत्व भी पाया जाता है, जो बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देता है (12)

मास्क 4. नारियल का दूध और शहद

Coconut milk and honey

Shutterstock

सामग्री:

  • चार चम्मच नारियल का दूध
  • दो चम्मच शहद

उपयोग का तरीका:

  • दोनों को एक कटोरी में अच्छी तरह से मिला लें।
  • इस मिश्रण को बालों की जड़ों में अच्छे से लगा लें।
  • स्कैल्प और पूरे बालों में मिश्रण लगाने के बाद आप इसे एक से दो घंटे तक छोड़ दें।
  • आखिर में अपने रेगुलर शैंपू से बाल को अच्छी तरह से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

नारियल का दूध और शहद का हेयर मास्क आपके बालों के लिए काफी गुणकारी साबित हो सकता है। नारियल के दूध के फायदों को तो आप ऊपर लेख में पड़ ही चुके हैं। वहीं शहद का इस्तेमाल एक उत्कृष्ट इमाल्यन्ट (Emollient) और कंडीशनिंग के रूप में किया जाता है। शायद यही वजह है कि साबून, शैंपू व कंडीशनर बनाने में भी इसका उपयोग खूब होता है (13)। इसके ये गुण बालों को नमी देने में मदद करते हैं, जिससे रूखे और बेजान बालों में चमक आती है।

मास्क 5: एलोवेरा और नारियल का दूध

सामग्री:

  • तीन चम्मच नारियल का दूध
  • एक चम्मच एलोवेरा जेल
  • चार-पांच तुलसी के पत्ते

उपयोग का तरीका:

  • तीनों को मिलाकर मोटा पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस तैयार पेस्ट को अपने बालों और स्कैल्प में अच्छी तरह से लगा लें।
  • एक बार जब आपके पूरे बाल में यह पेस्ट लग जाए, तो आप इसे 30 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें।
  • इस दौरान आप चाहें तो शॉवर कैप भी पहन सकते हैं।
  • अंत में गुनगुने पानी से अपने बालों को धो लें।

कैसे लाभदायक है:

नारियल के दूध, शहद और अन्य पदार्थों की तरह ही एलोवेरा भी बालों के लिए जरूरी माना जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन-ए (कैरोटीन), विटामिन-सी और ई से भरपूर होता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन बी-12 व फोलिक एसिड भी होता है, जो बालों को सेहतमंद रखने में मदद करता है। माना जाता है कि एलोवेरा के इस्तेमाल से रूखे बाल मुलायम हो जाते हैं, क्योंकि इसमें मॉइचराइजिंग गुण मौजूद होता है (14) (15)

मास्क 6. नारियल का तेल और अंडा

सामग्री:

  • एक सफेद अंडा
  • पांच चम्मच नारियल का दूध
  • एक चम्मच विटामिन-ई का तेल

उपयोग का तरीका:

  • अंडे को फोड़कर चम्मच से अच्छी तरह से फेंट लें।
  • फेंटे हुए अंडे में नारियल का दूध मिलाकर एक बार फिर से फेंट लें।
  • अब इस मिश्रण में विटामिन-ई का तेल डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
  • इस मिश्रण को स्कैल्प और बालों में अच्छी तरह से लगाएं।
  • लगभग 30 मिनट तक बालों को ऐसे ही रहने दें।
  • उसके बाद बालों में शैंपू कर लें।
  • ध्यान रहे कि बाल धोने के लिए ठंडे पानी का ही इस्तेमाल करें।

कैसे लाभदायक है:

अंडे में प्रोटीन प्रचूर मात्रा में होता है (16)। इसलिए, यह नारियल के तेल और अंडे का पैक आपके बालों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है। प्रोटीन से आपके बाल बढ़ेंगे और स्वस्थ व मजबूत बने रहेंगे। यही वजह है कि अंडे को आहार में शामिल करने की भी सलाह दी जाती है। ऐसे में अगर आप प्रोटीन युक्त मास्क सीधे बालों पर लगाएंगे, तो आपको इससे काफी लाभ मिल सकता है (17)। प्रोटीन के अलावा, अंडे में बालों के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे जिंक, विटामिन व कैल्शियम भी मौजूद होते हैं (18)। जिंक और विटामिन बालों की ग्रोथ को बढ़ाते हैं। वहीं, कैल्शियम एक ओर बालों को सफेद होने से रोकता है। यह पैक आपके झड़ते बालों को रोकने के साथ ही बालों को स्वस्थ बनाए रखता है (3)

मास्क 7. नारियल का दूध और बेसन

सामग्री:

  • आधा कप नारियल का दूध
  • आधे नींबू का रस
  • आधा कप बेसन का आटा

उपयोग का तरीका:

  • एक कटोरी में सभी सामग्रियों को एक साथ मिला लें।
  • अब इन्हें अच्छे से फेंटकर चिकना मिश्रण तैयार करें।
  • इस मिश्रण को बालों की जड़ों से लेकर सिरों तक लगाएं।
  • पेस्ट लगाने के बाद स्कैल्प की अच्छे से मसाज करें।
  • करीब 15 मिनट बाद बालों को गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे लाभदायक है:

जैसा कि हमने आपको बताया कि नारियल का दूध बालों को झड़ने से रोकता है, वहीं बेसन बालों के लिए एक उत्कृष्ट क्लिंजिंग एजेंट के रूप में काम कर सकता है। यह आपके बालों की अशुद्धियों को दूर करके आपके स्कैल्प को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (19)

मास्क 8. नारियल का तेल और मेथी

सामग्री:

  • 2 बड़े चम्मच मेथी के बीज का पाउडर
  • 2 चम्मच नारियल का दूध

उपयोग का तरीका:

  • एक कटोरे में नारियल का दूध और मेथी का पाउडर डालकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस मिश्रण को अपने स्कैल्प पर हल्के हाथों से रगड़कर लगाएं।
  • इसे अच्छी तरह से लगाने के बाद करीब 30 मिनट बाद बालों को शैम्पू करें और फिर कंडीशनर लगा लें।

कैसे लाभदायक है

मेथी को लंबे समय से बालों की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। माना जाता है कि इसके इस्तेमाल से आपके बालों की ग्रोथ बढ़ती है, जिससे यह आपके गंजेपन की समस्या को दूर करने में मदद करता है (20)। साथ ही यह आपके स्कैल्प को डैंड्रफ मुक्त रखने में भी मदद करता है। मेथी में बालों के लिए जरूरी प्रोटीन और निकोटिनिक होता है, जो बालों को मजबूत, चमकदार और मुलायम बनाने में मदद करता है (21)

मास्क 9. नारियल का दूध और नींबू का रस

Coconut milk and lemon juice

iStock

सामग्री:

  • 4 बड़े चम्मच नारियल का दूध
  • 2 चम्मच नींबू का रस

उपयोग का तरीका

  • एक कटोरे में नारियल का दूध और नींबू का रस डालकर मिश्रण तैयार करें।
  • मिश्रण तैयार होने के बाद इसे करीब 4 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें।
  • चार घंटे बाद इसे फ्रिज से निकालें और अगर जरूरत पड़े तो थोड़ा-सा नारियल का दूध मिला लें।
  • इसके बाद इस मिश्रण को अपने स्कैल्प पर और बालों में लगाएं।
  • करीब 45 मिनट बाद इसे शैम्पू से धो लें।
  • आप हफ्ते में एक बार इस प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं।

कैसे लाभदायक है:

नींबू का रस विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो कोलेजन के उत्पादन के लिए आवश्यक माना जाता है। विटामिन-सी आपके स्कैल्प को पोषण देता है और कोलेजन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे बालों का विकास तेजी से होता है (22) (23)

नारियल का दूध बालों के लिए विभिन्न तरीकों से कैसे इस्तेमाल किया जाता है, यह तो आप जान चुके हैं। आगे हम बता रहे हैं कि नारियल के दूध से बने हेयर मास्क को प्रयोग में लाने से पहले कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है।

बचाव – Caution

हेयर मास्क को घर में इस्तेमाल करते समय आपको कुछ बातों का ख्याल रखना भी जरूरी है, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • हेयर पैक लगाते समय आपको यह ख्याल रखना होगा कि आप स्कैल्प और बालों को पूरी तरह इससे कवर करें। वरना इसका लाभ आपके बालों को पूरी तरह से नहीं मिल पाएगा।
  • हेयर मास्क को अपने बालों के अनुरूप ही चुनें। अगर आपके बाल रूखे हैं और आप हेयर मास्क की दोनों सामग्री ऐसी चुन रहे हैं, जो बालों के पूरे तेल को साफ कर दे, तो आपके बालों को इससे फायदा नहीं बल्कि नुकसान हो जाएगा।

नारियल के दूध के फायदे बालों के लिए यकीनन कई हैं। बेजान बालों में जान डालनी हो या बालों को दो मुंहे होने से बचाना हो, ऐसी सभी जरूरतों के लिए नारियल का दूध बालों के लिए बेहद अहम है। बस जरूरत है तो लेख में दिए गए नारियल का दूध बालों के लिए इस्तेमाल करने के तरीकों को अपनाने की। बालों के लिए कोकोनट मिल्क का इस्तेमाल करके आप पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी स्वस्थ, चमकदार और मुलायम जुल्फों को कही भी और कभी भी बेहिचक बिखेर सकते हैं। आपको यह लेख कैसा लगा हमें बताना न भूलें। अगर बालों के लिए कोकोनट मिल्क से संबंधित कोई भी सवाल आपके जहन में हो, तो आप उसे कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक पहुंचा सकते हैं।

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भागदौड़ भरी जिंदगी और जीवन में आगे बढ़ने की ललक में कई लोग अपने खान-पान और दैनिक दिनचर्या को बिगाड़ देते हैं। बिगड़ी आहार शैली और दिनचर्या का नतीजा यह होता है कि शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। फलस्वरूप कई गंभीर बीमारियां हावी होने लगती हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक है, मधुमेह (डायबिटीज)। डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है। कभी-कभी तो यह जन्म के साथ ही जिंदगी में दाखिल हो जाती है, क्योंकि यह एक आनुवंशिक बीमारी भी है (1), लेकिन योग ऐसा विकल्प है, जिसकी मदद से आप इस बीमारी को खुद से दूर रख सकते हैं और इससे होने वाले जोखिमों से बच सकते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको मधुमेह के लिए योग के कुछ आसान तरीके बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप एक खुशहाल जिंदगी बिता सकते हैं।

डायबिटीज के लिए योगासन के विभिन्न प्रकारों से पहले शुगर के लिए योग कैसे लाभदायक है, इस बारे में थोड़ा जान लेते हैं।

मधुमेह में कैसे लाभदायक है योग – How Does Yoga Help with Diabetes in Hindi

योग करने से तनाव और चिंता जैसी समस्याएं दूर होती हैं। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। साथ ही यह उपापचय प्रक्रिया को ठीक करके इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को भी तेज करने में सहायता करता है। इससे ब्लड शुगर का लेवल कम होता है और डायबिटीज की समस्या में काफी हद तक राहत मिलती है (2) (3)। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए योग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

मधुमेह के लिए योग फायदेमंद है, यह तो आपने जान लिया, अब हम डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए योग के कुछ आसन बताएंगे।

मधुमेह (डायबिटीज) के लिए योग – Yoga For Diabetes in Hindi

डायबिटीज के लिए योगासन के कई प्रकार हैं, जिनमें से कुछ आसान आसनों के बारे में हम आपको बता रहे हैं (2)

1. कपालभाति

Kapalbhati

Shutterstock

कैसे है लाभदायक :

डायबिटीज के लिए योग के फायदे पाने के लिए आप कपालभाति का अभ्यास कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में सांस छोड़ते समय पेट पर दबाव आता है। यह दबाव अग्नाशय (पेनक्रियाज) की बीटा कोशिकाओं की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करता है, जो इंसुलिन के निर्माण में सहायक होती हैं। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित कर डायबिटीज की समस्या में राहत पहुंचाता है। इस कारण हम यह कह सकते हैं कि मधुमेह के लिए योग का यह प्रकार फायदेमंद साबित हो सकता है।

करने का तरीका :

  • इस आसन को करने के लिए योग मैट बिछाएं और पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं।
  • अब गहरी सांस लें और उसे धीरे-धीरे छोड़ दें। इसके बाद आपका लगातार नाक से सांस छोड़नी है।
  • सांस छोड़ते वक्त आपको यह ध्यान रखना होगा कि ऐसा करते समय आपका पेट अंदर की ओर जाए।
  • मुंह बंद रखें और लगातार नाक से ही सांस लेते-छोड़ते रहें। हर बार सांस छोड़ने पर पेट अंदर की ओर जाएगा।
  • इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे और आराम से लगातार दोहराएं। जोर लगाने की कोशिश न करें।
  • थकान लगने पर थोड़ी देर विराम करें और इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं।
  • इस तरह आप कपालभाति के चार से पांच चक्र पूरे कर सकते हैं।

सावधानियां :

  • माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, मिर्गी और हृदय संबंधी समस्या में डॉक्टर की सलाह पर ही इस आसन को करें।
  • गर्भवती महिलाएं इस आसन से दूर रहें, तो बेहतर होगा।
  • इस आसन को खाली पेट करना चाहिए। इसलिए, अभ्यास से पूर्व कुछ भी न खाएं।
  • अगर आप पहली बार इस आसन को कर रहे हैं, तो विशेषज्ञ के साथ ही अभ्यास करें।
  • मासिक धर्म के दौरान इस आसन को नहीं करना चाहिए।

2. अनुलोम-विलोम

Anulom

iStock

कैसे है लाभदायक :

मधुमेह के लिए योग में आप अनुलोम विलोम को भी शामिल कर सकते हैं। यह योग का ऐसा प्रकार है, जिसमें खासतौर पर सांस पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इसका नियमित अभ्यास तनाव और चिंता को तो दूर करता ही है, साथ ही मानसिक और तंत्रिका तंत्र संबंधी कई समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है। वहीं, संयुक्त रूप से उपापचय प्रक्रिया को ठीक कर वजन कम करने में भी यह योग लाभदायक साबित होता है, जो शुगर की समस्या का अहम जोखिम कारक है। इस कारण हम कह सकते हैं कि डायबिटीज के लिए योग के फायदे पाने के लिए योग का यह प्रकार बेहद आसान और उत्तम है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले आप योग मैट बिछाकर सुखासन, सिद्धासन, वज्रासन या पद्मासन में से किसी में भी बैठ जाएं।
  • अब अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठाते हुए अंगूठे से नाक की दाहिनी नासिका को बंद करें।
  • फिर बाईं नासिका से गहरी सांस लें।
  • इसके बाद अपने दाहिने हाथ की मध्य उंगली से नाक की बाईं नासिका को बंद करें। फिर दाईं नासिका से सांस बाहर की ओर छोड़ें।
  • ध्यान रहे कि इस दौरान आपका बायां हाथ घुटने पर रहे।
  • आप करीब चार से पांच मिनट तक इस प्रक्रिया को दोहराएं।

सावधानियां :

  • मासिक धर्म व गर्भावस्था में महिलाएं इसका अभ्यास न करें।
  • किसी भी प्रकार की सर्जरी हुई हो, तो भूलकर भी इस योग का अभ्यास न करें।
  • हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो गहरी सांस न लें, नहीं तो तकलीफ बढ़ सकती है।

3. मंडूकासन

Mandukasan

Shutterstock

कैसे है लाभदायक :

डायबिटीज के लिए योगासन में आप मंडूकासन को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अभ्यास के दौरान पेट के निचले हिस्से पर जोर पड़ता है। इस कारण अग्नाशय (पेनक्रियाज) की कार्य क्षमता में सुधार आता है और इंसुलिन के बनने की प्रक्रिया भी ठीक होती है। इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

करने का तरीका :

  • इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योग मैट बिछाकर वज्रासन में बैठ जाएं।
  • अब अपने दोनों हाथों को आगे की ओर लाएं और दोनों अंगूठों को हथेली पर रख मुट्ठी बंद कर लें।
  • दोनों हाथों की मुट्ठियों को आपस में मिलाते हुए पेट पर नाभि के पास रखें।
  • इसके बाद गहरी सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुक जाएं।
  • ध्यान रहे कि आगे झुकते वक्त आप अपनी सांस रोक कर रखें और सामने की ओर देखते रहें।
  • इस स्थिति में चार से पांच मिनट तक बने रहने का प्रयास करें।
  • समय पूरा होने पर धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

सावधानियां :

  • पेट में चोट या दर्द की स्थिति में इस आसन को न करें।
  • घुटने में दर्द होने पर इस आसन को करने की कोशिश न करें।
  • पेट के अल्सर में इस आसन को नहीं करना चाहिए।
  • अभ्यास के दौरान पेट पर अधिक खिंचाव या तनाव बिल्कुल भी न डालें।
  • हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा और माइग्रेन की समस्या होने पर इस आसन से दूर रहें।
  • गर्भवती महिलाएं इस आसन को न करें।
  • पहली बार इस आसन को करने वाले योग ट्रेनर की देखरेख में ही इसका अभ्यास करें।

4. अर्धमत्स्येंद्रासन

Ardmatsyendrasana

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कैसे है लाभदायक :

बताया जाता है कि अर्धमत्स्येंद्रासन में भी मंडूकासन की ही तरह पेट के निचले हिस्से में तनाव पैदा होता है, जो अग्नाशय (पेनक्रियाज) की कार्य क्षमता में सुधार करता है और इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को भी बढ़ाता है। इस कारण यह कहा जा सकता है कि मधुमेह के लिए योगासन के इस प्रकार को शामिल कर शुगर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले योग मैट बिछाएं और पैरों को सामने की ओर सीधा फैलाकर बैठ जाएं।
  • अब अपने दाएं घुटने को मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने के साइड में बाहर की ओर रखें।
  • फिर बाएं घुटने को मोड़ते हुए, बाईं एड़ी को दाएं कूल्हे के नीचे रखें।
  • ध्यान रहे कि इस स्थिति में रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
  • अब बाईं बाजू को दाएं घुटने के बाहर रखते हुए दाएं टखने को पकड़ने का प्रयास करें।
  • इसके गर्दन और कमर को दाहिनी ओर घुमाएं।
  • कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में बने रहें।
  • बाद में इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ से भी दोहराएं।

सावधानियां :

  • पेप्टिक अल्सर और हर्निया की समस्या में इस आसन को न करें।
  • रीढ़ की हड्डी में दर्द या चोट लगी हो, तो इस आसन को नहीं करना चाहिए।
  • मासिक धर्म के दौरान महिलाएं इस आसन को करने से बचें।
  • गर्भवती महिलाएं इस आसन का अभ्यास न करें।
  • किसी भी प्रकार की सर्जरी हुई है, तो इस आसन को करने से बचें।

5. वक्रासन

Vakrasana

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कैसे है लाभदायक :

मधुमेह के लिए योगासन में आप वक्रासन को भी शामिल कर सकते हैं। योग आसन के इस प्रकार में अग्नाशय (पेनक्रियाज) पर दबाव और तनाव पैदा होता है। इस कारण अग्नाशय की शिथिल हुई बीटा कोशिकाओं में सक्रियता आती है और इंसुलिन अच्छी मात्रा बनने लगती है। इस कारण हम कह सकते हैं कि योग का यह प्रकार ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक साबित होता है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले योग मैट बिछाएं और दोनों पैर आगे फैलाकर बैठ जाएं।
  • अब अपने दोनों हाथों को कमर के अगल-बगल जमीन पर रखें।
  • ध्यान रहे, आपकी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी रहे और नजर सामने की ओर रहे।
  • अब दाहिने पैर को घुटने से मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने की सीध में लाएं और घुटने से सटाते हुए पंजे को जमीन पर रखें।
  • अब अपने दाएं हाथ को पीछे की ओर ले जाएं और जमीन पर हथेली को सटा दें।
  • इसके बाद अपने बाएं हाथ को दाहिने घुटने के ऊपर से आगे लाएं और घुटने से हाथ की कोहनी को सटाते हुए हथेली को पैर के पंजे पास जमीन पर रखें।
  • अब अपनी गर्दन को धीरे-धीरे दाहिनी ओर घुमाते हुए जितना हो सके पीछे की ओर ले जाने की कोशिश करें।
  • अब कुछ देर इस स्थिति में बने रहने की कोशिश करें।
  • अंत में अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

सावधानियां :

  • गर्दन में दर्द होने पर इसका अभ्यास न करें।
  • पेट या कमर में दर्द की स्थिति में इस आसन को नहीं करने की सलाह दी जाती है।
  • इस आसन में अधिक सावधानी की जरूरत होती है, इसलिए जब तक अभ्यास न हो जाए, इसे योग ट्रेनर की निगरानी में ही करें।

6. शवासन

Shavasan

Shutterstock

कैसे है लाभदायक :

मधुमेह के लिए योगासन में शवासन भी शामिल है। यह एक ऐसा आसन है, जिसमें पूरे शरीर को शिथिल छोड़ दिया जाता है। ऐसा करने से शरीर आराम की अवस्था में चला जाता है और तनाव व चिंता दूर होती है। साथ ही शरीर की अन्य कार्य प्रणालियों को भी आराम मिलता है। इससे उनकी कार्यक्षमता सुधरती है। विशेषज्ञों का मानना है कि शवासन का नियमित अभ्यास करने से शरीर ब्लड शुगर की बढ़ी हुई मात्रा को भी नियंत्रित कर सकता है।  

करने का तरीका :

  • सबसे पहले योग मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
  • अब अपनी हथेलियों को शरीर से कुछ दूरी पर रखें।
  • ध्यान रहे, ऐसा करते वक्त हथेलियां आसमान की तरफ रहें।
  • दोनों पैरों को सीधा रखें और उनके बीच कुछ दूरी बनाए रखें।
  • पूरे शरीर को एक दम ढीला छोड़ दें।
  • अब अपनी आंखों को बंद करें और ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें।
  • हल्की-हल्की सांस लें और विचार करें कि आपका शरीर पूरी तरह से हल्का हो गया है।
  • इस दौरान विशेष ध्यान दें कि आपका मस्तिष्क पूरी तरह से शांत रहे।
  • करीब चार से पांच मिनट तक इस स्थिति में बने रहें।
  • अंत में प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

सावधानियां :

  • ध्यान रहे, इस आसन में आप सोएं नहीं।
  • गर्भवती महिलाएं अभ्यास के दौरान गर्दन के नीचे तकिये का इस्तेमाल करें।

योग फॉर डायबिटीज के इस लेख में आपने जाना कि योग आसन के तरीके केवल मन को शांति और तनाव से मुक्ति ही नहीं देते, बल्कि शुगर जैसी गंभीर बीमारी से राहत दिलाने में भी सहायक साबित होते हैं। वहीं, डायबिटीज के लिए योगासन के तरीकों और उनसे जुड़ी सावधानियों के बारे में भी आपको लेख के माध्यम से पता चल चुका है। फिर देर किस बात की, आज से ही योग को अपनी जिंदगी में शामिल करें और शुगर जैसी अन्य कई बीमारियों को अलविदा कहें। उम्मीद है कि यह लेख आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस विषय से संबंधित अन्य कोई सुझाव या सवाल हो, तो नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स के जरिए हमें जरूर बताएं।

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मधुमेह (डायबिटीज) के लिए योग – Yoga For Diabetes in Hindi

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मधुमेह में कैसे लाभदायक है योग – How Does Yoga Help with Diabetes in Hindi

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भागदौड़ भरी जिंदगी और जीवन में आगे बढ़ने की ललक में कई लोग अपने खान-पान और दैनिक दिनचर्या को बिगाड़ देते हैं। बिगड़ी आहार शैली और दिनचर्या का नतीजा यह होता है कि शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। फलस्वरूप कई गंभीर बीमारियां हावी होने लगती हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक है, मधुमेह (डायबिटीज)। डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है। कभी-कभी तो यह जन्म के साथ ही जिंदगी में दाखिल हो जाती है, क्योंकि यह एक आनुवंशिक बीमारी भी है (1), लेकिन योग ऐसा विकल्प है, जिसकी मदद से आप इस बीमारी को खुद से दूर रख सकते हैं और इससे होने वाले जोखिमों से बच सकते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको मधुमेह के लिए योग के कुछ आसान तरीके बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप एक खुशहाल जिंदगी बिता सकते हैं।

डायबिटीज के लिए योगासन के विभिन्न प्रकारों से पहले शुगर के लिए योग कैसे लाभदायक है, इस बारे में थोड़ा जान लेते हैं।

मधुमेह में कैसे लाभदायक है योग – How Does Yoga Help with Diabetes in Hindi

योग करने से तनाव और चिंता जैसी समस्याएं दूर होती हैं। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। साथ ही यह उपापचय प्रक्रिया को ठीक करके इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को भी तेज करने में सहायता करता है। इससे ब्लड शुगर का लेवल कम होता है और डायबिटीज की समस्या में काफी हद तक राहत मिलती है (2) (3)। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए योग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
मधुमेह के लिए योग फायदेमंद है, यह तो आपने जान लिया, अब हम डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए योग के कुछ आसन बताएंगे।

मधुमेह (डायबिटीज) के लिए योग Yoga For Diabetes in Hindi

डायबिटीज के लिए योगासन के कई प्रकार हैं, जिनमें से कुछ आसान आसनों के बारे में हम आपको बता रहे हैं (2)

1. कपालभाति

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कैसे है लाभदायक :

डायबिटीज के लिए योग के फायदे पाने के लिए आप कपालभाति का अभ्यास कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में सांस छोड़ते समय पेट पर दबाव आता है। यह दबाव अग्नाशय (पेनक्रियाज) की बीटा कोशिकाओं की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करता है, जो इंसुलिन के निर्माण में सहायक होती हैं। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित कर डायबिटीज की समस्या में राहत पहुंचाता है। इस कारण हम यह कह सकते हैं कि मधुमेह के लिए योग का यह प्रकार फायदेमंद साबित हो सकता है।

करने का तरीका :

  • इस आसन को करने के लिए योग मैट बिछाएं और पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं।
  • अब गहरी सांस लें और उसे धीरे-धीरे छोड़ दें। इसके बाद आपका लगातार नाक से सांस छोड़नी है।
  • सांस छोड़ते वक्त आपको यह ध्यान रखना होगा कि ऐसा करते समय आपका पेट अंदर की ओर जाए।
  • मुंह बंद रखें और लगातार नाक से ही सांस लेते-छोड़ते रहें। हर बार सांस छोड़ने पर पेट अंदर की ओर जाएगा।
  • इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे और आराम से लगातार दोहराएं। जोर लगाने की कोशिश न करें।
  • थकान लगने पर थोड़ी देर विराम करें और इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं।
  • इस तरह आप कपालभाति के चार से पांच चक्र पूरे कर सकते हैं।

सावधानियां :

  • माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, मिर्गी और हृदय संबंधी समस्या में डॉक्टर की सलाह पर ही इस आसन को करें।
  • गर्भवती महिलाएं इस आसन से दूर रहें, तो बेहतर होगा।
  • इस आसन को खाली पेट करना चाहिए। इसलिए, अभ्यास से पूर्व कुछ भी न खाएं।
  • अगर आप पहली बार इस आसन को कर रहे हैं, तो विशेषज्ञ के साथ ही अभ्यास करें।
  • मासिक धर्म के दौरान इस आसन को नहीं करना चाहिए।

2. अनुलोमविलोम

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कैसे है लाभदायक :

मधुमेह के लिए योग में आप अनुलोम विलोम को भी शामिल कर सकते हैं। यह योग का ऐसा प्रकार है, जिसमें खासतौर पर सांस पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इसका नियमित अभ्यास तनाव और चिंता को तो दूर करता ही है, साथ ही मानसिक और तंत्रिका तंत्र संबंधी कई समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है। वहीं, संयुक्त रूप से उपापचय प्रक्रिया को ठीक कर वजन कम करने में भी यह योग लाभदायक साबित होता है, जो शुगर की समस्या का अहम जोखिम कारक है। इस कारण हम कह सकते हैं कि डायबिटीज के लिए योग के फायदे पाने के लिए योग का यह प्रकार बेहद आसान और उत्तम है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले आप योग मैट बिछाकर सुखासन, सिद्धासन, वज्रासन या पद्मासन में से किसी में भी बैठ जाएं।
  • अब अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठाते हुए अंगूठे से नाक की दाहिनी नासिका को बंद करें।
  • फिर बाईं नासिका से गहरी सांस लें।
  • इसके बाद अपने दाहिने हाथ की मध्य उंगली से नाक की बाईं नासिका को बंद करें। फिर दाईं नासिका से सांस बाहर की ओर छोड़ें।
  • ध्यान रहे कि इस दौरान आपका बायां हाथ घुटने पर रहे।
  • आप करीब चार से पांच मिनट तक इस प्रक्रिया को दोहराएं।

सावधानियां :

  • मासिक धर्म व गर्भावस्था में महिलाएं इसका अभ्यास न करें।
  • किसी भी प्रकार की सर्जरी हुई हो, तो भूलकर भी इस योग का अभ्यास न करें।
  • हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो गहरी सांस न लें, नहीं तो तकलीफ बढ़ सकती है।

3. मंडूकासन

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कैसे है लाभदायक :

डायबिटीज के लिए योगासन में आप मंडूकासन को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अभ्यास के दौरान पेट के निचले हिस्से पर जोर पड़ता है। इस कारण अग्नाशय (पेनक्रियाज) की कार्य क्षमता में सुधार आता है और इंसुलिन के बनने की प्रक्रिया भी ठीक होती है। इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

करने का तरीका :

  • इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योग मैट बिछाकर वज्रासन में बैठ जाएं।
  • अब अपने दोनों हाथों को आगे की ओर लाएं और दोनों अंगूठों को हथेली पर रख मुट्ठी बंद कर लें।
  • दोनों हाथों की मुट्ठियों को आपस में मिलाते हुए पेट पर नाभि के पास रखें।
  • इसके बाद गहरी सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुक जाएं।
  • ध्यान रहे कि आगे झुकते वक्त आप अपनी सांस रोक कर रखें और सामने की ओर देखते रहें।
  • इस स्थिति में चार से पांच मिनट तक बने रहने का प्रयास करें।
  • समय पूरा होने पर धीरे-धीरे अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

सावधानियां :

  • पेट में चोट या दर्द की स्थिति में इस आसन को न करें।
  • घुटने में दर्द होने पर इस आसन को करने की कोशिश न करें।
  • पेट के अल्सर में इस आसन को नहीं करना चाहिए।
  • अभ्यास के दौरान पेट पर अधिक खिंचाव या तनाव बिल्कुल भी न डालें।
  • हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा और माइग्रेन की समस्या होने पर इस आसन से दूर रहें।
  • गर्भवती महिलाएं इस आसन को न करें।
  • पहली बार इस आसन को करने वाले योग ट्रेनर की देखरेख में ही इसका अभ्यास करें।

4. अर्धमत्स्येंद्रासन

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कैसे है लाभदायक :

बताया जाता है कि अर्धमत्स्येंद्रासन में भी मंडूकासन की ही तरह पेट के निचले हिस्से में तनाव पैदा होता है, जो अग्नाशय (पेनक्रियाज) की कार्य क्षमता में सुधार करता है और इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को भी बढ़ाता है। इस कारण यह कहा जा सकता है कि मधुमेह के लिए योगासन के इस प्रकार को शामिल कर शुगर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले योग मैट बिछाएं और पैरों को सामने की ओर सीधा फैलाकर बैठ जाएं।
  • अब अपने दाएं घुटने को मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने के साइड में बाहर की ओर रखें।
  • फिर बाएं घुटने को मोड़ते हुए, बाईं एड़ी को दाएं कूल्हे के नीचे रखें।
  • ध्यान रहे कि इस स्थिति में रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
  • अब बाईं बाजू को दाएं घुटने के बाहर रखते हुए दाएं टखने को पकड़ने का प्रयास करें।
  • इसके गर्दन और कमर को दाहिनी ओर घुमाएं।
  • कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में बने रहें।
  • बाद में इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ से भी दोहराएं।

सावधानियां :

  • पेप्टिक अल्सर और हर्निया की समस्या में इस आसन को न करें।
  • रीढ़ की हड्डी में दर्द या चोट लगी हो, तो इस आसन को नहीं करना चाहिए।
  • मासिक धर्म के दौरान महिलाएं इस आसन को करने से बचें।
  • गर्भवती महिलाएं इस आसन का अभ्यास न करें।
  • किसी भी प्रकार की सर्जरी हुई है, तो इस आसन को करने से बचें।

5. वक्रासन

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कैसे है लाभदायक :

मधुमेह के लिए योगासन में आप वक्रासन को भी शामिल कर सकते हैं। योग आसन के इस प्रकार में अग्नाशय (पेनक्रियाज) पर दबाव और तनाव पैदा होता है। इस कारण अग्नाशय की शिथिल हुई बीटा कोशिकाओं में सक्रियता आती है और इंसुलिन अच्छी मात्रा बनने लगती है। इस कारण हम कह सकते हैं कि योग का यह प्रकार ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक साबित होता है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले योग मैट बिछाएं और दोनों पैर आगे फैलाकर बैठ जाएं।
  • अब अपने दोनों हाथों को कमर के अगल-बगल जमीन पर रखें।
  • ध्यान रहे, आपकी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी रहे और नजर सामने की ओर रहे।
  • अब दाहिने पैर को घुटने से मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने की सीध में लाएं और घुटने से सटाते हुए पंजे को जमीन पर रखें।
  • अब अपने दाएं हाथ को पीछे की ओर ले जाएं और जमीन पर हथेली को सटा दें।
  • इसके बाद अपने बाएं हाथ को दाहिने घुटने के ऊपर से आगे लाएं और घुटने से हाथ की कोहनी को सटाते हुए हथेली को पैर के पंजे पास जमीन पर रखें।
  • अब अपनी गर्दन को धीरे-धीरे दाहिनी ओर घुमाते हुए जितना हो सके पीछे की ओर ले जाने की कोशिश करें।
  • अब कुछ देर इस स्थिति में बने रहने की कोशिश करें।
  • अंत में अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

सावधानियां :

  • गर्दन में दर्द होने पर इसका अभ्यास न करें।
  • पेट या कमर में दर्द की स्थिति में इस आसन को नहीं करने की सलाह दी जाती है।
  • इस आसन में अधिक सावधानी की जरूरत होती है, इसलिए जब तक अभ्यास न हो जाए, इसे योग ट्रेनर की निगरानी में ही करें।

6. शवासन

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कैसे है लाभदायक :

मधुमेह के लिए योगासन में शवासन भी शामिल है। यह एक ऐसा आसन है, जिसमें पूरे शरीर को शिथिल छोड़ दिया जाता है। ऐसा करने से शरीर आराम की अवस्था में चला जाता है और तनाव व चिंता दूर होती है। साथ ही शरीर की अन्य कार्य प्रणालियों को भी आराम मिलता है। इससे उनकी कार्यक्षमता सुधरती है। विशेषज्ञों का मानना है कि शवासन का नियमित अभ्यास करने से शरीर ब्लड शुगर की बढ़ी हुई मात्रा को भी नियंत्रित कर सकता है।

करने का तरीका :

  • सबसे पहले योग मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
  • अब अपनी हथेलियों को शरीर से कुछ दूरी पर रखें।
  • ध्यान रहे, ऐसा करते वक्त हथेलियां आसमान की तरफ रहें।
  • दोनों पैरों को सीधा रखें और उनके बीच कुछ दूरी बनाए रखें।
  • पूरे शरीर को एक दम ढीला छोड़ दें।
  • अब अपनी आंखों को बंद करें और ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें।
  • हल्की-हल्की सांस लें और विचार करें कि आपका शरीर पूरी तरह से हल्का हो गया है।
  • इस दौरान विशेष ध्यान दें कि आपका मस्तिष्क पूरी तरह से शांत रहे।
  • करीब चार से पांच मिनट तक इस स्थिति में बने रहें।
  • अंत में प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।

सावधानियां :

  • ध्यान रहे, इस आसन में आप सोएं नहीं।
  • गर्भवती महिलाएं अभ्यास के दौरान गर्दन के नीचे तकिये का इस्तेमाल करें।

योग फॉर डायबिटीज के इस लेख में आपने जाना कि योग आसन के तरीके केवल मन को शांति और तनाव से मुक्ति ही नहीं देते, बल्कि शुगर जैसी गंभीर बीमारी से राहत दिलाने में भी सहायक साबित होते हैं। वहीं, डायबिटीज के लिए योगासन के तरीकों और उनसे जुड़ी सावधानियों के बारे में भी आपको लेख के माध्यम से पता चल चुका है। फिर देर किस बात की, आज से ही योग को अपनी जिंदगी में शामिल करें और शुगर जैसी अन्य कई बीमारियों को अलविदा कहें। उम्मीद है कि यह लेख आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस विषय से संबंधित अन्य कोई सुझाव या सवाल हो, तो नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स के जरिए हमें जरूर बताएं।

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सामाजिक, पारिवारिक और ऑफिस की जिम्मेदारियों का बोझ किसी को भी मानसिक रोगी बना सकता है। वहीं, आज के आधुनिक दौर में भी मानसिक रोग को पागलपन से जोड़कर देखा जाता है, जबकि ऐसा नहीं है। दरअसल, शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ मानसिक समस्या का इलाज भी जरूरी है। कुछ मामलों में मानसिक विकार गंभीर रूप तक ले लेता है, जिसे मेडिकल भाषा में सिजोफ्रेनिया कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता), दिमाग से जुड़ी एक बीमारी है जिससे दुनियाभर में लगभग 2.1 करोड़ लोग पीड़ित हैं। इसके बावजूद, सिजोफ्रेनिया के कारण पीड़ित लगभग 50 प्रतिशत लोगों को सही इलाज नहीं मिल पाता है (1)। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम सिजोफ्रेनिया के कारण से ले कर सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय और बचाव के बारे में बताएंगे।

आइए, सबसे पहले आपको बता दें कि सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता) क्या होता है।

सिजोफ्रेनिया क्या है? – What is Schizophrenia in Hindi

सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता) एक मानसिक विकार है, जो पीड़ित व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता को प्रभावित करता है। इस दौरान व्यक्ति एक काल्पनिक दुनिया जीने लगता है। उसे ऐसे आवाजें सुनाई देती हैं, जो वास्तव में होती ही नहीं हैं। सिजोफ्रेनिया के चलते व्यक्ति को बात करने में भी समस्या होने लगती है (2)। इसका असर उसके पूरे जीवन पर पड़ता है। सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति को अपने जीवन सभी काम जैसे – पढ़ाई, नौकरी व परिवार की जिम्मेदारियां आदि का ध्यान रखने में समस्या होने लगती है (3)। आपको बता दें कि हर वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

लेख के अगले भाग में सिजोफ्रेनिया के प्रकार के बारे में जानिए।

सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता) के प्रकार – Types of Schizophrenia in Hindi

सिजोफ्रेनिया के पांच प्रकार बताए गए हैं, जो इस प्रकार हैं (4):

  • कैटेटोनिक सिजोफ्रेनिया
  • डिसआर्गेनाइज्ड सिजोफ्रेनिया
  • पैरानॉयड सिजोफ्रेनिया
  • अन्डिफरेन्शिएटिड सिजोफ्रेनिया
  • रेसिडुअल सिजोफ्रेनिया

आइए, अब आपको सिजोफ्रेनिया के चरण के बारे में बताते हैं।

सिजोफ्रेनिया के चरण – Stages of Schizophrenia in Hindi

सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता) को चार चरण में बांटा जा सकता है, जो इस प्रकार हैं (5):

  • पहला चरण : इसे प्रीमॉर्बिड स्टेट कहा जाता है। इस दौरान सोचने समझने की क्षमता में कमी की अनुभूति होने लगती है।
  • दूसरा चरण : इसे प्रोड्रोम स्टेज कहा जाता है। इस दौरान कुछ सायकोटिक लक्षण जैसे हैलुसिनेशन (जो न हो उसका दिखाई या सुनाई देना) का अहसास होने लगता है (6), लेकिन ये गंभीर नहीं होते हैं।
  • तीसरा चरण : इस दौरान सभी सायकोटिक लक्षण साफ दिखने लगते हैं। इस चरण तक पहुंचने के बाद सिजोफ्रेनिया का इलाज होने की संभावना 25 प्रतिशत रह जाती है।
  • चौथा चरण : यह सिजोफ्रेनिया का आखिरी चरण होता है। इस चरण तक आते-आते व्यक्ति पूरी तरह से बीमार हो जाता है। साथ ही अपने सोचने-समझने की और रोजमर्रा के काम को ठीक से करने की क्षमता पूरी तरह से खो देता है।

यह जानने के बाद कि इसके प्रकार और चरण क्या है, आइए आपको बताते हैं कि सिजोफ्रेनिया के कारण क्या हो सकते हैं।

सिजोफ्रेनिया के कारण – Causes of Schizophrenia in Hindi

यह कहना मुश्किल होगा कि सिजोफ्रेनिया के पीछे कोई एक कारण काम करता है। जहां यह कारण महिला और पुरुष, दोनों को प्रभावित करता है। इसके अलावा, यह महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को जल्दी प्रभावित करता है। नीचे हमने प्रमुख सिजोफ्रेनिया के कारण बताए हैं (7) :

  • आनुवंशिक : अगर किसी के माता-पिता या दोनों में से किसी एक को भी सिजोफ्रेनिया है, तो 10 प्रतिशत तक आशंका होती है कि उनका बच्चा भी इसका शिकार हो सकता है।
  • बायोकेमिकल कारक : दिमाग में मौजूद कुछ बायोकेमिकल, खासकर डोपामाइन नामक एक न्यूरोट्रांसमीटर (दिमाग से सिग्नल ले जाने वाले केमिकल) के असंतुलित होने से सिजोफ्रेनिया हो सकता है। इस रासायनिक असंतुलन का कारण आनुवंशिक, जन्म दोष या गर्भावस्था के दौरान कुछ प्रकार की जटिलताओं का होना भी हो सकता है।
  • तनाव : माना जाता है कि तनाव सिजोफ्रेनिया के कारण में शामिल हो सकता है। सिजोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों को अक्सर कहीं भी ध्यान केंद्रित करने में समस्या होती है, जिस वजह से वो चिंतित और चिड़चिड़े होने लगते हैं। इसके अलावा, इस स्थिति में परिवार और स्वयं पर ध्यान न दे पाना आदि भी स्ट्रेस का कारण बनता है। यहां पर यह कह पाना मुश्किल है कि तनाव के कारण सिजोफ्रेनिया हो रहा है या सिजोफ्रेनिया के कारण तनाव हो रहा है।

इस बीमारी के कारण बताने के बाद, आइए अब आपको बताते हैं कि सिजोफ्रेनिया के लक्षण क्या होते हैं।

सिजोफ्रेनिया (मनोविदलता) के लक्षण – Symptoms of Schizophrenia in Hindi

Symptoms of Schizophrenia in Hindi

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सिजोफ्रेनिया के लक्षण कुछ दुर्लभ स्थितियों में बच्चों में दिखना शुरू होते हैं। इन्हें तीन भागों में बांटा जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है (8):

  1. पॉजिटिव लक्षण : इसमें पीड़ित के मनोवैज्ञानिक व्यवहार में बदलाव होने लगता है, जो आम व्यक्ति में नजर नहीं आता। इन लक्षणों के चलते व्यक्ति वास्तविकता से दूर होने लगता है। ये बदलाव कुछ इस तरह से होते हैं :
  • हैलुसिनेशन (जो न हो उसका दिखाई या सुनाई देना)
  • भ्रम
  • सोचने समझने में समस्या होना
  • शारीरिक गतिविधियां करने में समस्या होना
  1. नेगेटिव लक्षण : इन लक्षणों में पीड़ित व्यक्ति के सामान्य व्यवहार और भावनाओं में परिवर्तन आने लगते हैं, जैसे :
  • चेहरे या आवाज में कोई भाव न होना
  • रोजमर्रा के जीवन में भावनाओं का महसूस न होना
  • कम बोलना
  • कोई भी नया काम शुरू करने या पुराने को जारी रखने में समस्या
  1. कॉग्निटिव लक्षण : कुछ मरीजों में सिजोफ्रेनिया के ये लक्षण बहुत हल्के होते हैं, लेकिन कुछ के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं, जैसे :
  • बातों को समझ कर निर्णय लेने में समस्या होना
  • ध्यान केंद्रित करने में समस्या होना
  • याददाश्त कम होना

सिजोफ्रेनिया के कारण, उसके लक्षण और प्रकार बताने के बाद, लेख के अगले भाग में जानिए सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय के बारे में।

सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Schizophrenia in Hindi

सिजोफ्रेनिया एक मानसिक रोग है और इसके उपचार के लिए डॉक्टर से सही दवा व थेरेपी लेना जरूरी है। नीचे बताए गए कुछ घरेलू नुस्खे इलाज के प्रभाव को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। ये उपाय सिजोफ्रेनिया के लक्षण को कम करने में भी लाभकारी साबित हो सकते हैं। नीचे जानिए सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय।

1. हरी इलाइची

Green cardamom

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सामग्री :
  • एक छोटा चम्मच इलाइची पाउडर
  • एक गिलास गर्म पानी
  • शहद
विधि :
  • एक गिलास गर्म पानी में एक छोटा चम्मच इलाइची पाउडर मिला लें।
  • अच्छी तरह मिलाने के बाद इस घोल को 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • 10 मिनट बाद इस घोल को छान लें और पानी अलग कर लें।
  • आखिरी में इस पानी में शहद मिला लें और गुनगुना सेवन करें।
  • इस घोल का सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है :

सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय में आप हरी इलाइची का उपयोग कर सकते हैं। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है और सिजोफ्रेनिया के लक्षण को कम कर सकती है (9)।

2. विटामिन

  • विटामिन बी6 (चिकन, अंडे, मछली व स्टार्च भरी सब्जियां)
  • विटामिन बी12 (मीट व डेयरी उत्पाद)
  • विटामिन ए (डेयरी उत्पाद व हरी सब्जियां)
  • विटामिन सी (साइट्रस फल, आलू व पालक)
  • विटामिन ई (वेजिटेबल ऑइल व अंडे)
  • विटामिन डी (मछली, अंडे की जर्दी व दूध)
  • विटामिन सप्लीमेंट्स
कैसे काम करता है :

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति में कई विटामिन की कमी हो जाती है। इनमें से कुछ विटामिन जैसे विटामिन डी की कमी सिजोफ्रेनिया के कारण में शामिल में हो सकती है। ऐसे में विभिन्न विटामिन से समृद्ध खाद्य पदार्थ या सप्लीमेंट्स लेने से सिजोफ्रेनिया के लक्षण में कमी आ सकती है (10)। लेख के आने वाले भागों में आप जानेंगे कि किन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से इन विटामिन की कमी पूरी हो सकती है।

3. तुलसी की पत्तियां

 Basil leaves

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सामग्री:
  • तुलसी की पत्तियां
  • सेज हर्ब
  • पानी
विधि :
  • एक कप पानी में चार से पांच तुलसी की पत्तियां और आधा चम्मच सेज हर्ब डाल कर उबाल लें।
  • कुछ मिनट उबालने के बाद पानी को छान लें।
  • जब पानी हल्का गुनगुना हो जाए, तो इसका सेवन करें।
  • आ जल्द परिणाम के लिए इसका सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है :

तुलसी की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सिजोफ्रेनिया का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, तुलसी की पत्तियां मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को ठीक से काम करने में मदद करती हैं, जिससे सिजोफ्रेनिया के लक्षण से आराम मिल सकता है (9)। इसके अलावा, इसमें एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं, जो सिजोफ्रेनिया के कारण होने वाले तनाव को कम करने में भी मदद करते हैं (11)।

4. जिनसेंग

सामग्री :
  • सूखा जिनसेंग पाउडर
  • पानी
विधि :
  • एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच जिनसेंग पाउडर डालकर उबाल लें।
  • लगभग 10 मिनट उबलने के बाद पानी को छान कर अलग कर लें।
  • फिर पानी के गुनगुना होने पर सेवन करें।
  • इस घोल का सेवन लगभग छह महीने तक दिन में एक बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है :

जिनसेंग के फायदे सिजोफ्रेनिया के लक्षण से आराम पाने में मदद कर सकते हैं। यह प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट करता है, जिससे दिमाग से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है (12)।ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होने से सिजोफ्रेनिया का इलाज करने में मदद मिल सकती है। साथ ही जिनसेंग में न्यूरो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो दिमाग में न्यूरोन्स को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं (9) (13)।

5. ओमेगा-3 (फिश ऑयल)

सामग्री :
  • ओमेगा 3 सप्लीमेंट्स
विधि :
  • डॉक्टर से परामर्श कर ओमेगा-3 सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछली, सोया, अखरोट, अंडे व दही आदि का सेवन भी किया जा सकता है (14)।
कैसे काम करता है :

शोध में पाया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड सिजोफ्रेनिया के लक्षण को रोकने में मदद कर सकता है। खासकर, कॉग्निटिव लक्षणों को रोकने में यह मददगार साबित हो सकता है। यह पीड़ित व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन लाने में मदद कर सकता है, लेकिन इस पर अभी और शोध होना बाकी है (15)।

6. ब्राह्मी

Brahmi

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सामग्री :
  • ब्राह्मी सप्लीमेंट
विधि :
  • डॉक्टर से परामर्श कर ब्राह्मी सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
कैसे काम करता है :

सदियों से ब्राह्मी का उपयोग आयुर्वेद में किया जा रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सिजोफ्रेनिया का इलाज करने के लिए ब्राह्मी को एक प्रभावशाली दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। ब्राह्मी सप्लीमेंट का सेवन सिजोफ्रेनिया के पॉजिटिव लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकता है (15)।

7. अश्वगंधा

सामग्री:
  • अश्वगंधा सप्लीमेंट्स
विधि :
  • डॉक्टर से परामर्श कर अश्वगंधा सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
कैसे काम करता है :

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति के लिए अश्वगंधा का उपयोग करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अर्क के एंटी इन्फ्लेमेटरी और इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने वाले गुण सिजोफ्रेनिया के लक्षण, खासकर नेगेटिव लक्षण और तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि अश्वगंधा सिजोफ्रेनिया का इलाज करने में मदद कर सकता है (16)।

8. कैमोमाइल

Chamomile

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सामग्री :

  • एक छोटा चम्मच सूखी कैमोमाइल
  • एक कप पानी
विधि :
  • एक कप पानी में एक छोटा चम्मच कैमोमाइल डालकर अच्छी तरह से उबाल लें।
  • अच्छी तरह से उबाल जाने के बाद पानी (कैमोमाइल टी) को छान लें।
  • फिर गुनगुने कैमोमाइल टी का सेवन करें।
  • दिन में दो बार इस चाय का सेवन करें
कैसे काम करता है :

मिनरल

शरीर में पोटैशियम की कमी को हाइपोकैलीमिया कहा जाता है। यह भी सिजोफ्रेनिया के लक्षणों का एक कारण हो सकती है, जिसे सायकोसिस कहा जाता है (17)। इस परिस्थिति में कैमोमाइल टी का सेवन करने से फायदे मिल सकते हैं। इसमें पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो पोटैशियम की कमी को पूरा कर सकती है (18)

9. आंवला

सामग्री :
  • आंवला पाउडर
  • एक गिलास गर्म पानी
विधि :
  • आंवले को सुखाकर, उसे बारीक पीस कर पाउडर बना लें।
  • रोज एक चम्मच आंवला पाउडर का एक गिलास गर्म पानी के साथ सेवन करें।
  • मरीज चाहे तो साबूत आंवला के फल का सेवन भी कर सकता है।
कैसे काम करता है :

आंवले को एक प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में कारगर साबित हो सकता है (19)। जैसा कि हम लेख में पहले भी बता चुके हैं कि एंटीऑक्सीडेंट गुण सिजोफ्रेनिया के लक्षण को कम करने में मदद करता है (13)। साथ ही आंवला रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे सिजोफ्रेनिया से लड़ने में मदद मिलती है (9)।

10. लिकोरिस (मुलेठी) पाउडर

Chamomile

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सामग्री :
  • दो चम्मच मुलेठी पाउडर
  • दो कप पानी
विधि :
  • दो कप पानी में दो चम्मच मुलेठी पाउडर को अच्छी तरह से मिला लें।
  • इस घोल को एक पैन में डाल कर, तब तक उबालें जब तक कि इसकी मात्रा आधी न रह जाए।
  • आधा हो जाने के बाद, इसे छान लें।
  • फिर इसे ठंडा करके पिएं।
  • इस घोल का सेवन रोज सुबह नाश्ते से एक घंटा पहले कर सकते हैं।
कैसे काम करता है :

सिजोफ्रेनिया के बचाव के लिए मुलेठी का सेवन किया जा सकता है। यह दिमाग में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाता है, ताकि मस्तिष्क ठीक से काम कर सके। इसके अलावा, यह दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर (दिमाग से सिग्नल ले जाने वाले केमिकल) और सिजोफ्रेनिया के कारण कम होने वाली याददाश्त को बढ़ाने में भी मदद करता है। खासकर, यह सिजोफ्रेनिया के कॉग्निटिव लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (20)।

11. गाजर

सामग्री :
  • दो से तीन गाजर
  • आधा कप पानी
विधि :
  • गाजर के छोटे-छोटे टुकड़े करके ब्लेंडर में डाल लें।
  • अब इसमें लगभग आधा कप पानी मिलाकर अच्छी तरह से पीस लें।
  • अच्छी तरह पिस जाने के बाद, इस जूस को छानकर गिलास में डाल लें।
  • आप दिन में दो बार इस जूस का सेवन करें।
  • आप गाजर को सलाद की तरह भी खा सकते हैं।
कैसे काम करता है :

गाजर का उपयोग सिजोफ्रेनिया का उपचार करने के लिए किया जा सकता है। गाजर में नियासिन (विटामिन बी3) पाया जाता है (21)। शोध में पाया गया है कि नियासिन की कमी भी सिजोफ्रेनिया के लक्षण में शामिल है। साथ ही न्यूरोन्स की कमी और हैलुसिनेशन में भी वृद्धि हो सकती है। इस परिस्थिति में नियासिन से समृद्ध खाद्य पदार्थ जैसे गाजर का सेवन करने से सिजोफ्रेनिया के लक्षण जैसे हैलुसिनेशन और भ्रम (psychotic features) को कम करने में मदद मिल सकती है (22)।

12. जिन्कगो बिलोबा

Liquorice (liquorice) powder

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सामग्री :
  • जिन्कगो बिलोबा सप्लीमेंट्स
विधि :
  • डॉक्टर से परामर्श कर जिन्कगो बिलोबा सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
कैसे काम करता है :

सिजोफ्रेनिया के कारण में फ्री रेडिकल्स या ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का प्रभाव भी शामिल। ऐसे में एक प्रभावशाली एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे जिन्कगो बिलोबा इस कारण को कम करने में मदद कर सकता है। यह सिजोफ्रेनिया के पॉजिटिव लक्षण को कम करने में मदद करता है और एंटी-सायकोटिक दवाइयों (मनोविकार के प्रति प्रभावकारी दवा) के प्रभाव को बढ़ाने में मदद करता है (23)।
13. पालक

सामग्री :
  • पालक की सब्जी
विधि :
  • आप घर में पालक की सब्जी बना सकते हैं।
  • पालक को सलाद के साथ मिला कर भी खाया जा सकता है।
कैसे काम करता है :

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति में अक्सर फोलेट (विटामिन बी9) की कमी हो जाती है, खासकर प्लाज्मा फोलेट का स्तर ज्यादा कम हो जाता है। फोलेट की यह कमी उनके लिए सिजोफ्रेनिया से जल्द उबरने में बाधा बन सकती है (24)। ऐसे में पालक का सेवन सिजोफ्रेनिया का उपचार होने की दर बढ़ाने में मददगार हो सकता है। पालक में भरपूर मात्रा में फोलेट पाया जाता है, जिससे उसकी कमी को पूरा किया जा सकता है (25)।

14. कावा कावा

Ginkgo Biloba

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सामग्री :
  • एक बड़ा चम्मच कावा कावा पाउडर
  • एक गिलास पानी
विधि :
  • एक गिलास पानी में कावा पाउडर अच्छी तरह से मिला लें।
  • पाउडर को लगभग 10 मिनट तक पानी में अच्छी तरह मिलाएं।
  • पूरी तरह मिल जाने के बाद पानी को छान लें और उसका सेवन करें।
  • इसका सेवन दिन में एक बार किया जा सकता है।

नोट : कावा कावा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी हैं, क्योंकि इसका सेवन सिजोफ्रेनिया की अन्य दवाइयों पर प्रभाव डाल सकता है।

कैसे काम करता है :

कावा के गुण सिजोफ्रेनिया के पॉजिटिव और नेगेटिव लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह सिजोफ्रेनिया के सायकोटिक लक्षण जैसे हैलुसिनेशन और भ्रम को कम करने में भी मदद कर सकता है। फिलहाल, यह कहना मुश्किल होगा कि सिजोफ्रेनिया के लक्षण कम करने में कावा कावा के कौन-से गुण काम करते हैं (26)।

नोट : सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय क्या-क्या हैं, यह तो आप जान ही चुके हैं। साथ ही ध्यान रहे कि ये सभी उपाय सिजोफ्रेनिया के लक्षण को कम करने में सिर्फ मदद कर सकते हैं। साथ ही, ये मरीज के ठीक होने की गति को भी बढ़ा सकते हैं, लेकिन स्पष्ट तौर पर यह कहना मुश्किल है कि ये सिजोफ्रेनिया का उपचार करने में कितने लाभकारी हैं।

सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय जानने के बाद, लेख के अगले भाग में जानिए कि सिजोफ्रेनिया के जोखिम कारक क्या हो सकते हैं।

सिजोफ्रेनिया के जोखिम कारक – Risk Factors of Schizophrenia in Hindi

सिजोफ्रेनिया के कारण के अलावा कुछ और जोखिम कारक भी हैं, जो सिजोफ्रेनिया होने के खतरे को बढ़ा सकते हैं, जैसे (7) (8) :

  • शराब और दूसरे नशों का सेवन
  • कुछ प्रकार के वायरस से संपर्क
  • जन्म के समय कुपोषण
  • जन्म दोष
  • मनोसामाजिक कारक

लेख के द्वारा सिजोफ्रेनिया के लिए घरेलू उपाय बताने के बाद, आइए अब आपको बता दें कि दवा और थेरेपी से सिजोफ्रेनिया का इलाज कैसे किया जा सकता है।

सिजोफ्रेनिया का इलाज – Treatment of Schizophrenia in Hindi

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लेख के इस भाग की शुरुआत करने से पहले हम आपको एक बार फिर बता दें कि सिजोफ्रेनिया का इलाज अभी तक उपलब्ध नहीं है। नीचे बताई जाने वाली दवाइयां और थेरेपी सिर्फ सिजोफ्रेनिया के लक्षण को कम कर सकती हैं (8)।

  • एंटीसायकोटिक ट्रीटमेंट : एंटीसायकोटिक का मतलब होता है सायकोटिक लक्षण जैसे हैलुसिनेशन और भ्रम को कम करने वाली दवाइयां (27)। इस ट्रीटमेंट को टेबलेट या सिरप के रूप में दिया जाता है। कुछ स्थितियों में एंटीसायकोटिक दवाइयों के इंजेक्शन भी लगते हैं। शुरुआत में इस ट्रीटमेंट के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, लेकिन वो कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं।
  • साइकोसोशल ट्रीटमेंट : यह एक प्रकार की थेरेपी होती है, जिसकी शुरुआत मरीज के लिए सही दवा मिल जाने के बाद की जाती है। यहां हम बता दें कि सभी मरीजों के लिए सभी दवाइयां काम नहीं करती हैं। इसलिए, डॉक्टर पहले चेक करते हैं कि मरीज को कौन-सी दवा फायदा करेगी। साइकोसोशल ट्रीटमेंट में डॉक्टर मरीज को रोजमर्रा के काम जैसे ऑफिस जाना व पढ़ाई करना आदि में ध्यान लगाने में मदद करते हैं।
  • कॉर्डिनेट स्पेशयलिटी केयर (Coordinated Specialty Care) : इस ट्रीटमेंट में दवाइयां, थेरेपी, परिवार की मदद लेना, पढ़ाई और काम में ध्यान लगाने की थेरेपी आदि सब शामिल होता है। इसमें सभी लक्षणों को कम करने और रोजमर्रा के कम करने के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया जाता है।

आइए, अब आपको बताते हैं कि जब सिजोफ्रेनिया का इलाज चल रहा हो, तब क्या खाना चाहिए।

सिजोफ्रेनिया में क्या खाना चाहिए – What to eat during Schizophrenia in Hindi

जैसा कि हम लेख में पहले बता चुके हैं कि कुछ पोषक तत्वों की कमी सिजोफ्रेनिया का इलाज होने की दर में कमी ला सकती हैं (10)। ऐसे में उन सभी खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है, जो इन पोषक तत्वों की कमी पूरा कर सके।

  • विटामिन-बी6 के लिए चिकन, अंडे, मछली, स्टार्च भरी सब्जियां जैसे आलू, मटर, हरे केले, कॉर्न का सेवन किया जा सकता है (10) (28)।
  • विटामिन-बी12 के लिए मीट, डेयरी उत्पाद व सिरियल्स आदि का सेवन किया जा सकता है (10)।
  • विटामिन-ए के लिए अंडे, डेयरी उत्पाद व हरी सब्जियां का सेवन किया जा सकता है (10)।
  • विटामिन-सी के लिए साइट्रस फल, लाल और पीली बेल पेप्पर, टमाटर व ब्रोकली का सेवन किया जा सकता है (29)।
  • विटामिन-ई के लिए वेजिटेबल ऑयल जैसे सूरजमुखी, सोयाबीन, कॉर्न का तेल, बादाम, मूंगफली, हेज़लनट, पालक व ब्रोकली का सेवन किया जा सकता है (30)।
  • विटामिन-डी के लिए मछली, अंडे की जर्दी व दूध का सेवन किया जा सकता है (10)।
  • गाजर के साथ आप फोलेट से समृद्ध अन्य खाद्य पदार्थ भी खा सकते हैं, जैसे चिकन, अंडे, मशरूम, साबुत अनाज व बीन्स आदि (31)।

यह जानने के साथ कि सिजोफ्रेनिया में क्या खाना चाहिए, यह भी जानना जरूरी है कि क्या नहीं खाना चाहिए। इस बारे में जानिये लेख के अगले भाग में।

सिजोफ्रेनिया में परहेज – What to Avoid During Schizophrenia in Hindi

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति को नीचे बताई गई बातों से परहेज रखने की सलाह दी जाती है।

  • सबसे पहले तो उन सभी पदार्थों का सेवन करने से बचना जरूरी है, जिनकी वजह से सिजोफ्रेनिया के लक्षण बढ़ सकते हैं, जैसे शराब और अन्य नशीले पदार्थ (7)।
  • जैसा कि हम बता चुके हैं कि तनाव भी सिजोफ्रेनिया का एक कारण हो सकता है (7)। ऐसे में चिंता करने से बचना सिजोफ्रेनिया के बचाव की तरह काम कर सकता है।
  • सिजोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों को धूम्रपान करने से भी बचना चाहिए (32)।
  • सिजोफ्रेनिया के मरीज को नींद न आने की समस्या होती है, लेकिन उन्हें भरपूर नींद लेना जरूरी है (33)। ऐसे में उन सभी पदार्थों का सेवन करने से बचें, जो नींद में अड़चन पैदा कर सकते हैं, जैसे रात में चाय या कॉफी पीना आदि।

लेख के अगले भाग में जानिए कि सिजोफ्रेनिया के बचाव क्या होते हैं।

सिजोफ्रेनिया से बचने के उपाय – Prevention Tips for Schizophrenia in Hindi

जैसा कि कहा जाता है उपचार से बेहतर बचाव है और सिजोफ्रेनिया का तो कोई उपचार भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में उससे बचना ही समझदारी होगी। नीचे बताए गए कुछ टिप्स सिजोफ्रेनिया के बचाव में मदद कर सकते हैं :

  • शराब, धूम्रपान और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
  • सिजोफ्रेनिया के शुरूआती लक्षण महसूस होते ही डॉक्टर से परामर्श करें।
  • भरपूर नींद लें।
  • योग और व्यायाम करें, ताकि आपका मन शांत रहे और आप चिंता से दूर रहें।
  • साधारण डॉक्टर की तरह ही, नियमित रूप से साइकोलोजिस्ट से मिलें और चेकअप करवाएं।
  • अपने मानसिक स्वास्थ को नजरअंदाज न करें, फिर चाहे वह मानसिक थकान और तनाव ही क्यों न हो।

अब आप सिजोफ्रेनिया के बारे में लगभग सब समझ गए होंगे और इसके लक्षण जानने के बाद आपको यह भी समझ आ गया होगा कि यह कितनी खतरनाक बीमारी है। सिजोफ्रेनिया के लक्षण जैसे उन चीजों का दिखना या सुनाई देना जो नहीं हैं, इस पर आमतौर पर लोग आसानी से यकीन नहीं करते। कई बार इसे भूत-प्रेत की बाधा से भी जोड़ दिया जाता है और सिजोफ्रेनिया के कारण पीड़ित व्यक्ति अपना आत्मविश्वास खोने लगता है। उसे अक्सर ऐसा महसूस होने लगता है कि कोई उस पर भरोसा नहीं करता। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति के परिवार और दोस्तों को यह ध्यान रखना जरूरी है कि वो उस पर भरोसा करें और उसे सिजोफ्रेनिया का इलाज करवाने में मदद करें। सिजोफ्रेनिया के बचाव और उपचार के लिए कई सहयोग ग्रुप बने हुए हैं, जिनकी मदद से पीड़ित व्यक्ति को आम जीवन जीने में मदद मिल सकती है। अगर अब भी आपके मन में सिजोफ्रेनिया से जुड़ा कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स के जरिए हमसे पूछ सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या सिजोफ्रेनिया आनुवंशिक है?

कुछ मामलों में सिजोफ्रेनिया आनुवंशिक हो सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि अगर किसी के माता-पिता या दोनों में से किसी एक को भी सिजोफ्रेनिया है, तो 10 प्रतिशत आशंका है कि उनका बच्चा भी इसका शिकार हो सकता है (7)।

अगर सिजोफ्रेनिया का उपचार न किया जाए तो क्या होगा?

अगर समय रहते सिजोफ्रेनिया का उपचार शुरू न किया जाए, तो उसके चरण बढ़ने लगते हैं और लक्षण गंभीर होने लगते हैं। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति के भ्रम और हैलुसिनेशन बढ़ सकती हैं और अत्यंत बुरे मामलों में व्यक्ति आत्महत्या कर सकता है (34)।

क्या सिजोफ्रेनिया से पीड़ित लोग खतरनाक होते हैं?

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित ज्यादातर लोग खतरनाक नहीं होते है। हां, कुछ स्थितियों में मरीज को यह भ्रम होने लगता है कि आसपास के लोग उसे नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। ऐसे में आत्मरक्षा के चलते वो दूसरे को नुकसान पहुंचा सकते हैं (2)।

सिजोफ्रेनिया को नियंत्रित करने में कितना समय लगता है?

इस बारे में कहना मुश्किल है कि सिजोफ्रेनिया को नियंत्रित करने में कितना समय लग सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज सिजोफ्रेनिया के कौन-से चरण पर है। कई मामलों में मरीज को पूरी जिंदगी एंटीसायकोटिक लेने की जरूरत पड़ सकती है। जैसा कि हम लेख में पहले भी बता चुके हैं कि सिजोफ्रेनिया का पूरी तरह उपचार करना मुमकिन नहीं है। फिर इसके लक्षणों को ही नियंत्रित किया जा सकता है।

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सिर में खुजली के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज – Home Remedies for Itchy Scalp in Hindi

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सिर में होने वाली कई समस्याओं में से एक खुजली भी है। यह खुजली बालों को ठीक से साफ न रखने, बालों में रूसी या सिर में इस्तेमाल किए जाने वाले कॉस्मेटिक उत्पादों के दुष्प्रभावों के रूप में हो सकती है। सिर में खुजली को ठीक करने के लिए विभिन्न प्रकार के हेयर प्रोडक्ट्स बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन इनके दुष्प्रभाव आपकी समस्या को और जटिल बना सकते हैं। ऐसे में आप सिर की खुजली दूर करने के लिए घरेलू उपचार की मदद ले सकते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको सिर में खुजली का इलाज तो बताएंगे ही साथ ही सिर में खुजली होने का कारण के विषय में भी जानकारी देंगे।

आइए, सबसे पहले जानते हैं कि किन कारणों की वजह से सिर में खुजली की समस्या होती है।

सिर में खुजली होने का कारण – Causes of Itchy Scalp in Hindi

सिर में खुजली की समस्या को आमतौर पर हम रूसी से ही जोड़कर देखते हैं, जबकि इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं। इसके बारे में आपको नीचे क्रमवार बता रहे हैं (1)

  • रूसी के कारण
  • सीबोरआ (Seborrhoea) – त्वचा से जुड़ी समस्या, जो स्कैल्प पर पपड़ीदार और लाल त्वचा का कारण बनती है।
  • सोरायसिस (Psoriasis) – त्वचा से जुड़ी गंभीर समस्या, जो लाल और पपड़ीदार त्वचा के फैलाव को बढ़ाती है।
  • टिनिया (Tinea) – एक फंगल संक्रमण, जिसके कारण स्कैल्प की त्वचा लाल हो जाती है और सिर में खुजली होती है।
  • सिर में जूं होना।
  • तनाव के कारण भी सिर में खुजली हो सकती है (2)

सिर में खुजली होने का कारण तो आप जान गए। चलिए, अब जानते हैं कि इससे बचने के लिए कौन से घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं।

सिर में खुजली कम करने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi

सिर की खुजली से छुटकारा पाने के लिए इस लेख में बताए जा रहे सभी घरेलू उपाय को ध्यान से पढ़िए, जिसके जरिए आप घर बैठे सिर की खुजली की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

1. नारियल तेल का इस्तेमाल

Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi

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सामग्री:
  • नारियल तेल एक चम्मच
कैसे करें इस्तेमाल:
  • नारियल तेल को एक कटोरी में रख लें।
  • अब इसे हल्के हाथों से स्कैल्प और बालों में लगाएं।
  • इसे रात भर बालों में लगाकर छोड़ दें और सुबह उठकर बालों को शैम्पू से धो लें।
  • इस प्रक्रिया को हफ्ते में एक से दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया सिर में खुजली का एक कारण फंगल संक्रमण भी होता है। दरअसल, नारियल तेल में फंगस और कीटाणुओं को मारने का गुण पाया जाता है। फंगस को मारने के बाद यह खुजली की समस्या को भी ठीक कर देता है (3)

2. सेब का सिरका 

सामग्री:
  • एक चौथाई कप सेब का सिरका
  • पानी एक चौथाई कप
  • एक स्प्रे बोतल
कैसे करें इस्तेमाल:
  • सबसे पहले एक स्प्रे बोतल में सेब का सिरका डालें।
  • अब इसमें पानी मिला लें।
  • अब बालों को शैम्पू से धो लें।
  • अब स्प्रे के जरिए पूरे बालों में इस मिश्रण को लगाएं।
  • करीब 15 मिनट तक इसे लगा रहने दें।
  • अब बालों को पानी से धो कर साफ कर लें।
  • इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

बालों में रूसी भी सिर की खुजली का एक बड़ा कारण है। यहां सेब का सिरका आपके काम आ सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, सेब का सिरका इस्तेमाल करने से बालों से रूसी की समस्या को खत्म किया जा सकता है, जिससे आप डैंड्रफ से होने वाली खुजली से निजात पा सकते हैं (4)

3. टी ट्री ऑयल

Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi (6)

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सामग्री:
  •  दो चम्मच टी ट्री ऑयल
  •  जैतून के तेल की 4-5 बूंदें
कैसे करें इस्तेमाल:
  • सबसे पहले एक कटोरी लें।
  • अब इसमें टी ट्री ऑयल डालें।
  • फिर इसमें जैतून के तेल को मिला लें।
  • हल्के हाथों से इसे पूरे बालों और स्कैल्प में लगाएं और 10 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
  • बाद में ठंडे पानी और शैंपू से बाल धो लें।
कैसे है लाभदायक :

टी ट्री ऑयल और जैतून के तेल में सैलिसिलिक एसिड (Salicylic Acid – डैंड्रफ को हटाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला अम्ल) की मात्रा पाई जाती है, जो एंटी डैंड्रफ के रूप में कार्य करता है। इस कारण बालों में इन तेल को इस्तेमाल करने से यह सिर में होने वाली खुजली की समस्या से राहत पहुंचा सकता है (5)

4. बेकिंग सोडा

सामग्री:
  • 2-3 चम्मच बेकिंग सोडा
  • पानी आधा कप
कैसे करें इस्तेमाल:
  • सबसे पहले एक कटोरी लें।
  • अब इसमें बेकिंग सोडा डालें।
  • इसके बाद इसमें पानी डालकर पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस पेस्ट को स्कैल्प पर लगाकर करीब आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
  • अंत में शैम्पू से बालों को धो लें।
  • इस उपाय को हफ्ते में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

जैसे कि आपको ऊपर जानकारी दी गई है कि फंगल संक्रमण के कारण भी सिर में खुजली की समस्या हो सकती है, जबकि बेकिंग सोडा में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो फंगल इन्फेक्शन से स्कैल्प की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं (6)। इसका सीधा प्रभाव हमारे सिर की खुजली को दूर करने के काम आ सकता है।

5. जैतून के तेल के जरिए

सामग्री:
  • जैतून का तेल
कैसे करें इस्तेमाल:
  • आवश्यकतानुसार जैतून तेल को स्कैल्प और बालों में अच्छे से लगाएं।
  • करीब 30 मिनट तक इसे बालों में लगाए रखें।
  • फिर इसे शैम्पू की सहायता से धो लें।
  • इस घरेलू उपचार को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

आपको ऊपर बताया गया है कि जैतून के तेल में सैलिसिलिक नामक एसिड (Salicylic Acid – डैंड्रफ को हटाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला अम्ल) मौजूद होता है। यह बालों से रूसी को खत्म करने का काम कर सकता है, जिससे सिर की खुजली से निजात पाया जा सकता है (5)

6. नींबू का रस

सामग्री:
  • नींबू रस 2 चम्मच
  • पानी आधा चम्मच
कैसे करें इस्तेमाल:
  • सबसे पहले एक कटोरी लें।
  • उसमें नींबू रस डालें और ऊपर से पानी मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को पूरे बालों में लगाएं।
  • करीब आधे घंटे बाद इसे पानी की सहायता से धो लें।
कैसे है लाभदायक :

सिर की खुजली से राहत पाने के लिए नींबू के रस का उपयोग आपके लिए लाभदायक हो सकता है। दरअसल, नींबू के रस में एंटी डैंड्रफ गुण पाया जाता है। यही वजह है कि यह बालों से रूसी की समस्या को खत्म करके, रूसी के कारण सिर में होने वाली की खुजली को दूर करने में मदद कर सकता है (7)

7. एलोवेरा के उपयोग से

Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi (6)

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सामग्री:
  • 2-3 एलोवेरा के कटे हुए टुकड़े  
  • मेथी पाउडर 1 चम्मच
कैसे करें इस्तेमाल:
  • एलोवेरा की ऊपरी सतह को साफ करके इसका जेल निकाल लें।
  • अब इस जेल में मेथी पाउडर को मिला लें।
  • अब इस हेयर मास्क को बालों और स्कैल्प पर लगाएं।
  • अपने बालों को शॉवर कैप या तौलिया से ढकें और मास्क को कम से कम 1 घंटे के लिए लगा रहने दें।
  • अंत में शैम्पू करें।
  • इस घरेलू उपाय को सप्ताह में एक बार लगाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

लेख के ऊपरी भाग में आपको बताया गया है कि सिर में खुजली होने का कारण फंगल संक्रमण भी हो सकता है। एलोवेरा में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। एलोवेरा का उपयोग फंगल संक्रमण को ठीक कर सिर की खुजली से निजात दिला सकता है (8)

8. पीपरमेंट तेल से

सामग्री:
  •  एक चम्मच पीपरमेंट का तेल
  •  2-3 बूंद पानी
कैसे करें इस्तेमाल:
  • पीपरमेंट में पानी की बूंदें मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।
  • अब इसे बालों में और स्कैल्प की सतह पर लगाएं।
  • करीब पंद्रह मिनट तक इसे लगा रहने दें।
  • उसके बाद इसेबालों के अच्छे शैम्पू के जरिए धो लें।
  • इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं। 
कैसे है लाभदायक :

सिर की खुजली को दूर करने के लिए पीपरमेंट तेल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह देखा गया है कि पीपरमेंट तेल में एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबियल गतिविधि पाई जाती है। यह गतिविधि फंगल संक्रमण के कारण सिर में होने वाली खुजली से राहत दिलाने का काम कर सकती है (9)

नोट – कुछ लोगों की सिर की त्वचा संवेदनशील होती है, जिन पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, इसे पहले केवल 1 बूंद इस्तेमाल करके देखें, अगर कोई परेशानी समझ में आए तो इसे सिर में न लगाएं। इसके अलावा, इस लेख में दिए गए अन्य घरेलू उपाय को ही इस्तेमाल करें।

9. आर्गन तेल के जरिए

सामग्री:
  • एक चम्मच आर्गन तेल
  • 3-4 बूंद नींबू का रस
कैसे करें इस्तेमाल:
  • आर्गन तेल और नींबू के रस को आपस में मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को बालों और स्कैल्प की सतह तक लगाएं।
  •  20 मिनट तक इसे बालों में लगा रहने दें।
  • अंत में बालों को शैंपू से धो लें।
  • इस घरेलू उपाय को आप सप्ताह में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :

सिर में खुजली का इलाज करने के लिए आर्गन तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, आर्गन तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं (10)। अध्ययन में यह भी देखा गया कि एंटी इंफ्लेमेटरी गुण वाले शैम्पू का इस्तेमाल करने से स्कैल्प के सूखेपन को खत्म करने में मदद मिलती है, जो सिर की खुजली से राहत दिलाने के लिए लाभकारी साबित हो सकता है (11)

10. प्याज का रस

Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi (6)

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सामग्री:
  • 2 चम्मच प्याज का रस
  • शहद एक छोटा चम्मच
  • साफ कॉटन बॉल
कैसे करें इस्तेमाल:
  • प्याज के रस और शहद को मिला लें।
  • अब रूई की मदद से इस मिश्रण को स्कैल्प और बालों में लगाएं।
  • जब पूरे स्कैल्प में प्याज और शहद का मिश्रण लग जाए, तो सिर की हल्के हाथों से मालिश करें।
  • इसे 15-30 मिनट तक लगा रहने दें।
  • फिर शैंपू से आप अपने बालों को धो लें।
  • इस घरेलू उपचार को हफ्ते में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है। 
कैसे है लाभदायक :

प्याज में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं (12)। इन्हीं विशेष गुणों के कारण यह   सिबोरहिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic Dermatitis – स्कैल्प में खुजली का एक कारण) को दूर करने के काम आ सकता है। इस प्रकार साप्ताहिक रूप में एक बार इसके प्रयोग के जरिए सिर की खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है (13)

11. नीम का तेल

सामग्री:
  • नीम का तेल एक चम्मच
  • 4-5 बूंद पानी
कैसे करें इस्तेमाल:
  • नीम का तेल और पानी की बूंद मिला लें।
  • अब इस मिश्रण को बालों और स्कैल्प में लगाएं।
  • करीब 20 मिनट के बाद इसे हल्के शैम्पू की सहायता से धो लें।
  • इस घरेलू उपाय को हफ्ते में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।  
कैसे है लाभदायक :

बालों के विकास के लिए तो नीम का काफी लम्बे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका प्रयोग स्कैल्प के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, नीम के तेल में कई फैटी एसिड पाए जाते हैं, जैसे लिनोलिक, ओलिक और स्टीयरिक एसिड। ये एसिड स्कैल्प को स्वस्थ रखकर सिर में खुजली का इलाज कर सकते हैं। साथ ही बालों के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं (14)

12. जोजोबा तेल

सामग्री:
  • जोजोबा तेल एक चम्मच
कैसे करें इस्तेमाल:
  • जोजोबा तेल को बालों और स्कैल्प की सतह तक लगाएं।
  • अब इसे करीब 20 मिनट तक लगाए रखें।
  • अब आप अपने बालों को पानी या शैंपू से धो लें।
  • इस उपाय को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

जोजोबा तेल का उपयोग सिर की खुजली को दूर करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है। दरअसल, जोजोबा तेल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, डैंड्रफ के कारण सिर में होने वाली खुजली के इलाज के लिए केटोकोनाजोल क्रीम (Ketoconazole cream) का इस्तेमाल किया जाता है। इस क्रीम में एंटीफंगल गुण पाए जाते है और इस गुण की पुष्टि जोजोबा तेल में भी की गई है। यह गुण फंगस को विकसित होने से रोकते हैं, जो सिर की खुजली को रोकने में मदद कर सकते हैं (15), (16)। इसलिए, जोजोबा तेल का उपयोग एक एंटीफंगल एजेंट के रूप में फायदेमंद हो सकता है।

13. यूकेलिप्टस और लैवेंडर तेल के जरिए

Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi (2)

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सामग्री:
  • एक चम्मच यूकेलिप्टस का तेल
  • एक चम्मच लैवेंडर तेल
कैसे करें इस्तेमाल:
  • एक कटोरी में दोनों तेलों को आपस में मिला लें।
  • अब इसे हल्के हाथों से पूरे स्कैल्प पर लगाएं और करीब पांच मिनट तक मसाज करें।
  • इसे आधे घंटे तक स्कैल्प में लगा रहने दें और फिर बालों को शैंपू से धो लें।
  • इस उपाय को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :

यूकेलिप्टस और लैवेंडर तेल का इस्तेमाल भी आपको सिर में में होने वाली खुजली से राहत दिला सकता है। इसका कारण यह है कि यूकेलिप्टस और लैवेंडर तेल में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं (17)। एक वैज्ञानिक अध्ययन अनुसार, एंटीफंगल गुण बालों से डैंड्रफ को दूर करने का काम कर सकते हैं (18)। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि डैंड्रफ भी सिर की खुजली का एक कारण होता है, जिसे ठीक करके हमारे सिर की खुजली को दूर किया जा सकता है (1)

14. कैमोमाइल स्प्रे

सामग्री:
  • मुट्ठी भर कैमोमाइल फूल
  • 2 कप पानी
  • एक छन्नी
कैसे करें इस्तेमाल:
  • सबसे पहले एक बर्तन लें।
  • अब इसमें कैमोमाइल फूल और पानी को डालें।
  • अब इसे गैस पर रख दें और उबालें।
  • मिश्रण को रंग बदलने तक उबलने दें।
  • अब गैस को बंद कर दें और कैमोमाइल फूल और पानी के इस मिश्रण को ठंडा होने दें।
  • इसके बाद छन्नी से इसे छान लें और एक साफ स्प्रे बोतल में भरें।
  • फिर आप इसे अपने स्कैल्प पर स्प्रे कर सकते हैं।
  • यह उपाय आप हफ्ते में तीन से चार बार किसी भी समय इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :

कैमोमाइल स्प्रे के जरिए भी सिर की खुजली को दूर किया जा सकता है। दरअसल, कैमोमाइल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं (19)। यह गुण सिबोरहिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic Dermatitis – स्कैल्प में खुजली का एक कारण) को ठीक करने के काम आ सकते हैं (20)

15. विच हेजेल तेल (Witch Hazel)

सामग्री:
  • 2 चम्मच विच हेजेल का अर्क
  • एक चम्मच पानी
  • दो बूंद नारियल तेल
कैसे करें इस्तेमाल:
  • सबसे पहले विच हेजेल अर्क, नारियल तेल और पानी को मिला लें।
  • अब उंगलियों की सहायता से इसे स्कैल्प पर लगाएं।
  • 20-25 मिनट के लिए इसे स्कैल्प पर लगा रहने दें।
  • अंत में बालों को शैंपू कर लें।
  • इस उपाय को हफ्ते में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :

विच हेजेल का प्रयोग भी बालों की खुजली को दूर कर सकता है। विच हेजेल अर्क में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं (21)। यहां एक बार फिर से सिबोरहिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic Dermatitis – स्कैल्प में खुजली का एक कारण) का जिक्र होगा, क्योंकि एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण स्कैल्प में खुजली होने की इस स्थिति को भी ठीक करने का काम करते हैं (20)

अब लेख के इस भाग में आपको सिर में खुजली से बचने के उपाय के बारे में बताया जा रहा है।

सिर में खुजली से बचने के उपाय – Prevention Tips for Itchy Scalp in Hindi

Home Remedies For Itchy Scalp in Hindi (2)

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आप सिर में खुजली से बचने के उपाय में निम्न सावधानियों का ख्याल रखकर इस समस्या से बचे रहे सकते हैं।

  • जिसको बालों में खुजली की समस्या हो उसके साथ अपनी कंघी और तौलिये को शेयर न करें।
  • अगर सिर में जूं की समस्या हो गई है, तो उसे दूर करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शैम्पू का इस्तेमाल करें।
  • अगर आपके सिर में रूसी हो गई है, तो जल्द से जल्द उसको दूर करने की कोशिश करें।
  • धूल भरी सड़क पर चलने से दूर रहें।
  • केमिकल युक्त शैम्पू का इस्तेमाल करने से बचें।
  • सिर में खुजली होने पर अन्य किसी भी उपचार से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

अभी आपने इस लेख में पढ़ा कि सिर की खुजली को घर बैठे कैसे दूर किया जा सकता है। कभी-कभी सिर की खुजली इतनी बढ़ जाती है, जिसके कारण बालों का झड़ना भी शुरू हो जाता है। इसलिए, समय रहते हुए इस लेख में बताए गए उपाय को अपनाकर आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप अन्य किसी घरेलू उपाय के जरिए सिर की खुजली को दूर कर रहे हैं, तो उस उपाय को आप हमारे साथ जरूर साझा करें। उपाय साझा करने और इसके अतिरिक्त किसी अन्य जानकारी के लिए आप नीचे दिए गए कॉमेंट बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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बबूल गोंद के 12 फायदे, उपयोग और नुकसान – Babul Gond (Acacia) Benefits and Side Effects in Hindi

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पेड़ों के पत्ते, फूल और छाल को अक्सर दवाओं के रूप में इस्तेमाल करने के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है कि पेड़ों से निकलने वाला गोंद भी आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। जी हां, हम किसी ऐसे-वैसे गोंद की नहीं, बल्कि औषधीय पेड़ बबूल से निकलने वाले गोंद की बात कर रहे हैं। बबूल गोंद को अक्सर लोग साधारण पेड़ समझ लेते हैं, लेकिन इसके हर हिस्से का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवा और घरेलू उपचार में किया जाता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम खासकर बबूल गोंद के बारे में बात करेंगे। लेख में हम बबूल गोंद क्या है, बबूल गोंद के फायदे और इसके उपयोग से संबंधित जानकारी विस्तार से देंगे।

चलिए, सबसे पहले यह जान लेते हैं कि बबूल गोंद क्या है। इसके बाद हम बबूल गोंद के फायदे विस्तार से जानेंगे।

बबूल गोंद क्‍या है? – What is Babul Gond in Hindi

बबूल गोंद को इंग्लिश में अकेसिया (Acacia) कहा जाता है। अकेसिया का अर्थ अरबी में गोंद ही होता है। यह गोंद बबूल के पेड़ के तनों और शाखाओं से निकलता है। इस गोंद का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाई बनाने के साथ ही लड्डू बनाने के लिए भी किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर बबूल गोंद को आप कई तरह के स्वास्थ्य लाभ के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

बबूल गोंद क्‍या है यह तो आप जान ही चुके हैं। अब बबूल गोंद के फायदे पर एक नजर डाल लेते हैं।

बबूल गोंद के फायदे – Benefits of Babul Gond (Acacia) in Hindi

1. वजन घटाए

बबूल गोंद स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही यह अधिक वसा को कम करने में भी सहायक है। एक अध्ययन के मुताबिक, महिलाएं जिन्होंने बबूल गोंद का छह हफ्ते तक सेवन किया था, उनके बॉडी मास इंडेक्स (शरीर में मौजूद वसा) में कमी दर्ज की गई। माना जाता है कि बबूल गोंद डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है, जिस वजह से यह वजन घटाने में मदद करता है (1)। आप इसे पानी में घोलकर पी सकते हैं। 3 महीने तक 30 ग्राम बबूल गोंद की खुराक लेने से यह वजन बढ़ाने की प्रक्रिया को रोकने में प्रभावी भूमिका निभा सकता है (2)

2. कैंसर

कैंसर जैसी प्राणघातक बीमारी से बचने में भी बबूल गोंद मदद कर सकता है। इसमें एंटीकार्सिनोजेनिक (Anticarcinogenic) प्रभाव पाए जाते हैं। यह प्रभाव कैंसर सेल्स को खत्म करने में मदद करता है। आप इसका सेवन अपनी नियमित दवाओं के साथ भी कर सकते हैं (1)

3. डायबिटीज

अगर आप डायबिटीज या इसके खतरे से बचना चाहते हैं, तो बबूल गोंद आपकी मदद कर सकता है। एक अध्ययन के मुताबिक, बबूल गोंद के इस्तेमाल से सीरम ग्लूकोज के स्तर में कमी देखी गई है। इसके अलावा, यह हानिकारक कोलेस्ट्रोल एलडीएल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रोल एचडीएल को बढ़ाने में मदद करता है (3)

ये सभी किसी न किसी तरह से डायबिटीज से जुड़े हुए हैं। डायबिटीक व्यक्ति अगर अपने ग्लूकोज लेवल और कोलस्ट्रोल को नियंत्रण में रखता है, तो उसे डायबिटीज में काफी फायदा मिलता है (4)। वहीं, मोटापे को नियंत्रण में रखकर भी यह आपको डायबिटीज के खतरे से बचाता है। दरअसल, मोटापा डायबिटीज का जोखिम कारक (रिस्क फैक्टर) होता है (1)

4. डायरिया

बबूल गोंद का इस्तेमाल डायरिया ठीक करने के लिए ओआरएस में मिलाकर कर सकते हैं। कई रिसर्च में इसे डायरिया रोकने में लाभदायक पाया गया है (5)। बबूल गोंद को शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट के अवशोषण ( Absorption) के लिए जरूरी पाया गया है (6)। हालांकि, कई रिसर्च में इसको लेकर विरोधाभास भी है। माना जाता है कि बबूल गोंद के सेवन से हल्का डायरिया हो सकता है। इसलिए, डायरिया में इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

5. पेट संबंधी परेशानियां

Stomach troubles

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बबूल गोंद का सीधा सेवन तो पेट से जुड़ी समस्याओं में राहत नहीं दिलाता, लेकिन आप दही में बबूल गोंद को मिलाकर खाते हैं, तो आपको पेट संबंधी परेशानियों से जल्द राहत मिल सकती है। जब दही में बबूल गोंद मिला दिया जाता है, तो बबूल में मौजूद फाइबर और दही में होने वाला बिफिदोबैक्टीरियम लैक्टिस, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (Irritable Bowel Syndrome) से आपको बचा सकता है। इसका मतलब यह है कि बबूल गोंद के सेवन से पेट में होने वाले दर्द, पेट फूलने और कब्ज जैसी समस्या से निजात पाने में मदद मिल सकती है (7)

6. तनाव

बबूल गोंद का इस्तेमाल आप तनाव कम करने के लिए कर सकते हैं। दरअसल, बबूल गोंद में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं (8)। दरअसल, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का मनोविकार से सीधा-सीधा संबंध होता है। इसके कम होने से अवसाद, तनाव व चिंता जैसे कई दिमागी विकार और परेशानियों दूर हो जाती हैं। ऑफिस के काम से संबंधित तनाव हो या किसी घरेलू समस्याओं से संबंधित, हर तरह के तनाव को बबूल गोंद दूर करने का काम कर सकता है (9)। हालांकि, तनाव दूर करने के लिए बबूल का किस प्रकार सेवन करना है, इसके लिए एक बार विशेषज्ञ से सलाह जरूर कर लें।

7. टॉन्सिल

सूजन की वजह से गले में टॉन्सिल हो सकते हैं (10)। इसलिए, बबूल गोंद में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपको टॉन्सिल से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं (11)। इसके इस्तेमाल से आपके गले में टॉन्सिल की वजह से होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है (12)

8. दांतों के लिए

For teeth

Shutterstock

बबूल गोंद का उपयोग कई लोगों द्वारा दैनिक रूप से मुंह की स्वच्छता के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद रोगाणुरोधी गुण आपके मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने और उन्हें पनपने से रोक सकते हैं। इसके साथ ही यह आपके मुंह में मौजूद प्लाक को दूर करने और मसूड़ों की सूजन को कम करने के लिए भी इस्तेमाल में लाए जाते हैं (13)। ऐसे में कहा जा सकता है कि यह पूरे मुंह और दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है, क्योंकि दांतों में पनपने वाली समस्या अक्सर बैक्टीरिया की वजह से ही होती है।

9. एक्जिमा

बबूल गोंद को आप एक्जिमा (त्वचा में सूजन, खूजली और रूखापन) से राहत पाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं, क्योंकि एक्जिमा को इंफ्लेमेटरी स्किन कंडिशन कहा जाता है (14)। जैसा कि हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं कि बबूल गोंद में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो स्किन को एक्जिमा से बचाने और इसके उपचार में मदद कर सकते हैं (11)। बबूल गोंद में इंफेक्शन से लड़ने और इन्हें पनपने से रोकने के गुण भी मौजूद होते हैं। आप बबूल गोंद का इस्तेमाल एक्जिमा से राहत पाने के लिए सीधे त्वचा पर कर सकते हैं (15)

10. घाव

बबूल के पेड़ को इसके एंटीसेप्टिक गुणों के लिए जाना जाता है। आप घाव लगने पर बबूल गोंद या इसके पत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। बबूल गोंद का इस्तेमाल घाव को भरने के लिए कारगर हो सकता है। जलने-कटने पर भी आप त्वचा पर सीधे बबूल गोंद को लगा सकते हैं (15)। आप बबूल के पत्तों को पीसकर भी घाव पर लगा सकते हैं।

11. त्वचा स्वास्थ्य

माना जाता है कि बबूल गोंद त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। लोग चेहरे पर कसावट लाने, झुरियों और त्वचा संबंधी रोग को दूर रखने के लिए इसका इस्तेमाल चेहरे पर भी करते हैं। हालांकि, इससे संबंधित कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। इसका इस्तेमाल कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में फेस पाउडर और मास्क बनाने के लिए किया जाता है। स्किन लोशन को स्मूद बनाने के लिए भी इसे प्रयोग में लाया जाता है (16)

12. बालों के लिए

बालों के लिए भी बबूल गोंद फायदेमंद हो सकता है। एक रिसर्च में कहा गया है कि बबूल गोंद बालों के रोम में रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद कर सकता है (17)। फिलहाल, इसकी पुष्टि के लिए कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। इस पर और शोध करने की सलाह दी गई है। वहीं, माना जाता है कि जब बालों के रोम में रक्त का संचार होता है, तो बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। शायद यही वजह है कि इसे बतौर हेयर क्रीम भी इस्तेमाल में लाया जाता है (18)

बबूल गोंद के फायदे जानने के बाद अब बबूल गोंद के उपयोग पर एक नजर डाल लेते हैं। इसके बाद आगे हम आपको बबूल गोंद के नुकसान के बारे में बताएंगे।

बबूल गोंद का उपयोग – How to Use Babul Gond (Acacia) in Hindi

How to Use Babul Gond (Acacia) in Hindi

Shutterstock

बबूल गोंद का उपयोग आप कुछ इस प्रकार से कर सकते हैं:

  • बबूल की गोंद को भूनकर खाया जा सकता है।
  • बबूल की गोंद को पानी में डालकर सेवन किया जा सकता है।
  • दही में मिलाकर भी आप बबूल की गोंद को खा सकते हैं।
  • इसे घी में भूनकर अन्य आवश्यक सामग्रियों के साथ मिलाकर लड्डू बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • सूप और डेसर्ट मिक्स में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • ग्रेवी बनाने के लिए भी इसे उपयोग में लाया जा सकता है।

बबूल गोंद की उपयुक्त खुराक कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे इसका उपयोग और उपयोगकर्ता की आयु, स्वास्थ्य व अन्य स्थितियां। घाव में कितना लगाया जाए, इसका अंदाजा तो आसानी से लगाया जा सकता है। इसकी उपयुक्त खुराक सीमा कितनी होनी चाहिए, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। फिर भी आप करीब 30 ग्राम बबूल गोंद का इस्तेमाल कर सकते हैं (2)

अब हम आपको बबूल गोंद के नुकसान के बारे में बताएंगे।

बबूल गोंद के नुकसान – Side Effects of Babul Gond in Hindi

बबूल गोंद के फायदे के साथ ही इसके कई नुकसान भी होते हैं। इसका उपयोग करने से पहले इसके नुकसान पर भी एक नजर जरूर डाल लें। नीचे दिए गए नुकसान आपको बबूल गोंद इस्तेमाल करते ही पहले हफ्ते में नजर आने लगेंगे (1)

  • मुंह में सनसनाहट
  • सुबह-सुबह जी-मिचलाना
  • हल्के दस्त
  • पेट का फूलना

बबूल गोंद के फायदे तो आप जान ही गए हैं। इसके नुकसान भी न के बराबर हैं। इसलिए, आप स्वास्थ्य लाभ के लिए इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं। बबूल गोंद आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगा। बबूल गोंद के बारे में आपको सबसे अच्छा क्या लगा हमें जरूर बताएं। अगर आप इस लेख से संबंधित कुछ पूछना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते हैं।

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15 Best Korean Moisturizers For All Skin Types – Best Of 2019 

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If you want that perfect Korean glass skin, you need to keep your skin hydrated! That is why you need to moisturize it religiously. Getting your hands on a good moisturizer is the first step to getting flawless skin. This is where K-beauty products come in. Most Korean moisturizers contain skin-friendly ingredients that adapt to the needs of most skin types. If you want to give them a try, scroll down and check out the best Korean moisturizers available right now.

15 Best Korean Moisturizers For All Skin Types

1. Belif The True Cream – Moisturizing Bomb

Belif The True Cream – Moisturizing Bomb

If your skin is parched and in dire need of intense hydration, try out the Belif Moisturizing Bomb. This moisturizer has a whipped cream-like texture, and it gives you lasting hydration for up to 26 hours. It is loaded with botanical extracts and feels extremely soothing and comfortable on the skin. It also improves the firmness and elasticity of your skin.

Pros
  • Paraben-free
  • Sulfate-free
  • Dermatologist-tested formula
  • No mineral oil
  • No synthetic chemicals
  • Petrolatum-free
  • No animal ingredients
  • No artificial dyes
  • Clinically tested
Cons

None

Rating

5/5

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2. Mizon Collagen Power Lifting Cream

Mizon Collagen Power Lifting Cream

This moisturizer provides hydration along with anti-aging benefits. The Collagen Power Lifting cream by Mizon is formulated with 75% collagen that improves skin elasticity, keeps it hydrated, and minimizes wrinkles. If you have mild to moderately dry skin or sensitive and oily skin, this is the perfect match for your skin.

Pros
  • Lightweight
  • Paraben-free
  • No artificial colors
  • Dermatologically tested
  • No artificial fragrance
 Cons

None

Rating

5/5

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3. Make P:rem Hydrate Me Micro Tension Cream

Make Prem Hydrate Me Micro Tension Cream

It’s all in the name. The Hydrate Me Micro Tension Cream has a rich gel-like texture that feels good on all skin types! It is rich in everything that your skin loves – ceramides, plant oils, and hyaluronic acid. It nourishes your skin, deeply hydrates it, reduces pores, and prevents the signs of aging. It is suitable for all skin types, especially dry and mature skin types.

Pros
  • Paraben-free
  • No formaldehyde-releasing agents
  • No synthetic dyes
  • Fragrance-free
  • Phthalate-free
  • Sulfate-free
  • SLS-free
  • Clinically tested by Korea Dermatology Research Institute
Cons

None

Rating

5/5

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4. Dr. Color Effect Red Cream

Dr. Color Effect Red Cream

Dr. Color Effect Red Cream is an advanced stem cell cream. It contains the stem cells of Damascus roses to keep your skin hydrated. It is also loaded with other skin nourishing and hydrating ingredients, such as hyaluronic acid, niacinamide, phyto-complex, and botanical extracts.

Pros
  • Can be used in the morning and at night
  • Suitable for all skin types
  • Developed by dermatologists
Cons

None

Rating

5/5

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5. Laneige Water Bank Moisture Cream Ex

Laneige Water Bank Moisture Cream Ex

Laneige developed the Water Bank line of products for dehydrated skin. This moisturizing cream has a gel-like texture that feels like water on your skin. It is super hydrating and protects the natural moisture barrier of your skin. It contains green mineral water that is extracted via Ocean Brew from vegetables to nourish your skin.

Pros
  • 24-hour moisture
  • Clinically tested
  • Lightweight
  • Paraben-free
  • Phthalate-free
Cons

None

Rating

5/5

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6. The Face Shop Mango Seed Silk Moisturizing Facial Butter

The Face Shop Mango Seed Silk Moisturizing Facial Butter

Mango Seed Silk Moisturizing Facial Butter by The Face Shop claims to deliver 48 hours of hydration to your skin. It is specially formulated for dehydrated skin and claims to combat flaky skin. It contains hyaluronic acid, sunflower seed oil, mango seed butter, and mango extracts to nourish your skin and keep it plump.

Pros
  • Paraben-free
  • No artificial color
  • Mineral oil-free
  • Talc-free
  • No animal-derived ingredients
  • Contains GMO-free mango seeds extract
Cons

None

Rating

5/5

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7. Cosrx Oil-Free Ultra-Moisturizing Lotion WIth Birch Sap

Cosrx Oil-Free Ultra-Moisturizing Lotion WIth Birch Sap

This is a daily moisturizer containing 70% birch sap, an ingredient that can calm and soothe irritated skin. If you have acne-prone, dry skin or if your skin turns dry during winter, this is the product that you need. It keeps your skin hydrated and does not cause breakouts.

Note: It contains tea tree oil. Avoid if you are allergic to it.

Pros
  • Non-greasy
  • Hypoallergenic
  • Cruelty-free
  • Dermatologist tested
  • Paraben-free
  • Hygienic pump packaging
  • pH-balanced formula
Cons

None

Rating

5/5

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8. Etude House Moistfull Collagen Cream

Etude House Moistfull Collagen Cream

As the name suggests, this moisturizing collagen cream claims to keep your skin moist all day long. It contains small collagen water particles and Baobab water. It has a gel-like texture that keeps your skin hydrated for more than 12 hours. It gets absorbed quickly and just a little amount is required per use. It is suitable for dry and combination skin types.

Pros
  • Gets absorbed quickly
  • Just a little product required per use
  • Non-greasy
  • Lightweight
  • Cruelty-free
Cons

None

Rating

5/5

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9. The Face Shop Dr. Belmeur Clarifying Moisturizer

The Face Shop Dr. Belmeur Clarifying Moisturizer

If you have oily, acne-prone, and blemished skin, you need to try out Dr. Belmeur Clarifying Moisturizer by The Face Shop. It contains mild ingredients that minimize excess sebum production and maintain the water-oil balance of your skin.

Pros
  • Recommended and tested by dermatologists
  • Hypoallergenic
  • Paraben-free
  • No synthetic colors
  • No mineral oil
  • Talc-free
  • No animal-derived ingredients
  • No artificial fragrance
Cons

None

Rating

5/5

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10. Dear, Klairs Rich Moist Soothing Cream

Dear, Klairs Rich Moist Soothing Cream

If your skin is fussy about the things you put on it, this rich cream by Dear, Klairs is perfect for you. This is an all-year moisturizer that calms sensitive skin and hydrates dry skin. It restores your skin’s balance, reduces visible pores, and makes your skin feel comfortable.

Pros
  • Paraben-free
  • No artificial fragrances
  • Alcohol-free
  • Cruelty-free
  • Suitable for all skin types, including sensitive skin
Cons

None

Rating

5/5

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11. Mamonde Rose Water Gel Cream

Mamonde Rose Water Gel Cream

Mamonde Rose Water Gel Cream is a refreshingly soothing gel-based cream that contains Damascus rose extracts. This lightweight moisturizer creates a lasting moisture barrier on your skin and provides intense hydration without any stickiness.

Pros
  • No animal ingredients
  • No mineral oils
  • Urea-free
  • PEG-free
Cons

None

Rating

5/5

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12. It’s Skin Hyaluronic Acid Cream

It’s Skin Hyaluronic Acid Cream

This hyaluronic acid-based cream by It’s Skin plumps your up skin and provides lasting hydration. It contains Centella asiatica extracts that calm your skin down and have an overall soothing effect.

Pros
  • Tested for skin safety
  • No artificial chemicals
  • Lightweight
  • Suitable for all skin types
Cons

None

Rating

5/5

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13. Nature Republic Super Aqua Max Combination Water Cream

Nature Republic Super Aqua Max Combination Water Cream

This cream is specially formulated for combination skin. It is formulated with the extracts of 30 marine plants and provides moisturization all day long. It contains hyaluronic acid and has a watery texture that glides smoothly on your skin and gets absorbed almost immediately.

Pros
  • Clinically tested
  • 24-hours moisturization
  • Non-greasy
  • Pleasant fragrance
Cons

None

Rating

5/5

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14. Innisfree Orchid Enriched Cream

Innisfree Orchid Enriched Cream

This moisturizing cream by Innisfree contains Jeju orchid extracts that are rich in antioxidants. It keeps the skin hydrated and reduces fine lines and wrinkles. It helps maintain your skin’s elasticity by nourishing it and reducing the size of skin pores.

Pros
  • Contains hyaluronic acid
  • Paraben-free
  • No mineral oils
  • No synthetic colors
Cons
  • Contains PEG
Rating

4.8/5

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15. Skinfood Royal Honey Essential Queen’s Cream

Skinfood Royal Honey Essential Queen’s Cream

This product features the Queen’s Multi Nutri extract, a blend of royal jelly and propolis extracts. It also contains aged honey (fermented for 60 days), which is considered to have medicinal properties and moisturizing abilities. This cream protects the moisture barrier on your face without making it feel sticky.

Pros
  • Non-greasy
  • Pleasant fragrance
  • Hydrates skin
Cons

Contains alcohol

Rating

4.8/5

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If you want to protect and nourish your skin, always use a moisturizer that is made for your skin type. There are certain points you need to remember before picking a moisturizing product for your skin. Check them out below.

Pick The Right Korean Moisturizer – A Few Tips

  • If you have dry skin, you will need something that provides intense hydration. Check for products that contain butters (shea or cocoa), hyaluronic acid, and lanolin.
  • If you have oily skin, avoid oil-based moisturizers. Opt for oil-free creams. Look out for ingredients such as hyaluronic acid and glycerin. These will keep your skin moisturized without producing excess oil.
  • If you have combination skin, picking the right product can be tricky as you have both dry areas and oily areas on your face. You can choose a lightweight and gel-based moisturizer for an overall moisturizing effect. Use creams meant for dry skin only on the dry areas of your face.
  • If you have sensitive skin, choose moisturizers that are hypoallergenic and free from artificial colors and fragrances. Check for products that contain aloe vera and chamomile.
  • If you have normal skin, you can pick any moisturizing cream that feels comfortable on your skin.

Remember to apply moisturizer right after washing your face, while your skin is still damp. This ensures that your skin absorbs the ingredients and stays hydrated. Most Korean moisturizers are lightweight and suit almost all skin types. However, it is still wise to stick to products that are meant for your skin type. Go ahead and pick your favorite from this list and post your feedback in the comments section below.

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बेल के फायदे, उपयोग और नुकसान – Bael (Wood apple) Benefits and Side Effects in Hindi

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बेल का नाम सुनते ही सबसे पहले हमें इसके जूस की याद आती है। गर्मियों में सड़क किनारे और बाजार में जूस के ठेलों पर इस फल का जूस तेजी से बिकना शुरू हो जाता है। इस फल को हम जूस के रूप में ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और इसे सामान्य रूप से खाया भी जा सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम बेल के फायदे के बारे में ही बताएंगे। इसके प्रयोग से आपकी कई स्वास्थ्य समस्याओं का हल चुटकियों में घर बैठे दूर हो सकता है। इस लेख में आपको बेल के गुण और बेल के नुकसान की भी जानकारी मिलेगी। बेल फल के सेवन से जुड़ी पूरी जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।

आइए, सबसे पहले बेल के बारे में जानते हैं।

बेल क्‍या है? – What is Bael in Hindi

What is Bael in Hindi

Shutterstock

बेल एक प्रकार का फल होता है। इसका कच्चा फल हरे रंग की एक सख्त परत से ढका होता है। वहीं, यह पकने के बाद पीले रंग का हो जाता है और इसकी बाहरी परत सख्त रहती है। इसका वैज्ञानिक नाम एगेल मार्मेलोस (Aegle Marmelos) है। इसे अंग्रेजी भाषा में वुड एप्पल और बिल्व के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर और दक्षिण भारत में इसके जूस का सेवन गर्मियों में बड़े पैमाने पर होता है। इसकी लोकप्रियता को देखते हुए और जूस की ठंडी तासीर होने के कारण, इसका उत्पादन व्यावसायिक तौर पर भी किया जाने लगा है।

लेख के इस भाग में आपको बताया जा रहा है कि इसके सेवन से आपको कौन-कौन से स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।

बेल के फायदे – Benefits of Bael (wood apple) in Hindi

बेल के सेवन से आपको निम्लिखित स्वास्थ्य समस्याओं से आराम मिल सकता है-

1. सिरदर्द में

कुछ मामलों में अगर सिरदर्द का इलाज समय रहते न किया जाए, तो घातक परिणाम का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बेल का सेवन इसके जोखिम से आपको बचा सकता है। बेल में विटामिन-सी की मात्रा पाई जाती है (1) और विटामिन-सी का सेवन माइग्रेन (सिरदर्द की एक स्थिति) के रोगियों में न्यूरोजेनिक सूजन को ठीक करने के काम कर सकता है (2)

2. पीलिया में

vShutterstockपीलिया होने का एक कारण लीवर में सूजन होना माना जाता है (3)। पीलिया से बचने के लिए भी बेल फल के फायदे देखे गए हैं। वैसे तो पारंपरिक तौर पर बहुत पहले से ही पीलिया के इलाज के लिए बेल का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं, इस पर किए गए वैज्ञानिक रिसर्च में पाया गया है कि बेल के फल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो लीवर में होने वाली सूजन को कम कर पीलिया के उपचार में मदद कर सकते हैं (4)

3. कॉलरा में

कॉलरा एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो दस्त का कारण बन जाता है (5)। इससे बचने के लिए बेल फल का सेवन आपको फायदा पहुंचा सकता है। दरअसल, बेल फल में एंटी-डायरिया गतिविधि पाई जाती है। अगर इसके जूस का सेवन किया जाए, तो बेल फल की एंटी-डायरिया गतिविधि कॉलरा के जोखिम को कम करने में प्रभावी असर दिखा सकती है (4)

4. आंखों के स्वास्थ्य में

स्वस्थ आंखों के जरिए ही हम अपने आसपास की खूबसूरती को देख पाते हैं। आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए बेल फल खाना फायदेमंद हो सकता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि बेल फल में विटामिन-ए की मात्रा पाई जाती है (4)। विटामिन-ए का सेवन आंखों की रोशनी को बेहतर करने में मदद कर सकता है (6)

5. डायरिया और कब्ज की स्थिति में

In case of diarrhea and constipation

Shutterstock

अगर डायरिया का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। डायरिया की स्थिति में आपको पतले दस्त होते हैं (7)। बेल फल में एंटी-डायरिया गुण पाए जाते हैं जो न केवल आपको डायरिया की चपेट में आने से बचाते हैं, बल्कि इससे होने वाले जोखिम से भी आपको सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं (4)

वहीं, कब्ज की समस्या में भी बेल का सेवन आपको फायदा पहुंचा सकता है, क्योंकि इसमें क्रूड फाइबर की मात्रा पाई है (1)। क्रूड फाइबर आपके पाचन में मदद करने के साथ कब्ज की समस्या को दूर करने में भी आपके काम आ आता है (8)

6. बवासीर के इलाज के लिए

बवासीर की स्थिति में मलाशय के आसपास वाली नसों में सूजन आ जाती है और दर्द बना रहता है। बवासीर होने की मुख्य वजह में कब्ज की समस्या और लो फाइबर डाइट भी शामिल हैं (9)। जैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है कि कब्ज का इलाज करने और अच्छे फाइबर स्रोत के लिए बेल फल का सेवन किया जा सकता है। यह बवासीर से होने वाले जोखिम को कम कर सकता है (1), (8)

7. एनीमिया की स्थिति में

एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसके कारण आपके खून में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। एनीमिया का सबसे आम कारण आयरन का पर्याप्त सेवन नहीं करना है (10)। वहीं, बेल के गूदे को खाकर हम आयरन की पूर्ति कर सकते हैं, क्योंकि बेल फल में आयरन की मात्रा पाई जाती है, जो एनीमिया को ठीक करने में मदद कर सकता है (1)

8. मधुमेह की समस्या में

मधुमेह का इलाज और इससे होने वाले जोखिम से बचने के लिए भी बेल फल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप बेल फल के जूस का सेवन कर सकते हैं। मधुमेह के कारण होने वाली समस्या से बचाए रखने के लिए बेल इसलिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है। एंटी-डायबिटिक गुण मधुमेह और इसके जोखिम को कम करने में मदद करता है (4)

9. हृदय स्वास्थ्य के लिए

For cardiovascular health

Shutterstock

हृदय स्वास्थ्य के लिए बेल फल का सेवन आपको फायदा पहुंचा सकता है। दरअसल, ऐसा इसलिए मुमकिन हो सकता है, क्योंकि बेल को कार्डियोप्रोटेक्टिव का एक बढ़िया स्रोत माना जाता है (4)। कार्डियोप्रोटेक्टिव एजेंट की तरह सक्रिय रूप से कार्य करते हुए यह हृदय को कई बीमारियों से बचाए रखने में काम आ सकता है। इस स्थिति में आप बेल फल के गूदे को खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।

10. उल्टी की स्थिति में

उल्टी की समस्या से अगर आप या आपके घर का कोई सदस्य परेशान है, तो उसे बेल की जड़ के काढ़े का सेवन कराया जा सकता है। यह उल्टी की स्थिति में आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, बेल की जड़ के काढ़े में एंटीबायोटिक क्रिया पाई जाती है, जो मतली और उल्टी के उपचार में लाभदायक हो सकती है (11)। हालांकि, बेल फल का सेवन आपको किस प्रकार उल्टी से राहत दिला सकता है, इस पर अभी वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है।

11. गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने के लिए

गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने के लिए आप तरह-तरह के घरेलू उपाय अपनाते होंगे, जबकि बेल का सेवन इस मामले में भी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, बेल फल में प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं (12)। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने में मदद कर सकते हैं (13)

12. टीबी रोग के लिए

For TB disease

Shutterstock

टीबी रोग से बचने के लिए भी बेल फल के फायदे देखे जा सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च में पाया गया है कि बेल फल में एंटी-माइक्रोबियल क्रिया पाई जाती है। अध्ययन में यह भी बताया गया कि टीबी रोग के लिए यह क्रिया प्रभावी रूप से कार्य करते हुए एम ट्यूबरकुलोसिस (M. Tuberculosis – टीबी रोग के जिम्मेदार बैक्टीरिया) की वजह से होने वाले दुष्प्रभाव को कम कर सकती है (14)

13. बाल झड़ने की समस्या में

बेल के फायदे बाल बाल झड़ने की समस्या को भी ठीक कर सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि आयरन और जिंक की कमी से बाल झड़ने की समस्या होती है (15)। ये दोनों पोषक तत्व बेल फल में पाए जाते हैं (1)। इनके सेवन से बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकता है।

14. सूजन से राहत पाने के लिए

कभी-कभी अज्ञात कारणों से या चोट लगने के कारण हमारे शरीर के किसी अंग में सूजन आ जाती है। इससे आराम पाने के लिए बेल के फायदे लाभदायक हो सकते हैं। दरअसल, बेल में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं और ये गुण सूजन को कम करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर सकते हैं (4)

15. विटिलिगो (Vitiligo)

Vitiligo

Shutterstock

विटिलिगो त्वचा से जुड़ी ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर के कुछ हिस्सों में त्वचा अपना रंग खो देती है (16)। इस समस्या से कई लोग पीड़ित हैं। वहीं, बेल को औषधीय वृक्षों की श्रेणी में गिना जाता है। यही कारण है कि बेल के जूस का सेवन विटिलिगो से पीड़ित लोगों के इलाज में काम आ सकता है (17)

 नोटबेल फल में ऐसा कौन-सा गुण पाया जाता है, जिसके सेवन से विटिलिगो की समस्या ठीक हो जाती है, इस पर अभी सटीक वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है। इसलिए, इस स्थिति में इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

16. रूसी से बचने के लिए

रूसी की समस्या से बचने के लिए बेल का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, बालों में रूसी की समस्या को ठीक करने के लिए जिंक पोषक तत्व आवश्यक माना जाता है (18)। वहीं, बेल में जिंक की मात्रा पाई जाती है, जिसके सेवन से बालों की रूसी की समस्या को खत्म किया जा सकता है (1)

बेल के गुण से होने वाले स्वास्थ्य फायदों को जानने के बाद, आइए अब जानते हैं कि इनमें कौन-कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।

बेल के पौष्टिक तत्व – Bael (wood apple) Nutritional Value in Hindi

बेल के खाने योग्य 64% हिस्से के पोषक तत्वों के बारे में आपको नीचे दी गई तालिका के माध्यम से बताया जा रहा है (19)

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम
ऊर्जा 137 k.cal
मॉइस्चर 61.5gm
प्रोटीन 1.8gm
फैट 0.3
मिनरल 1.7gm
फाइबर 2.9gm
मिनरल
कार्बोहाइड्रेट 31.8gm
कैल्शियम 85.00mg
फास्फोरस 50mg
पोटैशियम 600mg
विटामिन
विटामिन-सी 8mg

आइए अब लेख के इस भाग में जानते हैं कि बेल का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है।

बेल का उपयोग – How to Use Bael in Hindi

How to Use Bael in Hindi

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बेल का उपयोग इस प्रकार किया जा सकता है-

  • बेल के गूदे से जूस बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
  • पके हुए बेल के गूदे को खाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • बेल फल का शरबत बनाकर सेवन किया जा सकता है।
  • बेल का मुरब्बा खाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।

कब खाएं: बेल को आप दिनभर में किसी भी समय खा सकते हैं। हालांकि, इसके शरबत और जूस का उपयोग दोपहर में ज्यादा किया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसका सेवन गर्मियों में ही करना फायदेमंद होता है।

कितना खाएं: एक बार में आप बेल की 100 ग्राम मात्रा का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इसके सेवन से जुड़ी हुई सही जानकारी के लिए एक बार आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।

आइए, अब बेल खाने के नुकसान के बारे में भी आपको जानकारी देते हैं।

बेल के नुकसान – Side Effects of Bael in Hindi

बेल खाने से आपको निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं-

  • बेल खाते समय इसके बीज को निकाल लें, नहीं तो इनके बीज गले में फंस सकते हैं।
  •  बेल में शुगर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिसका अधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर का कारण भी बन सकता है (1), (20)। इसलिए, इसके अधिक सेवन से बचें।
  • बेल में में फास्फोरस की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। किडनी की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए अधिक फास्फोरस नुकसान पहुंचा सकता है (1), (21)
  •  बेल में कैल्शियम की मात्रा भी पाई जाती है, जिसका अधिक सेवन किडनी स्टोन का कारण बन सकता है (1), (22)

आपने इस लेख में पढ़ा कि कैसे जूस के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले बेल को हम विभिन्न रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। यह न केवल हमारी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को कम करता है, बल्कि उनसे होने वाले खतरे से भी बचाता है। बेल फल के सेवन से जुड़ा हुआ कोई अन्य प्रश्न अगर आप हमसे पूछना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के जरिए हम तक अपनी बात जरूर पहुंचाएं। हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा।

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Best Anti-Snoring Devices – 2019

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Snoring is a common condition that nearly affects 90 million American adults, as per a study conducted by the National Sleep Foundation (1). Snoring can affect anyone, but specific physical attributes make it more likely. Snoring can be indicative of an underlying health condition like sleep apnea or potential heart problems. Make sure you fix it before it starts hampering your sleep quality or daytime functionality.

The market is abounding with a variety of anti-snoring devices, and selecting the right one is not an easy task. But don’t worry, we have got you covered. This article will help you explore the 10 best anti-snoring products available on the market and provides a comprehensive buying guide to help you select the right device depending on your needs.

What Causes Snoring?

Almost everyone snores occasionally, and it is not something to worry about. This is a common condition that mostly affects men and people who are overweight. This condition gets aggravated with age. Occasional snoring is not worrisome, although it might disrupt the sleep of your partner. But if you are a habitual snorer, you not only disrupt the sleep patterns of those close to you but also impair your sleep quality in the long run. Snoring may also lead to serious health issues like Obstructive Sleep Apnea (2).

Snoring occurs when the airflow through the mouth and nose is physically obstructed.  The loud and harsh sound comes when the air passes through the relaxed tissues in your throat, causing the muscles to vibrate as you breathe.  Snoring can inhibit your daily activity as well, leaving you weary and unable to fully function. This is where anti-snoring devices can help. In the next section, we have listed the top 10 anti-snoring devices to help you.

10 Best Anti-Snoring Devices

1. Venyn Nose Vents To Ease Breathing

Venyn Nose Vents To Ease Breathing

Venyn anti-snoring nose vents are made of medical-grade silicone. They not only provide superior comfort but are also tested for biocompatibility and are appropriate to be used for medical applications.

The advanced ergonomic design prevents the device from slipping out during the night. These nose vents are enclosed in a travel-friendly case, and each package includes four pairs of anti-snoring nasal vents, each of a different size, providing you options for the best fit. These nasal vents are reusable and come in an antibacterial case, making the product capable of withstanding wear and tear.

Pros

  • Size variants available
  • Biocompatibility tested
  • Long-lasting
  • Reusable
  • No side effects
  • Safe and effective

Cons 

  • Fitting issues

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2. SomniFix Sleep Strips

SomniFix Sleep Strips

Sleep strips are a perfect solution for people who snore with their mouths. These strips are comfortable and easy to wear. They are made of a specially engineered adhesive that allows you to easily apply and remove the strips without leaving any residue behind. The sleep strips are hypoallergenic and 100% safe to use. The materials have been extensively tested to ensure that you will not experience any skin irritation.

This is an eco-friendly product as the contents of the package as well as the packaging are recyclable. Somnifix sleep strips gently hold the mouth closed to direct the airflow through the nose to aid in reducing snoring, improving sleep, and improving compliance with CPAP and oral devices.

Pros

  • Hypoallergenic
  • Eco-friendly
  • Comfortable and easy to wear

Cons

  • Doesn’t stay put.

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3. Quiet Panda Anti-Snoring Chin Straps

Quiet Panda Anti-Snoring Chin Straps

This chin strap is a practical solution that allows more oxygen into the lungs and helps reduce snoring while letting users keep their natural sleeping position. It prevents the airflow from leaking from your mouth by holding your chin in a stable position and thus encourages breathing through your nose.

This premium quality chin strap is made of best neoprene non-itchy material and is thoroughly sanitized and ready to use. This chin strap is comfortable to wear and comes in a universal size. The tensile strength can be easily managed by either tightening or loosening the strap. This strap works great with the CPAP mask.

Pros 

  • Made of high-quality neoprene material
  • Adjustable
  • One size fits all
  • Works well with CPAP mask

Cons

  • Size issues

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4. Theravent Snore Therapy Strips

Theravent Snore Therapy Strips

Theravent Nasal strips are clinically shown to help people stop snoring. These are small adhesive strips that cover the nostrils. When you breathe in, the patented microvalve technology opens, allowing the user to breathe normally. As you breathe out, the microvalves close, creating a gentle pressure that keeps the airways open and relieves snoring.

This product uses your breathing in conjunction with the microvalve technology to target the real source of snoring. Theravent is the first and only FDA-cleared device to use EPAP technology ( Expiratory Positive Airway Pressure). This product is comfortable and easy to use and ideal for travel.

Pros

  • Clinically shown to reduce snoring
  • EPAP technology
  • Comfortable and easy to use
  • Ideal for travel

Cons

  • Uncomfortable

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5. SnoreStop Extinguisher 120 Throat Snoring Spray

SnoreStop Extinguisher 120 Throat Snoring Spray

SnoreStop Extinguisher Snoring Spray uses homeopathic medicine, which is safe and follows the FDA guidelines of the HPUS ( Homeopathic Pharmacopeia of the United States). All the ingredients of this spray are approved by the FDA and are manufactured in an FDA-approved facility in the USA. This spray uses a clinically tested formula that is prescribed by doctors and is 100% natural with no side effects.

This snoring spray contains natural ingredients from plants, minerals, and protein sources. Each ingredient has been so highly diluted that only a harmless microscopic amount is left in each table. Doctors develop this patented and medically proven formula, and a published medical study shows up to 79.5% positive result with no drug interaction. This product is non-addictive as it is made of natural ingredients and does not contain chemicals and stimulants of any kind.

Pros 

  • Ingredients approved by FDA
  • 100% natural
  • No side effects
  • Do not contain any chemicals or stimulants

Cons

  • Doesn’t work for everybody.

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6. Rhinomed Mute Nasal Dilator

Rhinomed Mute Nasal Dilator

The Rhinomed nasal dilator is a soft, pliable polymer stent that dilates your nose. This device increases the volume of air traveling through your nose during sleep. Mute is a new technology developed by a group of specialists to alleviate the severity and incidence of snoring and improve your quality of sleep. This device fits snugly into your nose while gently and comfortably dilating your nostrils as you sleep to help stop snoring.

This device features retention fins to ensure that the device stays comfortably in place throughout the night. This nasal dilator is latex-free and 100% recyclable. Mute is the only nasal stent to use the patented dilation technology to further personalize the fit by adjusting the pedals from side to side. This product is made from flexible biocompatible polymers that conform to the strictest medical-grade standards, offering supreme wearability and comfort. Mute is a registered medical device with the US FDA.

Pros

  • Latex-free
  • 100% recyclable
  • Made from biocompatible polymers
  • Registered device with the US FDA 

Cons

  • Doesn’t stay put

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7. Reazeal Anti-Snoring Tongue Sleeve

Reazeal Anti-Snoring Tongue Sleeve

This anti-snoring transparent silicone device gently keeps the tongue out of the airways with no jaw pain or other side effects. This device does not need to move the jaw and hence is an ideal pick for everyone, even those with dentures, partials, or new implants.

This tongue tube is made of silicone and is safe to use. You need to place the tube in front of the teeth behind your lips. It is comfortable to wear and does not cause gagging. This product is easy to use and comes in one size that fits all.

Pros

  • Safe to use
  • Doesn’t cause jaw pain or any other side effects.
  • Works well with dentures, partials and new implants
  • Easy to use
  • One size fits all

Cons

  • Uncomfortable for new users. 

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8. ZQuiet® Anti-Snoring Solution

ZQuiet® Anti-Snoring Solution

The ZQuiet 2-size starter kit includes two different sized mouthpieces and a storage case accessory. This anti-snoring mouthpiece provides adjustment options. Its living hinge design holds the mouthpiece in place.

Unlike other mouthpieces, the ZQuiet mouthpiece does not require boiling, molding, and fitting. The unrestrictive open front design allows for free movement of the jaw and easy breathing.

Pros

  • Provides adjustment options
  • No need for boiling, molding, and fitting
  • Unrestrictive open front design
  • FDA approved
  • BPA-free
  • Latex-free

Cons

  • Uncomfortable

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9. InteVision Foam Bed Wedge Pillow

InteVision Foam Bed Wedge Pillow

InteVision bed wedge pillow is made of a 2-inch memory foam layer on top with a highly resilient base foam. This enables the wedge pillow to have the desired cushion and provides gentle support to elevate the upper body or legs or to use as a trunk-stabilizer for side-lying position.

This pillow comes with a white machine washable cover. The built-in channels enhance air circulation, and the base is made of highly resilient polyurethane foam.

Pros

  • Washable lining
  • Premium grade polyurethane foam
  • Built-in airflow channels

Cons 

  • Huge

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10. Snore No More 100% All Natural Non-Invasive Snoring Solution

Snore No More 100% All Natural Non-Invasive Snoring Solution

The Snore No More snoring solution is a 100% natural and 100% non-invasive solution. This product helps to not only reduce or eliminate snoring but also combat insomnia, congestion, and allergies.

The formulation is derived from an ancient German remedy and is made from a unique blend of pure essential oils. This solution is safe for children. However, this product is not recommended for pregnant ladies. All you need to do is open the jar and keep it at your bedside, and enjoy a good night’s rest. When you wake up, close the jar and use it whenever you need it. A single jar of this product lasts up to 6 months or more.

Pros

  • 100% natural
  • Non-invasive solution
  • Safe for children
  • A single jar lasts up to 6 months or more 

Cons

  • Not very effective

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Habitual snoring not only disrupts the sleep of your loved ones but also impairs your sleep quality over time. It is recommended to seek medical assistance for habitual snorers to ensure good quality sleep for them and their loved ones. If you are looking for an effective anti-snoring solution to put a stop to your snoring misery, do consider the above list of the 10 best anti-snoring products available on the market. We have prepared this exhaustive list after thorough research and analysis of all the products available. Each of the devices listed above is slightly different from the other with its own set of pros and cons. Make sure you choose one, keeping in mind your needs and depending upon the severity of your snoring.

Here’s a list of the five most common causes of snoring:

  • Overweight: Overweight and obese individuals are more likely to develop snoring issues. Obesity and extra pounds lead to poor muscle tone and increase the tissue around the neck and throat, which are the two main factors of nighttime noise. Weight reduction should be achieved in every overweight individual who snores (3). Also, children with large tonsils and adenoids often snore.
  • Old Age: Snoring is quite common in older adults (4). Aging may impact snoring as the throat muscles and tongue tend to relax more during sleep with age. This apparent weakening and loss of tone of the upper airway muscles during sleep can cause airway obstruction and lead to snoring.
  • Alcohol: The depressant and sedative effects of alcohol relax your jaw and throat muscles. These muscles relax and collapse onto your airways, restricting airflow and causing snoring. This blockage of the airways can also lead to sleep apnea. Nocturnal alcohol intake affects individuals with a reported history of snoring more as compared to non-snorers (5)
  • Allergies, Congestion, Or Nasal Structure: Nasal congestion or a deviated nasal septum may also lead to snoring. The deviated nasal septum is one of the most common causes of nasal obstruction, which, in turn, can lead to mouth breathing, snoring, and external nasal deformity. Studies have been going on to study the effect of septoplasty on snoring (6).
  • Obstructive Sleep Apnea: Snoring can be one of the clinical manifestations of sleep apnea. Obstructive Sleep Apnea is a sleeping disorder in which an individual’s breathing repeatedly stops and starts (7).
  • Diabetes Mellitus: Habitual snoring can also be indicative of diabetes mellitus. Many studies have assessed the association between habitual snoring and diabetes mellitus (8).

Symptoms 

Snoring is often associated with sleep apnea, a sleep disorder in which breathing repeatedly stops and starts. This doesn’t mean that all snorers have OSA, but if any of the following symptoms accompany your snoring, it’s a good time for you to consult a doctor and get checked for Obstructive Sleep Apnea.

If you are experiencing any of the above symptoms, don’t delay your appointment with the doctor. Get yourself a check for obstructive sleep apnea. Here’s what your snoring can tell pattern can tell you.

Your Snoring Pattern Says A Lot About Why You Snore 

Type Of Snoring  What Is It? Remedies
Mouth-based Snoring Mouth-based snoring happens when you  don’t  get enough air through your nose overnight or if the palatal tissue is weak.
  • Nasal dilator
  • Mouthguards
  • Mouthstrips
Tongue-based Snoring This happens when you sleep in a supine position. The tongue muscles relax and fall  backward and constrict or block the airway there.
  • Mandibular advancement  devices
  • Anti-snoring backpacks, pillows, or belts.

 

Nose-based Snoring  This happens when nostrils are blocked or congested or because of a deviated nasal septum.
  • Nasal dilator
  • Nasal rinse

There are plenty of ways and devices available on the market to help ease snoring and thereby promote better sleep for you and your partner. Let’s find out how effective these devices are.

Anti-Snoring Devices: Do They Help?

  • Chinstraps: Chinstraps are one of the easiest and cheapest ways to deal with your snoring woes. This strap encircles the head and sits right below your chin to prevent snoring. This is a simple yet effective device to control snoring as it keeps your mouth closed, and hence no noise can escape.

Pros

  • Economical
  • Easy to use
  • Comfortable

Cons

  • Slips, especially if you move around a lot in your sleep.
  • Might feel uneasy during the period of initial use.
  • Anti-Snoring Mouthpiece: An anti-snoring mouthpiece is an oral device that helps to control the position of the mouth while sleeping. Orthodontists or dental technicians design this device. This device is also known as a Mandibular Advancement Device (MAD). It keeps the tongue from sliding to the back of the mouth and the jaw from fully relaxing at night. This device stops snoring by ensuring that your soft palate and tongue do not block your airways.

Pros 

  • Easy to use
  • Simpler than a CPAP machine
  • Strengthen your tongue and surrounding mouth muscles
  • Travel-friendly
  • No need to worry about sleep position 

Cons

  • For new users, it may cause jaw muscle ache.
  • For new users, the adjustment period can be discomforting.
  • Sore teeth
  • If not cleaned thoroughly after use may cause tooth decay over time.
  • Nasal Dilators: Nasal dilators help dilate the nostrils to help get more airflow through your nose to promote nose breathing. This device is ideal for people who snore or have nasal congestion. If your nose is constricted, the airflow will be inhibited, and your body will compensate through mouth breathing. This results in snoring because when you breathe through your mouth, your tongue falls back and blocks the airways. When the air passes through the narrowed space, it causes vibrations, which are known as snoring.

There are two types of nasal dilators : 

(i) External Nasal Strips: These strips are applied on the outside of your nose with the help of adhesive, like band-aid, and they stretch open your nasal passage. These strips are not a good choice when having a stuffy or runny nose caused by a cold or allergies.

Pros 

  • Economical
  • Easy to use

Cons 

  • Not reusable
  • May cause skin irritation
  • Can unstick during the night

(ii) Internal Nasal Dilators: Internal nasal dilators, also known as nasal vents, are inserted inside your nostrils to keep them dilated while you are asleep. These nasal vents come in different shapes, sizes, and materials. Generally, these dilators are made of medical-grade silicone and come in different sizes. However, there is no evidence to prove that nasal vents help dilate your nostrils with congestion with cold and allergies.

Pros 

  • Reusable
  • Easy to use
  • Economical

Cons

  • Invasive
  • Trial and error phase as you need to try different brands to get the right fit for
  • Takes some time to get used to it
  • Anti-Snoring Spray: Most people snore because of vibrating tissues. The anti-snoring spray is applied to the tissues so that they vibrate less. The spray counters the loud noise of snoring by making it less likely for the tissues to vibrate. Anti-snoring sprays are of three types – lubricating, anti-inflammatory, and tightening sprays.

Pros

  • No device to wear
  • Not painful
  • Many natural options are available on the market 

Cons

  • Not effective for heavy snorers
  • May cause allergic reactions
  • Not 100% effective
  • Anti-Snoring Pillows: Anti-snoring pillows are designed to eliminate or reduce snoring during sleep. These pillows are an excellent alternative to invasive anti-snoring devices. Snoring is caused due to improper sleeping posture (though there are other factors as well that cause snoring). The anti-snoring pillows help you provide a proper sleeping posture and thereby eliminate or reduce snoring. 

Pros

  • Effective in providing a proper sleeping posture
  • Non-invasive 

Cons

May cause neck pain or back pain in some people.

Treatment

To diagnose your condition, the doctor will review your symptoms and take your history. They may also perform a physical examination to determine if you require an appointment with a sleep specialist. Your diagnosis may include a sleep test to decide whether or not you have sleep apnea and how it affects your sleep quality.

Depending on the results of your diagnosis, your doctor will give you a series of options to treat snoring. These will generally include:

A. Lifestyle Changes: Your doctor may ask you to make certain lifestyle modifications to counter snoring. The modifications may include:

Losing weight

Avoiding alcohol close to bedtime

  • Sleep position training
  • Treatment of allergies and congestion

B. Upper Airway Surgery: There are many procedures with the help of which the upper airways can open that help to prevent the narrowing of the passage during sleep. The doctor can suggest any of the following procedures: 

  • Uvulopalatopharyngoplasty (UPPP): In this procedure, the surgeon tightens and trims the excess tissues around your throat.
  • Maxillomandibular Advancement (MMA): This surgery involves moving the upper and lower jaw forward, which helps to open the airways.
  • Hypoglossal Nerve Stimulation: This is a relatively new technology that employs a stimulus applied to the nerve that controls the forward movement of the tongue so that the tongue doesn’t block the air passages when you breathe.
  • Oral Or Nasal Devices: Your doctor may also recommend you to use an oral appliance like a form-fitting dental mouthpiece. These mouthpieces help to advance the position of your jaw, tongue, and soft palate to ensure that your air passages are not blocked. They may also suggest you use nasal devices like nasal dilators that help dilate your nostrils to help get more airflow through your nose. 
  • Continuous Positive Airway Pressure: Your doctor may recommend that you use a CPAP mask over your mouth and nose while you sleep to deliver constant and steady air pressure.

The market is flooded with anti-snoring devices, but how do you know which one is suited for you? What things do you need to look for when buying an anti-snoring device? Here’s a list of few factors that you need to consider when buying an anti-snoring device.

Factors To Consider When Choosing An Anti-Snoring Device

  • Severity: Before buying an anti-snoring device, make sure you consult your doctor and understand the extent of your problem. Snoring can sometimes be indicative of some severe underlying health issues. Some of the products that are available on the market do not consider serious cases of snoring.
  • Comfort: After assessing the severity of your problem and deciding what type of device to choose, the next thing you need to consider is comfort. The variable is an important one since the device you choose will define your quality of sleep. For example, if you are choosing an anti-snoring mouthpiece, get it custom-made to avoid discomfort to your gums and teeth.
  • Cost Of The Device: As consumers, we are often tempted to buy products that are priced low. But since here you are investing in one for sound sleep, make sure to buy something that is pocket-friendly and reliable. Quality never comes cheap, so choose a product that will deliver what you expect from your anti-snoring device. This doesn’t mean that you need to buy the most expensive devices on the market. The market has got a good variety of products that are affordable and reliable.
  • Approved By A Drug Administration Body: Ensure that the government drug administration body has approved the anti-snoring device you choose to buy. This factor is crucial to ensure your safety and efficacy of the device. All the product companies are mandated to conduct rigorous tests to ensure that the products are up to the standard before they are brought to the market for sale. 
  • Reputation Of The Company: Always choose to buy products of a reputable company. Do extensive research andmake a list of the companies that are well-recognized for their products and their commitment to adherence to the guidelines of the drug administration body?

Which of the anti-snoring device on this list did you find most suitable for you? Try out and let us know your thoughts and experiences in the comments section below. 

Expert’s Answers for Readers Questions

What is the best treatment for snoring?

There is, as such, not one best treatment for snoring. To know what device will work best for you, you need to consult your sleep specialist. They will suggest the remedy best suited for your snoring issue.

What are the side-effects of oral anti-snoring devices?

If you are going for oral anti-snoring devices, the possible side effects may be excessive salivation, dry mouth, jaw pain, facial discomfort, etc.

Do anti-snoring devices work for people with sleep apnea?

Anti-snoring mouthpieces are inexpensive and hassle-free alternatives for CPAP and Bi-PAP machines.

19 sources

Stylecraze has strict sourcing guidelines and relies on peer-reviewed studies, academic research institutions, and medical associations. We avoid using tertiary references. You can learn more about how we ensure our content is accurate and current by reading our editorial policy.

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10 Best Korean Sleeping Masks And Packs – Improve Your Skin While You Sleep

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Snoozing with an overnight mask on your face sounds a bit extreme, doesn’t it? Well, let us remind you that your skin performs many functions while you are lost in your dreams! It repairs and rejuvenates itself every night. You need to use an overnight sleeping mask to help your skin reach its peak while it repairs itself. Sleeping masks are a skin care innovation that emerged in South Korea. They contain skin-boosting ingredients, which is why they are such a rage. Scroll down to find the best Korean sleeping masks available on the market right now.

10 Best Korean Sleeping Masks And Packs

1. Laneige Water Mask

Laneige Water Mask

Solution For: Dryness, wrinkles, fine lines, and uneven skin texture

This overnight gel mask recharges your dehydrated skin while you sleep. The Laneige Water Mask has a unique formula that contains highly concentrated hydro-ionized mineral water that provides intense moisturization to stressed and dehydrated skin. Its unique Sleepscent Technology is infused with calming rose, orange blossom, and sandalwood fragrances that help relax your senses while you snooze. The evening primrose and apricot extracts in it brighten your skin.

Pros
  • SLS- and SLES-free
  • Paraben-free
  • No formaldehyde and formaldehyde-releasing agents
  • No mineral oil
  • Phthalate-free
  • No coal tar
  • Lightweight
  • Mild and pleasing fragrance
  • Dermatologist tested
  • Non-comedogenic
  • Cruelty-free
  • Suitable for all skin types
Cons

None

Rating

5/5

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2. Dear, Klairs Freshly Juiced Vitamin E Mask

Dear, Klairs Freshly Juiced Vitamin E Mask

Solution For: Signs of aging and dryness

The Freshly Juiced Vitamin E Mask by Dear, Klairs gives a significant boost of vitamin E to your skin. Vitamin E is the antioxidant that helps slow down skin aging. This product has a unique pudding-like texture that clings to your skin and gets absorbed almost immediately. It contains niacinamide that helps brighten your skin and prevent sun damage. You can use it during the day as a moisturizer and at night as an overnight mask.

Note: Vitamin E helps stabilize vitamin C and improve its effectiveness. Use this mask with Vitamin C serum at night for better results.

Pros
  • Alcohol-free
  • Paraben-free
  • No artificial fragrances
  • No synthetic colors
  • Cruelty-free
  • Developed by dermatologists
Cons

None

Rating

5/5

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3. Cosrx Ultimate Nourishing Rice Overnight Spa Mask

Cosrx Ultimate Nourishing Rice Overnight Spa Mask

Solution For: Dryness, dullness, and dark spots

As its name suggests, this face mask makes you feel like you’ve been to a spa when you wake up in the morning. The Ultimate Nourishing Rice Overnight Spa Mask is enriched with 68% rice extracts that provide intense hydration to your skin and improve your skin tone. It contains niacinamide and sunflower seed oil that nourish and brighten your skin. This spa mask has a pH of 6.5 and makes your skin feel replenished all day long.

Pros
  • Paraben-free
  • 100% vegan
  • Cruelty-free
  • Fragrance-free
  • Suitable for all skin types
Cons

None

Rating

5/5

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4. Dr. Jart+ Water Fuse Hydro Sleep Mask

Dr. Jart+ Water Fuse Hydro Sleep Mask

Solution For: Sagging, wrinkles, and dryness

This is an overnight protective mask that locks in moisture and other vital nutrients to regenerate your skin. Its unique formula contains hydrolyzed hyaluronic acid and a blend of AquaMinerals that improve the elasticity and firmness of your skin. It also contains Himalayan Pink Salt that promotes cell regeneration. This sleeping mask is also formulated with Belgium Hot Spring Water and a natural barrier complex that soothes your skin and provides antibacterial protection.

Pros
  • Paraben-free
  • No mineral oil
  • SLS- and SLES-free
  • Sulfate-free
Cons
  • May feel a bit sticky
Rating

5/5

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5. Etude House SoonJung 5-Panthensoside Cica Sleeping Pack

Etude House SoonJung 5-Panthensoside Cica Sleeping Pack

Solution For: Sensitive skin, dryness, and redness

If you have sensitive skin that reacts to whatever you put on it, this sleeping pack will help calm it down. The Soonjung 5-Panthensoside Cica Sleeping Pack is enriched with panthenol, a compound that is closely related to vitamin B5. It hydrates the skin and prevents moisture loss. The pack also contains Madecassoside (a compound derived from Centella asiatica) that protects the natural barrier of the skin and repairs any damage. It has a dense gel-like consistency, but it feels light on the skin.

Pros
  • SLS- and SLES-free
  • Paraben-free
  • No mineral oils
Cons

None

Rating

5/5

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6. Missha Super Aqua Cell Renew Snail Sleeping Mask

Missha Super Aqua Cell Renew Snail Sleeping Mask

Solution For: Distressed and dehydrated skin

This product is recommended for people in their 20s and 30s who have moderate signs of aging and dehydrated skin. It contains snail secretion that helps in skin regeneration, reduces acne and redness, and keeps your skin replenished. This sleeping pack also contains botanical extracts, including the extracts of the Baobab tree, that relieve skin stress and soothe it while you sleep.

Pros
  • Botanical extracts
  • No mineral oils
  • No harmful chemicals
  • Paraben-free
Cons

None

Rating

5/5

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7. Dear Hydration Sleeping Mask

Dear Hydration Sleeping Mask

Solution For: Dryness and pigmentation

This gel-based overnight mask contains peppermint extracts, holy basil, and neem extracts that boost your skin immunity, fight acne, reduce pigmentation and spots, and improve your skin tone. Its Water Gel Network formula is enriched with bamboo and lotus extracts that create a protective barrier on your skin and maintain its moisture.

Pros
  • Paraben-free
  • Sulfate-free
  • Phthalate-free
  • No mineral oils
Cons

None

Rating

5/5

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8. Goodal Anti-Wrinkle Want Night Sleep Cream Pack

Goodal Anti-Wrinkle Want Night Sleep Cream Pack

Solution For: Wrinkles, fine lines, and aging skin

This ultra-moisturizing sleeping cream contains fermented argan and lavender oils. It has a rich and silky texture that glides on your skin smoothly and sinks deep into it. The oils nourish your tired, dry, and aging skin and restore its firmness and elasticity. This cream is suitable for all skin types.

Pros
  • Paraben-free
  • No mineral oils
  • SLS- and SLES-free
  • Talc-free
  • No harmful chemicals
Cons

None

Rating

5/5

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9. Sulwhasoo Overnight Vitalizing Mask

Sulwhasoo Overnight Vitalizing Mask

Solution For: Fine lines, dryness, redness

This overnight sleeping mask is formulated with Korean medicinal herbs, such as Scutellaria root, Angelica acutiloba, walnut, and white mulberry extracts. All the herbs used in the cream helps revitalize your skin by delivering essential nutrients and prevent cell damage. The Organic Respiration Layer technology used to develop this product gives it a creamy, soft, and light texture that keeps your skin hydrated without feeling heavy on it.

Pros
  • Medicinal ingredients
  • Paraben-free
  • SLS-free and SLES-free
  • No mineral oils
Cons
  • Medicinal fragrance
Rating

5/5

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10. Mizon Good Night White Sleeping Mask

Mizon Good Night White Sleeping Mask

Solution For: Dull, hyperpigmentation, and dryness

The Good Night White Sleeping Mask by Mizon is developed with a Whitening System (with niacinamide, mulberry root extract, and Broussonetia extract) for dull skin that lacks luster and has spots and marks. It contains a Moisture Shield made of hyaluronic acid, glycerine, and Biosaccharide Gum-1 that prevents dryness and keeps your skin hydrated. This overnight mask has a delicate lavender fragrance to help you slip into slumber comfortably.

Pros
  • Hypoallergenic
  • SLS- and SLES-free
  • No mineral oils
Cons
  • Contains parabens
Rating

4.5/5

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Korean overnight masks usually focus on hydration and skin regeneration. Therefore, you will usually find hydrating ingredients such as glycerin and hyaluronic acid in them. Some masks may also contain anti-aging and skin-repairing ingredients such as retinol and niacinamide and have a gel-like or thick creamy consistency. However, they are non-comedogenic. Sleeping masks do not transfer onto your pillows and clothes, so you can sleep without any worries.

In case you are using any prescription topical medication or cream, consult your dermatologist before using any sleeping mask and the best way to apply or layer the sleeping mask with the topical medication.

Sleeping masks should be the final step of your nighttime skin care routine. This means that you need to layer the mask or cream on top of all the other skin care products that you apply.

Go ahead and improve your beauty sleep with the Korean sleeping masks. Which one of these would you like to try out? Comment below to let us know!

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Antibiotics For Acne – Everything You Need To Know About Them

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An occasional pimple is easy to deal with. You can also control minor acne breakouts with proper skin care and over-the-counter medications. However, when the breakouts get problematic, the doctors may prescribe antibiotics. Systemic antibiotics are often prescribed when topical treatments fail to provide any relief. In this article, we have discussed everything you need to know about using antibiotics for managing your acne.

Antibiotics For Acne: Why Are They Used And How Do They Work?

Antibiotics For Acne Why Are They Used And How Do They Work

Shutterstock

Antibiotics are often used to treat acne. They are available in two forms:

  • Topical Antibiotics: These are available in the form of creams, gels, toner-like solutions, acne pads, acne patches, and lotions. These are often used to treat mild acne.
  • Oral Or Systemic Antibiotics: These are available in the form of tablets, capsules, and elixirs. Oral antibiotics are used when topical and other treatment methods fail to give any results. These are mostly used to treat moderate to severe acne and other forms of inflammatory acne.

Antibiotics are not available without a doctor’s prescription. Oral antibiotics are often prescribed along with topical treatments. Antibiotics are medicines that are used to fight bacterial infections. Hence, they are also known as antibacterials.

Antibiotics mainly work by reducing the number of acne-causing bacteria in and around the follicles, thereby reducing inflammation. However, topical antibiotics don’t kill or reduce the number of bacteria. They reduce inflammation (1). Hence, doctors often prescribe oral antibiotics (for their bactericidal effect) along with topical antibiotics.

Doctors do not recommend long-term usage of systemic antibiotics; they limit them to the shortest possible duration. Long-term use may make the bacteria antibiotic-resistant (1).

Certain antibiotics are often prescribed for acne. In the next section, we have discussed these (in both topical and oral forms).

Topical And Oral Antibiotics For Acne

Recommendations For Topical Antibiotics And Acne Medications

Recommendations For Topical Antibiotics And Acne Medications

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The American Academy of Dermatology recommends the following topical remedies for acne (2):

1. Retinoids And Other Similar Medications

Retinoids are widely used for acne management. They can be used as monotherapy or along with other oral or topical medication. These are used for treating inflammatory acne.

2. Benzoyl Peroxide

It is used for mild acne. Benzoyl peroxide can be used as monotherapy as well. It reduces the chances of developing antibiotic-resistant strains of bacteria. This is one reason it is often used in combination with other topical and systemic medicines or antibiotics.

3. Topical Antibiotics (Clindamycin and Erythromycin)

Clindamycin is prescribed as both an oral and a topical medication. Both these antibiotics are used for acne management. However, they are not prescribed as monotherapy as you might develop the antibiotic-resistant bacterial strains.

4. Acids (Salicylic And Azelaic Acids)

Salicylic acid helps to unclog skin pores (clogged skin pores are a major cause of acne) and also reduces inflammation. Azelaic acid helps to minimize pigmentation caused by inflammatory acne.

5. Resorcinol And Sulfur

These two topical medicines are often combined to treat acne. These are available as lotions and creams and can be purchased without a medical prescription.

6. Aluminum Chloride

Aluminum chloride has antibacterial effects. In a study, this topical acne medication showed improvement in acne lesions with minimal irritation (3).

Apart from these, birth control pills are often recommended for acne. These pills can only help treat acne caused by hormonal fluctuations.

Depending on your acne severity and skin type, the dermatologist will recommend the right medication for you.

Possible Side Effects Of Topical Medications

Topical antibiotics and acne medications may cause side effects that include:

  • Dryness
  • Redness
  • Flakiness
  • Skin peeling
  • Burning sensation
  • Stinging sensation
  • Mild skin irritation and itching

Recommendations For Oral Or Systemic Antibiotics

Recommendations For Oral Or Systemic Antibiotics

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The American Academy of Dermatology Association recommends the following oral antibiotics for acne management (2):

1. Tetracyclines (Minocycline And Doxycycline)

This is the most commonly prescribed antibiotic for acne management. Minocycline and Doxycycline are two tetracyclines that are used widely because they are more effective than other tetracyclines (4).

Caution: Pregnant women and children under nine years of age should not consume this medication.

2. Macrolides (Erythromycin and Azithromycin)

These are also used for acne management. However, these are not used frequently nowadays because of their decreased sensitivity to P.acnes bacteria (4). Erythromycin is often used separately to reduce bacterial growth and reduce inflammation.

Caution: Pregnant women should not take Erythromycin.

3. Clindamycin

Clindamycin helps kill acne-causing bacteria and reduce inflammation. However, it should not be used for a prolonged period (or as a monotherapy) as it can cause the growth of antibiotic-resistant bacterial strains (4).

4. Trimethoprim

This is often used as a third-line antibiotic. Third-line treatment is used when the first-line (initial) and second-line (the subsequent) treatments fail to produce results. A study found significant improvement in acne lesions in patients who used this antibiotic for eight months (5).

5. Ampicillin Or Amoxicillin

These two medicines are used to reduce bacterial infection and the associated inflammation. These provide initial relief from the pain caused by severe acne.

Monotherapy with oral antibiotics is not recommended, and oral antibiotics must not be used for a longer duration (usually not more than three months).

Possible Side Effects Of Oral Antibiotics

These might cause:

  • Allergic reactions: More than 2% of trimethoprim might cause allergic reactions in susceptible individuals.
  • Photosensitivity: Doxycycline often increases your risk of UV damage.
  • Gastrointestinal disturbance: Oral antibiotics may also cause nausea and diarrhea.
  • Vaginal yeast infection: All antibiotics (especially tetracycline) may cause this in women.

Oral antibiotics may also reduce the effectiveness of birth control pills. If you are taking contraceptive pills, do not forget to inform your doctor.

Antibiotics alone cannot treat acne; because there are several factors that cause acne. These include:

  • Excessive oil production
  • Clogged pores
  • Bacterial growth
  • Inflammation

Antibiotics only help kill or reduce bacterial growth. If you do not address other factors, it is impossible to treat and heal your condition. Hence, you need to focus on the other aspects of treatment, including the use of topical medications, and following a proper and gentle skin care regimen. Moreover, you have to be consistent with your treatment plan.

Antibiotics help in acne reduction, but you have to take them religiously and maintain the dosage recommended by your doctor. This will help in proper and fast healing. Also, if you are pregnant, consult your doctor before taking antibiotics.

We hope this article was informative. Let us know your thoughts/questions by leaving a comment in the box below.

5 sources

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सलाद खाने के 10 फायदे, तरीका और नुकसान – Salad Benefits and Side Effects in Hindi

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अच्छी सेहत के लिए योग और व्यायाम के साथ-साथ खान-पान पर ध्यान देना भी जरूरी है। खान-पान ऐसा होना चाहिए, जिसमें विटामिन और मिनरल के रूप में पर्याप्त पोषक तत्व मौजूद हों। हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हेल्दी फूड में सलाद का भी विशेष स्थान है। यह न सिर्फ हमें कई बीमारियों से बचाता है, बल्कि हमारी त्वचा, आंखों और बालों के लिए भी फायदेमंद है। वैसे सलाद का सेवन सभी करते हैं, लेकिन सलाद खाने के फायदे के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं। इसकी जानकारी और फायदों के लिए स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम इसी मुद्दे पर बात करेंगे। साथ इसके फायदों और इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानेंगे।

आर्टिकल में सबसे पहले यह जान लेते हैं कि सलाद कहते किसे हैं।

सलाद क्‍या है? – What is Salad in Hindi

अलग-अलग स्थानों पर सलाद बनाने की विधि अगल-अलग है और इसे बड़े ही चाव से खाया भी जाता है। सलाद को विटामिन और खनिज का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा, इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यहां हम स्पष्ट कर दें कि सभी सलाद स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक नहीं होते। यइ इस पर निर्भर करता है कि सलाद में क्या-क्या सामग्री मिलाई गई है। इसमें कम मात्रा में ड्रेसिंग और टॉपिंग मिलाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन अगर आप इसे अधिक मात्रा में मिलाते हैं, तो सलाद कैलोरी और वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है (1)।

आइए, अब सलाद से होने वाले प्रमुख फायदों के बारे में जान लेते हैं।

सलाद के फायदे – Benefits of Salad in Hindi

जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि सलाद में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इन फायदों के बारे में हम यहां विस्तार से बता रहे हैं।

1. वजन कम करने के लिए

 to lose weight

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अधिक वजन और मोटापा आज एक आम समस्या बन गया है। मोटे लोग इससे कैसे भी करके पीछे छुड़ाना चाहते हैं। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए और वजन को नियंत्रित करने के लिए सलाद अच्छा आहार हो सकता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है और कैलोरी की मात्रा कम होती है। साथ ही इसे खाने से पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है। इस प्रकार भूख कम लगने और ऊर्जा की कम खपत होने से यह आपके वजन को कम करने और नियंत्रित करने में आपकी मदद कर सकता है (2)।

2. आंखों के लिए सलाद खाने के फायदे

पोषक तत्वों की कमी के कारण आंखों की समस्या भी हो सकती है और सलाद पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसका कारण यह है कि इसमें विभिन्न प्रकार की सब्जियों और फलों को इस्तेमाल किया जाता है। हर फल और सब्जी में विभिन्न तरह के पोषक तत्व होते हैं। जब इन फलों या फिर सब्जियों को मिलाकर सलाद बनाई जाती है, तो सभी पोषक तत्व एक साथ मिल जाते हैं। इस प्रकार कह सकते हैं कि सलाद में ल्यूटिन और जेक्सैंथिन, विटामिन-सी (एस्कॉर्बिक एसिड), विटामिन-ई, विटामिन-ए, बीटा कैरोटीन, आवश्यक फैटी एसिड और जिंक जैसे पोषक तत्व शामिल होते हैं। ये सभी पोषक तत्व आपकी आंखों के लिए लाभदायक हैं, जो आंखों को कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं (3)।

3. अच्छी नींद के लिए सलाद खाने के फायदे

Benefits of eating a salad for good sleep

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अगर आपको अच्छी तरह से नींद नहीं आती है, तो सलाद आपकी अनिद्रा की समस्या को दूर करने मदद कर सकता है। दरअसल, सलाद में लैक्टुका सैटिवा (Lactuca sativa) नामक सलाद का पत्ता भी मिलाया जाता है। इससे न सिर्फ सलाद का स्वाद बढ़ता है, बल्कि कई पोषक तत्व भी मिलते हैं। लैक्टुका सैटिवा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से आपकी रक्षा करते हैं। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण अनिद्रा की समस्या हो सकती है (4)।

4. प्रतिरक्षा प्रणाली में करे सुधार

अगर आप अक्सर बीमार रहते हैं, तो हो सकता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो। इस समस्या को दूर करने के लिए सलाद आपकी मदद कर सकता है। सलाद में प्रोटीन पाया जाता है (5)। प्रोटीन न सिर्फ आपकी मसल्स को बेहतर बनाता है, बल्कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में भी सुधार करने में आपकी मदद करता है (6)।

5. पाचन में सुधार के लिए सलाद खाने के फायदे

बिगड़ा हुआ पाचन तंत्र कई समस्याओं को जन्म देता है। इससे पेट तो खराब होता ही है साथ ही बिगड़े हुए पेट की वजह से काम में मन भी नहीं लगता। इसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियों से बने सलाद का सेवन आपकी इस समस्या का समाधान हो सकता है। इसमें पाया जाना वाला फाइबर पाचन तंत्र और आंतों की समस्या को दूर करने में सहायक होता है (7)।

6. स्वस्थ हृदय के लिए

For a healthy heart

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हृदय की समस्या से ग्रस्त लोगों को हल्का भोजन करने की सलाह दी जाती है। ऐसे मरीज स्वस्थ हृदय के लिए सलाद का सेवन कर सकते हैं। इसमें उपयोग होने वाली हरी पत्तेदार सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में फाेलेट और विटामिन-बी पाया जाता है। ये पोषक तत्व हृदय को कई समस्याओं से बचाने के अलावा, उसकी कार्य प्रणाली में भी सुधार करते हैं। साथ ही सलाद में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो बेहतर हृदय के लिए जरूरी माने गए हैं (7)।

7. फाइबर से भरपूर

सलाद को फलों और सब्जियों के मिश्रण से बनाया जाता है और इन दोनों को पोषक तत्वों की खान माना जाता है। इनमें से एक पोषक तत्व फाइबर है। सलाद के रूप में फाइबर का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। यह न सिर्फ आपकी पाचन तंत्र की समस्या को दूर करने में आपकी मदद करता है, बल्कि आंतों की समस्या के साथ ही पेट की कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद करता है। इसके अलावा, यह वजन को भी नियंत्रण करने में आपकी मदद कर सकता है (7)।

8. मांसपेशियों के निर्माण के लिए सलाद खाने के फायदे

सलाद का सेवन आपकी मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें मिलाई जाने वाली पालक में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है (5), जो आपकी मांसपेशियों के निर्माण में और उनको मजबूत करने में आपकी मदद करता है। इसलिए, जिम करने वालों और एथलीटों को भोजन में पालक शामिल करने की सलाह दी जाती है (6)।

9. हड्डियों के लिए सलाद

Salad for bones

Shutterstock

सलाद में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। इनमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पाया जाता हैं (5)। ये हड्डियों के विकास में मदद करने के साथ-साथ हड्डियों को मजबूत करते हैं। इसके अलावा, ये पोषक तत्व ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं (7) (8)।

10. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

सलाद में एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण आपके लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकते हैं। ये कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं और कैंसर की समस्या को दूर करने में आपकी मदद करते हैं। इसके अलावा, ये आपकी हृदय से संबंधित कई परेशानियों को भी दूर करने में कारगर होते हैं (7)।

सलाद से होने वाले फायदों के बारे में जानने के बाद अब इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में बात करते हैं।

सलाद के पौष्टिक तत्व – Salad Nutritional Value in Hindi

इतना तो आप जान ही गए हैं कि सलाद में कुछ खास पोषक तत्व होते हैं। यहां हम सलाद में पाए जाने वाले सभी पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं। साथ ही आपको उनकी मात्रा के बारे में भी बताएंगे (5)।

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम
कैलोरी 18 kcal
प्रोटीन 2.35 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 3.35 ग्राम
फाइबर 1.2 ग्राम
शुगर 1.18 ग्राम
मिनरल्स
कैल्शियम 71 मिलीग्राम
आयरन 1.69 मिलीग्राम
पोटैशियम 353 मिलीग्राम
सोडियम 106 मिलीग्राम
जिंक 0.16 मिलीग्राम
विटामिन
विटामिन सी 31.8 मिलीग्राम
विटामिन ए 4706 IU
विटामिन के 216.5 माइक्रोग्राम

अब हम आर्टिकल के इस हिस्से में बता रहे हैं कि सलाद में क्या-क्या मिक्स किया जा सकता है।

सलाद में क्या-क्या खाना चाहिए – What to Eat in salad in Hindi

सलाद को बनाने के लिए कुछ बातों के बारे में जानना जरूरी है, जिसमें सबसे जरूरी बात यह है कि सलाद को कैसे बनाएं और उसमें क्या-क्या इस्तेमाल करें। यहां हम बता रहे हैं कि सलाद बनाते समय किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए (1)।

  • सलाद में टमाटर, प्याज, पालक और धनिया पत्ता जैसे कम वसा युक्त सब्जियों का उपयोग करना चाहिए।
  • ड्रेसिंग के लिए आप ऑलिव ऑयल या अन्य वनस्पति तेल के साथ सिरका का उपयोग कर सकते हैं।
  • टॉपिंग के लिए कम मात्रा में पनीर और सूखे मेवे का उपयोग कर सकते हैं।
  • आप सलाद में उच्च फाइबर वाली चीजें जैसे फलियां (बीन्स), कच्ची सब्जियां, ताजे और सूखे फलों काे जरूर शामिल करें।

सलाद बनाने के बाद यहां हम आपको बता रहे हैं कि सलाद को कैसे, कब और कितनी मात्रा में खाना चाहिए।

सलाद खाने का तरीका – When to Eat Salad in Hindi

सलाद पाेषक तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसका सेवन कभी भी और कैसे भी कर लो। सलाद बनाने की विधि अलग-अलग स्थानों पर अलग अलग होती है, जिनका अलग-अलग प्रभाव हो सकता है। इसलिए, अच्छा होगा कि आप इसका सेवन सीमित मात्रा में मतलब करीब डेढ़ कप तक ही करें। आप इसे सुबह के नाश्ते, लंच या फिर डिनर में कभी भी खा सकते हैं (9)।

सलाद खाने से पहले सलाद के नुकसान के बारे में जानना भी जरूरी है।

सलाद खाने के नुकसान – Side Effects of Salad in Hindi

इसमें कोई दो राय नहीं कि सलाद में ढेरों पोषक तत्व होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सलाद हर लिहाज में फायदेमंद होगा। कुछ मामलों में यह हानिकारक भी हो सकता है, जैसे:

  • कुछ कच्ची सब्जियों में बैक्टीरिया होते हैं, जिन्हें सलाद में शामिल करने से फूड पॉइजनिंग का खतरा हो सकता है (10)।
  • सलाद में शामिल किए गए उच्च वसा युक्त पदार्थों से मोटापा होने के साथ ही और भी कई बीमारियों की समस्या हो सकती है (1)।
  • सलाद में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है (1)। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने गैस व पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएं हो सकती है (11)।

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद यह तो स्पष्ट हो गया कि सलाद का सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से कितना फायदेमंद है। अगर इसे सीमित मात्रा में खाया जाए, तो आप न तो बीमार पड़ेंगे और न ही इलाज पर पानी की तरह पैसा बहाना पड़ेगा। बस आपको करना इतना है कि अपनी डाइट में थोड़ा-सा बदलाव कर सलाद को खास जगह देनी है। इसके बाद कोई भी बीमारी आपके पास फटके भी नहीं। सलाद को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से आपको किस प्रकार लाभ हुआ, इस बारे में हम नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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10 Best Korean Serums As Per Your Skin Type And Needs – 2019

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All K-beauty products are great! But, Korean serums are undoubtedly the most popular K-beauty skin care products. One major reason behind the popularity of Korean serums is that they are made with simple but effective ingredients and are more affordable than the skin care products of the West. They have serums for all your unique skin needs. Since there is a wide range of K-serums out there, we have made a list of the best ones to pick for your skin concerns. Check it out!

 Best Korean Serum For Your Skin Type

1. The Face Shop White Seed Brightening Serum

The Face Shop White Seed Brightening Serum

Skin Concern: Dullness, blemishes, and spots

Suitable For: All skin types

If you are looking for a brightening serum that can fade stubborn blemishes and marks, go for this product. The White Seed Brightening Serum by The Face Shop contains white lupin seed extract, which is known for its natural skin brightening properties. It also contains white daisy flower extracts that reduce dullness and make your skin bright and clear.

Pros

  • Paraben-free
  • No artificial colors
  • No animal ingredients
  • No mineral oils
  • Paraffin-free
  • Talc-free
  • No harmful chemicals
  • Hygienic pump packaging

Cons

None

Rating

5/5

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2. COSRX Propolis Light Ampule

COSRX Propolis Light Ampule

Skin Concern: Dry and uneven skin texture

Suitable For: Dry and rough skin

Cosrx is a brand that believes in keeping their ingredients simple. This skin serum contains 83% pure black bee propolis extracts that are known for their excellent skin hydrating properties. They heal damaged skin and keep it nourished and moisturized. This product has a silky texture that slowly increases the softness and plumpness of your skin with daily use. If your skin is parched, go for this product without any second thoughts.

Pros

  • Paraben-free
  • Sulfate-free
  • No harmful chemicals
  • Lightweight

Cons

None

Rating

5/5

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3. Dear, Klairs Freshly Juiced Vitamin C Serum

Dear, Klairs Freshly Juiced Vitamin C Serum

Skin Concern: Pigmentation, fine lines, and uneven skintone

Suitable For: All skin types

This is an ultra-mild (5%) vitamin C formula by Dear, Klairs. It is gentle enough for sensitive skin. Vitamin C has skin brightening effects. It can fade stubborn spots and marks quite effectively. If you have brown spots, fine lines, and open pores, this should be your top pick. The ingredients in this serum are chosen as per the Korea Ministry of Food and Drug Safety Standards.

Pros

  • Paraben-free
  • No harmful chemicals
  • SLS-free

Cons

None

Rating

5/5

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4. O’Sum Korean Organic Hyaluronic Acid Serum

Sum Korean Organic Hyaluronic Acid Serum

Skin Concern: Dryness and damaged skin

Suitable For: All skin types, especially sensitive skin

Weather and environmental pollution can take a toll on your skin. This hydrating serum helps strengthen your skin and prevent any damage. This hyaluronic acid serum contains lemon balm extracts that prevent moisture loss and keep your skin firm. It also helps prevent redness, reduce acne, and keep the skin bright.

Pros

  • Certified by Ecocert
  • Certified by Korean FDA Organic Cosmetic Guidelines
  • Contains 95% natural ingredients

Cons

None

Rating

5/5

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5. Mizon Snail Repair Intensive Ampoule

Mizon Snail Repair Intensive Ampoule

Skin Concern: Acne, scarring, signs of aging

Suitable For: All skin types, especially sensitive skin

Snail mucin extract is one of the most potent skin ingredients, and most Korean beauties swear by its benefits. It helps minimize acne, prevent acne scarring, minimize the signs of aging, and smoothen your skin texture.

Pros

  • 80% snail mucin extracts
  • Contains anti-aging peptides
  • Soothes the skin
  • Contains hyaluronic acid

Cons

None

Rating

5/5

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6. Nature Republic Snail Solution Essence

Nature Republic Snail Solution Essence

Skin Concern: Dullness and wrinkles

Suitable For: All skin types

Stressed skin looks dull and lacks vitality. If you feel that your skin is stressed and does not look healthy, try out this essence. It contains 80% snail secretion that improves your skin texture within a few days. It also brightens and soothes dull skin.

Pros

  • Natural ingredients
  • Mild formula
  • Hygienic packaging
  • No harmful chemicals

Cons

None

Rating

5/5

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7. Dear, Klairs Rich Moist Soothing Serum

Dear, Klairs Rich Moist Soothing Serum

Skin Concern: Dryness

Suitable For: Dry skin

If lack of hydration is your prime skin concern, this serum is for you. The Moist Soothing Serum by Dear, Klairs contains a powerful blend of natural extracts, such as carrot root, celery, and broccoli. It contains also contains sodium hyaluronate (a salt of hyaluronic acid) that helps restore moisture and keeps your skin hydrated for long. It contains lemon oil and has a mild and refreshing citrus scent. It is gentle and perfect for anyone who needs a serum to calm down their skin.

Pros

  • Cruelty-free
  • Vegan
  • No artificial fragrance
  • Paraben-free
  • Alcohol-free
  • No artificial colors

Cons

  • Contains PEG

Rating

4.8/5

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8. Mizon AHA 8% Peeling Serum

Mizon AHA 8% Peeling Serum

Skin Concern: Hyperpigmentation, dark spots, and blemishes

Suitable For: All skin types

This product is formulated with 8% glycolic acid that targets the spots and blemishes on your skin and helps fade them. Glycolic acid exfoliates the skin gently, improves its texture, and promotes skin resurfacing. It contains papaya and aloe extracts that have a calming and hydrating effect on your skin. These two ingredients are also known for their anti-inflammatory benefits. This peeling serum also contains arnica that has an antibacterial and anti-inflammatory effect. If you are new to chemical exfoliators, start with this mild exfoliating serum.

Pros

  • Dermatologically tested
  • Safe for daily use
  • Improves skin’s adaptability
  • Hypoallergenic

Cons

  • Contains parabens

Rating

4.8/5

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9. Sulwhasoo First Care Activating Serum

Sulwhasoo First Care Activating Serum

Skin Concern: Signs of aging

Suitable For: All skin types, especially dry and mature skin

This is one of the best selling products by Sulwhasoo and is even popular among celebrities. This skin-balancing anti-aging serum is formulated with the JAUM Balancing Complex that focuses on harmonizing your skin balance. It nourishes dry and mature skin and makes it firm. It can be used as both a day and night serum.

Pros

  • Herbal ingredients
  • Paraben-free
  • No harmful ingredients

Cons

  • Contains PEG

Rating

4.8/5

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10. Neogen Dermalogy White Truffle Serum In Oil Drop

Neogen Dermalogy White Truffle Serum In Oil Drop

Skin Concern: Dullness, dryness, and signs of aging

Suitable For: All skin types

This is a unique serum that gives you the moisturizing effect of oil without making your skin feel oily! This oil drop serum contains white truffle extracts that strengthen your skin and fights the signs of aging. It is formulated with the microfluidic dispersion technology that balances the oil and serum to give you a fresh finish after application.

Pros

  • Clinically tested
  • Non-irritant
  • Improves moisture retainability of the skin
  • Lightweight
  • Contains niacinamide
  • Paraben-free

Cons

  • Contains PEG

Rating

4.8/5

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That was our list of the top Korean serums you can buy right now. Before you pick one, make sure that it is specially designed for your skin type. Since serums contain a high percentage of active ingredients, sticking to a product that suits your skin will give you the best results.

Have you tried out any Korean serums? How was your experience? Share your thoughts with us in the comments section below.

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साइटिका के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज – Sciatica Symptoms and Home Remedies in Hindi

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अक्सर कई लोगोंं को कमर के निचले हिस्से में अचनाक दर्द होने लगता है। वो इस दर्द को यह सोचकर अनदेखा कर देते हैं कि ऐसा अधिक काम करने या फिर थकान के कारण हुआ होगा और यही सबसे बड़ी भूल साबित होती है। दरअसल, आम-सा लगने वाला यह दर्द साइटिका का हो सकता है। साइटिका में धीरे-धीरे कमर के नीचे का पूरा भाग बेकार हो जाता है, लेकिन इस बात से बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं, समय रहते कुछ उपाय और उपचार अपना कर इससे बचा जा सकता है। विषय की गंभीरता को देखते हुए ही स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको साइटिका के लक्षण और इलाज संबंधी कई घरेलू उपचार बता रहे हैं, जो इस समस्या को समझने और दूर करने में मददगार साबित होंगे।

इस लेख में हम साइटिका होने के कारण और साइटिका के लक्षण के बारे में तो बात करेंगे ही, लेकिन उससे पहले साइटिका क्या है, इस बारे में भी जान लेते हैं।

साइटिका क्या है? – What is Sciatica in Hindi

दरअसल, साइटिका एक लक्षण है, जो साइटिक नर्व में होने वाली समस्या को दर्शाता है। साइटिक नर्व शरीर में मौजूद सबसे बड़ी नर्व है, जो कमर के निचले हिस्से से शुरू होकर कूल्हों से होती हुई आपकी एड़ियों तक जाती है। यही कारण है कि इसमें आने वाली समस्या आपके कमर के नीचे के पूरे भाग को प्रभावित करती है। शुरुआत में आपको सिर्फ कमर में हल्का दर्द महसूस होता है। बाद में यह दर्द अधिक कष्टदाई हो जाता है और कमर से धीरे-धीरे आपके कूल्हों और फिर पैरों की तरफ बढ़ने लगता है। इस समस्या में कमर के निचले हिस्से में दर्द के अलावा कमजोरी, सुन्नपन या झुनझुनाहट जैसा महसूस हो सकता है। वहीं, यह भी संभव है कि यह लक्षण आपको दोनों पैरों की जगह केवल एक पैर में ही महसूस हों (1)। यही कारण है कि लक्षण होने के बावजूद इसे एक बीमारी के रूप में देखा जाता है।

साइटिका क्या है, यह पता चलने के बाद अब हम लेख के अगले भाग में साइटिका होने के कारण जानेंगे।

साइटिका के कारण – Causes of Sciatica in Hindi

साइटिका होने के कारण की बात करें, तो इसकी मुख्य वजह साइटिक नर्व में समस्या या चोट हो सकती है। ऐसा उठने-बैठने के गलत तरीके से साइटिक नर्व पर दबाव या फिर किसी दुर्घटना के कारण हो सकता है। साइटिक नर्व में समस्या या क्षति के कुछ आम कारण भी हैं, जिनके बारे में हम नीचे बात रहे हैं (2)।

  • स्लिप्ड हर्नियेटेड डिस्क (निचली रीढ़ के हड्डियों का अव्यवस्थित होना)
  • स्पाइनल स्टेनोसिस (रीढ़ की नस से संबंधित एक समस्या)
  • पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (एक दर्द विकार, जो कूल्हों की पतली मांसपेशियों में होता है)
  • पेल्विक की चोट या फ्रैक्चर
  • ट्यूमर

नोट- सामान्य तौर पर 30 से 50 साल की उम्र के बीच इस समस्या के होने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।

साइटिका होने के कारण जानने के बाद, अब हम साइटिका के लक्षण के बारे में बात करेंगे।

साइटिका के लक्षण – Symptoms of Sciatica in Hindi

साइटिका के लक्षण व्यक्ति विशेष आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं (2)।

  • कमर, कूल्हों, और पैरों में हल्के दर्द का बने रहना।
  • कमर की तुलना में पैरों में अधिक दर्द महसूस होना।
  • किसी एक पैर में तीव्र दर्द का महसूस होना।
  • पैरों के साथ पैरों की उंगलियों में दर्द होना।
  • कमर और परों में झुनझुनी महसूस होना।
  • पैरों का बेजान महसूस होना।

साइटिका के लक्षण के बाद अब हम साइटिका का घरेलू इलाज कैसे किया जा सकता है, इस बारे में बताएंगे।

साइटिका के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Sciatica in Hindi

1. लहसुन का दूध

Garlic milk


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सामग्री :

  • 8 से 10 लहसुन की कलियां
  • 300 एमएल दूध
  • एक कप पानी
  • शहद स्वाद के लिए

कैसे इस्तेमाल करें :

  • सबसे पहले लहसुन की कलियों को कुचल लें।
  • अब एक बर्तन में कुचले हुए लहसुन के साथ दूध और पानी को डालकर गर्म होने के लिए गैस पर रख दें।
  • फिर इसमें उबाल आने तक इसे पकाएं।
  • उबाल आने के बाद गैस बंद कर दें और तैयार मिक्सचर को गुनगुना होने दें।
  • जब मिक्सचर हल्का गुनगुना हो जाए, तो उसमें स्वाद के लिए थोड़ा शहद मिलाएं।
  • फिर मिक्सचर को गिलास में निकाल कर पिएं।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

लहसुन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। यह गुण साइटिका नर्व की सूजन को कम कर साइटिका के दर्द से राहत दिलाता है (3)। इस कारण हम कह सकते हैं कि साइटिका का घरेलू इलाज करने के लिए लहसुन का उपयोग लाभदायक सिद्ध हो सकता है।

2. हॉट ऑर कोल्ड कम्प्रेस

सामग्री :

  • एक वाश क्लॉथ
  • एक कटोरा गर्म या बर्फ डालकर ठंडा किया गया पानी

कैसे इस्तेमाल करें :

  • गर्म या ठंडे पानी में वाशक्लॉथ को डुबोएं (यह इस पर निर्भर करता है कि आप ठंडे पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं या गर्म)।
  • अब वाशक्लॉथ को हल्का निचोड़ कर प्रभावित स्थान पर कुछ देर के लिए रखें।
  • इस प्रक्रिया को करीब पांच से छह मिनट के अंतर पर कई बार दोहराएं।
  • इस प्रक्रिया को आप दिन में करीब तीन से चार बार दोहरा सकते हैं।

कैसे है उपयोगी :

विशेषज्ञों के मुताबिक, हॉट एंड कोल्ड कम्प्रेस उपचार विधि को अपनाने से साइटिका के दर्द और साइटिक नर्व की सूजन दोनों से राहत मिल सकती है (4)। इस कारण यह माना जा सकता है कि इस प्रक्रिया से साइटिका का इलाज करना फायदेमंद साबित हो सकता है।

3. एसेंशियल ऑयल

सामग्री :

  • चार से पांच बूंद एसेंशियल ऑयल
  • एक चम्मच आपका पसंदीदा कैरियर ऑयल (नारियल या जैतून का तेल)

कैसे इस्तेमाल करें :

  • एक चम्मच कैरियर ऑयल में एसेंशियल ऑयल की चार से पांच बूंदें मिलाएं।
  • अब तेल के इस मिक्सचर से कमर के निचले हिस्से पर हल्के हाथों से मसाज करें।
  • जल्द लाभ के लिए आप इसे दिन में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैसे है उपयोगी :

साइटिका नर्व संबंधी एक समस्या है। वहीं, एसेंशियल ऑयल में एंटी-नोकिसेप्टिव (तंत्रिका यानी नर्व संबंधी सूजन और विकार को दूर करने वाला) प्रभाव पाया जाता है (5)। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि एसेंशियल ऑयल से साइटिका का घरेलू इलाज लाभदायक साबित हो सकता है।

4. अदरक

Ginger4

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सामग्री :

  • अदरक का एक बड़ा टुकड़ा
  • आधा नींबू
  • एक चम्मच शहद स्वाद के लिए

कैसे इस्तेमाल करें :

  • सबसे पहले अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • अब इसे मिक्सर में डालकर अच्छी तरह से पीस लें।
  • अच्छी तरह से पिस जाने के बाद अदरक के पेस्ट को निकाल लें।
  • इस पेस्ट को किसी साफ सूती कपड़े में रखकर इसका रस अलग कर लें।
  • अब इस रस में नींबू और शहद मिलाकर सेवन करें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

बताया जाता है कि अदरक में तंत्रिका तंत्र को ठीक करने के साथ-साथ दर्द निवारक गुण भी पाया जाता है, जो साइटिका की समस्या में लाभ पहुंचा सकता है। आप चाहें तो जूस की जगह अदरक की चाय का भी इस्तेमाल कर सकते हैं (6)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अदरक से साइटिका का इलाज फायदेमंद साबित हो सकता है।

5. हल्दी

सामग्री :

  • एक चम्मच हल्दी पाउडर
  • एक चम्मच तिल का तेल

कैसे इस्तेमाल करें :

  • तिल के तेल में हल्दी पाउडर मिलकर पेस्ट बना लें।
  • अब प्रभावित स्थान पर इस पेस्ट को लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

एक शोध में पाया गया है कि हल्दी में नर्व रिजनरेशन यानी तंत्रिका तंत्र को ठीक करने की क्षमता पाई जाती है। वहीं, हल्दी के उपयोग से साइटिक नर्व में क्षति को भी ठीक करने में मदद मिल सकती है (7)। इस कारण हम कह सकते हैं कि हल्दी से साइटिका का घरेलू इलाज सकारात्मक प्रभाव दे सकता है।

6. विटामिन्स

कैसे है उपयोगी :

इस संबंध में किए गए शोध में पाया गया कि विटामिन सी और ई का संयुक्त इस्तेमाल साइटिका की समस्या में लाभदायक साबित होता है। इससे सूजन और दर्द में तो राहत मिलती ही है, साथ ही ये साइटिक नर्व की क्षति को भी ठीक करने में मददगार साबित होते हैं। वैज्ञानिक अध्ययन में विटामिन-सी और ई के संयुक्त इस्तेमाल से एंटी-नोकिसेप्टिव का प्रभाव भी पाया गया है (8)। इसके लिए आप विटामिन सी (जैसे – आम, पपीता, अनानास, तरबूज) (9) और विटामिन ई (जैसे – वेजिटेबल ऑयल, नट्स व हरी पत्तेदार सब्जियां) युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं (10)। वहीं, आप डॉक्टर की सलाह पर साइटिका का उपचार करने के लिए इनके सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।

7. सेलेरी जूस

सामग्री :

  • 250 एमएल पानी
  • एक कप कटी हुई सेलेरी
  • शहद स्वादानुसार

कैसे इस्तेमाल करें :

  • कटी हुई सेलेरी और पानी को ब्लेंडर में डालकर इसका जूस तैयार कर लें।
  • अब तैयार जूस को गिलास में निकाल कर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पिएं।
  • इस जूस को दिन में दो बार पीने से अच्छे परिणाम हासिल होंगे।

कैसे है उपयोगी :

सेलेरी में विटामिन सी और ई दोनों ही पाए जाते हैं (11)। जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि विटामिन सी और ई संयुक्त रूप से साइटिका की समस्या से राहत दिलाने में सहायक साबित होते हैं (8)। इस कारण हम कह सकते हैं कि साइटिका का इलाज करने में सेलेरी का जूस अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है।

8. वेलेरियन

Valerian2

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सामग्री :

  • एक चम्मच वेलेरियन रूट
  • एक कप पानी

कैसे इस्तेमाल करें :

  • किसी बर्तन में एक कप पानी लें।
  • उसमें एक चम्मच वेलेरियन रूट डालें।
  • अब उस बर्तन को गैस पर चढ़ा दें।
  • उसके उबलने का इंतजार करें।
  • उबाल आने पर गैस बंद करके बर्तन में मौजूद पानी को कप में छान लें।
  • स्वाद के लिए थोड़ा शहद मिलाकर तैयार पेय को चाय की तरह पिएं।
  • इस प्रक्रिया को दिन दो से तीन बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

साईटिका का उपचार करने के लिए वेलेरियन की जड़ को भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। दरअसल, इसमें दर्दनिवारक गुण पाया जाता है, जो साइटिका के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, इसमें तंत्रिका तंत्र संबंधी विकारों को ठीक करने की क्षमता पाई जाती है। इस कारण माना जा सकता है कि यह साइटिक नर्व की क्षति को ठीक करने में मदद कर सकता है (12)।

9. मेथी दाना

सामग्री :

  • एक चम्मच मेथी दाने का पाउडर
  • एक चम्मच दूध

कैसे इस्तेमाल करें :

  • मेथी दाने के पाउडर को दूध में मिलाएं।
  • प्रभावित स्थान पर तैयार पेस्ट को लगाएं।
  • वहीं लेप के सूख जाने पर इसे गर्म पानी से धो लें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

मेथी दाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-नोकिसेप्टिव (नर्व संबंधी विकार और सूजन को दूर करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। यह दोनों प्रभाव मिलकर साइटिक नर्व की क्षति और सूजन को ठीक करने में मदद करते हैं (13)। इस कारण हम कह सकते हैं कि मेथी दाने से साइटिका का इलाज संभवतः किया जा सकता है।

10. व्हाइट विलो बार्क

सामग्री :

  • व्हाइट विलो बार्क (छाल) का एक टुकड़ा
  • एक कप पानी
  • शहद स्वादानुसार

कैसे इस्तेमाल करें :

  • एक बर्तन में एक कप पानी लें और उसमें व्हाइट विलो बार्क का एक टुकड़ा डाल दें।
  • अब इस पानी को उबाल आने तक अच्छी तरह से पकाएं।
  • जब आपको लगे कि छाल का अर्क पानी में आ गया है, तो बर्तन को गैस से उतार लें।
  • अब तैयार काढ़े को कप में निकालें और थोड़ा शहद मिलाकर चाय की तरह पिएं।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

साइटिका का उपचार करने के लिए आप व्हाइट विलो बार्क को भी उपयोग कर सकते हैं। इसमें दर्दनिवारक गुण तो होता ही है, साथ ही यह सायटिक नर्व के लिए भी काफी लाभकारी माना गया है। इसमें साइटिक नर्व को पुनर्जीवित करने की क्षमता पाई जाती है। इस कारण हम कह सकते हैं कि यह साइटिका की समस्या से राहत पाने का एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है (14)।

11. एलोवेरा

सामग्री :

  • एक एलोवेरा का पत्ता
  • एक कप पानी
  • चार से पांच बूंद नींबू का रस
  • शहद स्वादानुसार

कैसे इस्तेमाल करें :

  • एलोवेरा के पत्ते को काटकर बीच का गूदा निकाल लें।
  • इस गूदे को एक कप पानी से साथ मिक्सर में डालें और जूस बना लें।
  • अब तैयार जूस को गिलास में निकालें और नींबू व शहद मिलाकर सेवन करें।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं।

कैसे है उपयोगी :

विशेषज्ञों के मुताबिक एलोवेरा के अर्क में नर्व के दर्द को दूर करने की क्षमता पाई जाती है। इसलिए, यह साइटिक नर्व में पैदा अवरोध और तनाव को दूर करने में भी सहायक माना जाता है (15)। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि साइटिका का उपचार करने में एलोवेरा जूस लाभकारी परिणाम दे सकता है।

12. एल्डरबेरी जूस

Alderberry juice

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सामग्री :

  • 100 ग्राम एल्डरबेरी

कैसे इस्तेमाल करें :

  • 100 ग्राम एल्डरबेरी को ग्राइंडर में डालकर जूस निकाल लें।
  • इस जूस को दिन में दो बार पिएं।

कैसे है उपयोगी :

विशेषज्ञों के मुताबिक एल्डरबेरी का जूस साइटिक नर्व के तनाव और अवरोध को दूर कर साइटिका की समस्या से राहत दिला सकता है (16)। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि साइटिका से बचाव के लिए एल्डरबेरी का जूस एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। फिलहाल, यह बताना मुश्किल है कि किस गुण के कारण एल्डरबेरी का जूस साइटिका से आराम दिलाता है।

13. हॉर्सरैडिश

सामग्री :

  • आठ से दस इंच लंबा हॉर्सरैडिश का एक टुकड़ा
  • दो चम्मच पानी
  • एक चम्मच सफेद सिरका
  • एक चुटकी नमक

कैसे इस्तेमाल करें :

  • सबसे पहले हॉर्सरैडिश को अच्छे से साफ करके छिल लें।
  • अब इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • अब इन टुकड़ों को मिक्सर में डालें और साथ ही पानी, सिरका व नमक भी मिला दें।
  • अब सभी सामग्रियों को एक साथ पीस लें।
  • अब तैयार पेस्ट को चटनी की तरह स्नैक्स के साथ इस्तेमाल करें।

कैसे है उपयोगी :

साइटिका से बचाव के लिए आप हॉर्सरैडिश को भी इस्तेमाल में ला सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इसमें हॉर्सरैडिश पेरोक्साइड नाम का एक रसायन पाया जाता है, जो साइटिक नर्व की क्षति को दूर कर साइटिका की समस्या में राहत दिलाने का काम करता है (17) (18)।

14. कैमोमाइल चाय

सामग्री :

  • एक चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल का पाउडर
  • एक कप गर्म पानी
  • एक चम्मच शहद स्वाद के लिए

कैसे इस्तेमाल करें :

  • एक चम्मच कैमोमाइल फूल का पाउडर गर्म पानी में मिलाएं और दो से 3 मिनट के लिए छोड़ दें।
  • समय पूरा होने पर इसमें स्वाद के लिए एक चम्मच शहद मिलाएं और पी लें।

कैसे है उपयोगी :

कैमोमाइल फूल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट (ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर करने वाला), एस्ट्रिजेंट (संकुचन पैदा करने वाला) और घाव भरने के गुण पाए जाते हैं। इन गुणों के कारण इसे कई गंभीर बीमारियों के लिए एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें साइटिका भी शामिल है (19)। इस कारण यह माना जा सकता है कि साइटिका से बचाव का यह नुस्खा फायदेमंद साबित हो सकता है।

15. नींबू का रस

सामग्री :

  • आधा नींबू
  • एक गिलास पानी
  • एक चुटकी काला नमक स्वाद के लिए

कैसे इस्तेमाल करें :

  • एक गिलास पानी में एक चुटकी काला नमक और नींबू का रस मिला लें और पी जाएं।
  • इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहराएं

कैसे है उपयोगी :

जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि विटामिन-सी और ई संयुक्त रूप से साइटिक नर्व की क्षति और सूजन को दूर कर साइटिका की समस्या से राहत दिलाने का कम करते हैं (8)। वहीं, नींबू में ये दोनों ही विटामिन मौजूद होते हैं, इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि नींबू के जूस का इस्तेमाल आपको इस समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (20)।

16. सेब का सिरका

Apple vinegar2

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सामग्री :

  • एक गिलास गुनगुना पानी
  • दो चम्मच सेब का सिरका
  • एक चम्मच शहद स्वाद के लिए

कैसे इस्तेमाल करें :

  • एक गिलास गुनगुने पानी में सेब का सिरका और शहद मिलाकर सेवन करें।
  • इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करें।

कैसे है उपयोगी :

जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि साइटिका की समस्या में कमर व कमर के नीचे के भाग में दर्द और मरोड़ का अनुभव होता है, जो साइटिक नर्व में सूजन के कारण होता है (2)। वहीं, सेब के सिरके में एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाला) गुण पाया जाता है। इस कारण इसे पैरों में मरोड़ और दर्द को दूर करने के लिए भी लाभदायक माना गया है (21)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि यह साइटिका के दर्द में भी कुछ हद तक राहत पहुंचा सकता है।

साइटिका के घरेलू उपचार जानने के बाद हम इससे बचने के उपायों के बारे में बात करेंगे।

साइटिका से बचने के उपाय – Prevention Tips for Sciatica in Hindi

कुछ उपाय है, जिन्हें अपना कर आप साइटिका के जोखिम को खुद से दूर रख सकते हैं। आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं (22)।

  • वजन को नियंत्रित रखें।
  • धूम्रपान न करें।
  • चिंता व तनाव से दूर रहें।
  • वजन उठाते समय शरीर को संतुलित रखें। कमर पर बोझ न डालें।
  • एकदम से न झुके और न ही मुड़ें।
  • हल्का व्यायाम करें और खुद को एक्टिव रखें।

साइटिका की समस्या कितनी गंभीर है और यह आपके सामान्य जीवन को कितना बदतर कर सकती है, यह तो आप अब जान ही गए होंगे। इसलिए, वक्त रहते इसके लक्षणों को पहचान कर इस समस्या को होने से रोका जा सकता है। वहीं, अगर आप इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो लेख में सुझाए गए घरेलू उपचार इस बीमारी से उबरने में आपकी मदद कर सकते हैं। आप इस लेख में बताए साइटिका से बचाव के तरीकों को अपना कर अपनी जिंदगी में दोबारा खुशियों के रंग भर सकते हैं। इस विषय से जुड़ा कोई अन्य सवाल या सुझाव हो, तो उसे आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से हम तक पहुंचा सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस बीमारी से उबरने में यह लेख आपकी मदद करेगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

साइटिक नर्व में दर्द होने पर सोने की सबसे अच्छी स्थिति क्या है?

साइटिक नर्व रीढ़ के अंतिम छोर पर होती है, इसलिए बेहतर होगा कि आप बाएं या दाएं करवट में लेटकर सोएं। इससे प्रभावित स्थान पर तनाव नहीं पड़ेगा और आपको दर्द में राहत महसूस होगी।

मुझे ड्राइविंग करते समय साइटिका दर्द क्यों होता है?

दरअसल, लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से साइटिक नर्व पर तनाव आता है, जिस कारण दर्द महसूस होता है। चूंकि, ड्राइविंग करते समय एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठना पड़ता है। इस कारण ड्राइविंग के दौरान दर्द का अनुभव अधिक होता है।

साइटिक नर्व में दर्द के लिए स्विमिंग लाभदायक है?

जी हां, स्वीमिंग साइटिका के दर्द में आराम पहुंचा सकती है। जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चूका है कि हल्का व्यायाम साइटिका में लाभदायक साबित होता है और स्विमिंग के दौरान आपका पूरा शरीर सक्रिय हो जाता है। इस कारण यह आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है, लेकिन ध्यान रहे कि आप इसे लंबे समय तक न करें।

साइटिका में बैठने की सबसे अच्छी स्थिति क्या है?

साइटिका में बैठते वक्त आपको यह ध्यान रखना है कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी रहनी चाहिए। इसके लिए आप ऐसी कुर्सी का इस्तेमाल करें, जो पीठ को अच्छा सपोर्ट दे।

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10 Best Korean Toners To Try In 2019

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Switching to a Korean toner is the best skin care decision you will ever make. Why? It is because of how different it feels on your skin compared to Western toners. Western toners usually focus on minimizing pores and clearing the dirt and residue from your skin. These toners mainly contain witch hazel and alcohol. On the other hand, Korean toners focus on cleansing, pH balancing, hydration, and preparing your skin to absorb the other skin care products that you use. Korean toners usually contain hydrating and skin-soothing ingredients. If you want to switch to a Korean toner, scroll down to find the best ones.

10 Best Korean Toners For All Skin Types

1. Dear, Klairs Supple Preparation Facial Toner

ear, Klairs Supple Preparation Facial Toner

Suitable for: All skin types

The Supple Preparation Facial Toner by Dear, Klairs contains Phyto-Oligo, an extremely hydrating ingredient that can fight skin dryness. It also contains amino acids and plant extracts that calm inflammation and soothe it. This toner sinks into your skin quickly, keeping it hydrated and soft for longer.

Pros

  • Sulfate-free
  • Paraben-free
  • No harmful chemicals
  • pH-balanced formula

Cons

None

Rating

5/5

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2. The Face Shop Rice And Ceramide Moisturizing Toner

The Face Shop Rice And Ceramide Moisturizing Toner

Suitable for: Sensitive and dry skin types

If your skin needs an extra boost of hydration, try the Rice And Ceramide Moisturizing Toner by The Face Shop. It contains ceramides, rice extracts, and rice bran oil that gently exfoliate the dead skin cells. This toner is made using naturally grown vegetable ceramides that don’t harm the natural moisture barrier of your skin.

Pros

  • Gets absorbed quickly
  • Paraben-free
  • No mineral oil
  • Talc-free
  • Tar-free
  • No artificial color

Cons

None

Rating

5/5

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3. Missha Time Revolution Clear Toner

Missha Time Revolution Clear Toner

Suitable for: All skin types

This toner is especially beneficial for people who have dry skin and uneven skin texture. It contains AHA and BHA that gently exfoliate the dead skin cells, even out your skin tone, and improve your skin texture. It also contains fermented yeast extracts that keep your skin hydrated and soft.

Pros

  • No mineral oils
  • Paraben-free
  • SLS-free
  • Sulfate-free
  • No harmful chemicals

Cons

None

Rating

5/5

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4. Etude House Moistfull Collagen Facial Toner

Etude House Moistfull Collagen Facial Toner

Suitable for: All skin types, especially dry and mature skin

The Moistfull Toner by Etude House has a water essence-like texture. It contains hydrolyzed collagen that moisturizes your skin and makes it feel bouncy. It also contains protein derived from the seeds of White Lupin that hydrate your skin by sinking deep into it instantly.

Pros

  • No mineral oil
  • No imidazolidinyl urea
  • No silicone oil
  • No tar color
  • Clinically tested

Cons

None

Rating

5/5

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5. Dear Hydration Toner

Dear Hydration Toner

Suitable for: Dry and sensitive skin types

This hydrating toner is a favorite among people with dry skin. This intensely hydrating formula contains neem, holy basil, and peppermint extracts that help fight acne, boost skin immunity, reduce the appearance of acne scars and spots, and even out your skin tone.

Pros

  • Paraben-free
  • Sulfate-free
  • No mineral oils

Cons

None

Rating

5/5

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6. Innisfree Green Tea Balancing Toner

Innisfree Green Tea Balancing Toner

Suitable for: Combination skin

This is a skin-balancing toner loaded with the extracts of Jeju green tea and green tea seeds. The green tea harvested in the nutrient-rich soil of Jeju Island contains amino acids and essential nutrients that keep your skin moisturized. It has a water-like texture that gets absorbed quickly and without causing any stickiness.

Pros

  • Paraben-free
  • No animal ingredients
  • No mineral oil
  • No synthetic colors
  • No imidazolidinyl urea

Cons

None

Rating

5/5

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7. Mizon Snail Repair Intensive Toner

Mizon Snail Repair Intensive Toner

Suitable for: All skin types

Mizon Snail Repair Intensive Toner contains snail mucin extracts that help maintain the skin balance and improves its vitality. It hydrates your skin, repairs any damage, and brightens it up. It contains 30% snail slime that nourishes your skin without feeling sticky.

Pros

  • Paraben-free
  • No artificial fragrance
  • SLS-free
  • No mineral oils

Cons

None

Rating

5/5

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8. Cosrx AHA BHA Clarifying Treatment Toner

Cosrx AHA BHA Clarifying Treatment Toner

Suitable for: All skin types

This exfoliating toner has a very mild AHA/BHA formulation. AHA and BHA mainly help exfoliate dead skin cells and even out the skin tone and texture to reveal a bright and clear complexion. Moreover, this gentle peeling solution makes sure that the other skin care products you apply sink deep into your skin.

Note: If you have sensitive skin, do a patch test before using it. Apply sunscreen before stepping out.

Pros

  • Paraben-free
  • SLS-free
  • Sulfate-free
  • Low pH formula

Cons

None

Rating

5/5

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9. Cosrx Galactomyces Alcohol-Free Toner

Cosrx Galactomyces Alcohol-Free Toner

Suitable for: All skin types, especially sensitive skin

Korean skin care is all about natural and fermented ingredients. This toner by Cosrx contains Galactomyces Ferment Filtrate that refines your skin tone and texture. This filtrate, along with hyaluronic acid, provides intense hydration to your skin and awakens it. It balances your skin’s pH level and protects its natural barrier.

Pros

  • Alcohol-free
  • Fragrance-free
  • Paraben-free
  • Sulfate-free
  • Mineral oil-free
  • pH level 6

Cons

None

Rating

5/5

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10. Skin Food Peach Sake Toner

Skin Food Peach Sake Toner

Suitable for: Oily and acne-prone skin types

Rice sake (rice wine or fermented rice water) has immense skin benefits. It has anti-aging  and skin softening properties. The Peach Sake Toner by Skin Food contains rice wine and peach extracts that help control excess oil production by reducing the appearance of skin pores. It also contains herbal extracts that soothe irritation.

Pros

  • Natural extracts
  • Paraben-free
  • SLS-free
  • No mineral oils

Cons

  • Contains artificial color
  • Contains synthetic fragrance

Rating

4.5/5

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There are two things you need to keep in mind before you pick a toner. First, pick one that is specifically formulated for your skin type. If you pick a toner that does not suit your skin, it may cause breakouts and rashes. Second, pick ingredients according to your skin issues (for instance, hyaluronic acid if you want to hydrate your skin) and watch out for ingredients that you are allergic to.

It’s time for you to pick a Korean toner and try it out! Let us know about your experience in the comments section below!

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गरम मसाले के फायदे, बनाने का तरीका और नुकसान – Garam Masala Benefits and Side Effects in Hindi

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भारत के लगभग हर रसोई घर में गरम मसाला जरूर इस्तेमाल किया जाता है। इसे चुटकी भर ही इस्तेमाल करने भर से पूरे खाद्य पदार्थ का स्वाद लजीज हो जाता है। आप यह तो जानते ही होंगे कि कई प्रकार के मसालों को मिलाकर गरम मसाला तैयार किया जाता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि खाने का स्वाद बढ़ाने वाला गरम मसाला स्वास्थ्य के लिए कितना गुणकारी है। अगर आप नहीं जानते, तो परेशान होने की कोई बात नहीं है, हम आपको बताते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में आपको गरम मसाला के फायदे के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। साथ ही गरम मसाला बनाने की विधि या ये कहें कि घर में गरम मसाला कैसे बनाएं, इसकी जानकारी भी आपको दी जाएगी। इसलिए, स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़िए।

गरम मसाले के फायदे – Benefits of Garam Masala in Hindi

गरम मसाला खाने के फायदे एक नहीं अनेक हैं, जिनमें से प्रमुख फायदों के बारे में हम यहां बता रहे हैं।

1. वजन घटाने में

in weight loss

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वजन घटाने के लिए गरम मासाला के फायदे देखे जा सकते हैं। इसके लिए गरम मसाले में पाए जाने वाले पोषक तत्व जिम्मेदार है। गरम मसाले में कुछ मात्रा फाइबर की पाई जाती है (1)। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, अगर दिनभर में आहार स्रोत के जरिए करीब 30 ग्राम फाइबर का सेवन किया जाए, तो यह वजन घटाने में सहायक हो सकता है (2)। इसलिए, फाइबर युक्त अन्य खाद्य पदार्थों के साथ थोड़ा-सा गरम मसाला लेना भी फायदेमंद साबित हो सकता है।

2. पाचन के लिए

एक स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है कि उसका पाचन तंत्र भी सुचारू रूप से कार्य रहे। इसके लिए हमारी रसोई में रखा गरम मसाला फायदेमंद हो सकता है। यहां पर एक बार फिर से गरम मसाले में मौजूद फाइबर का जिक्र होगा। फाइबर का सेवन हमारी पाचन क्रिया को सुधारने के साथ-साथ कब्ज की समस्या से भी राहत दिलाने में मदद करता है (1), (3)

3. डायरिया में

डायरिया की स्थिति में पतले दस्त होना शुरू हो जाते हैं (4)। थोड़ी ही देर बाद पीड़ित व्यक्ति का शरीर बिल्कुल असहाय होने लगता है। ऐसे में आप गरम मसाले की मदद ले सकते हैं, क्योंकि इसमें फाइबर पाया जाता है (1)। फाइबर का सेवन डायरिया की स्थिति में फायदेमंद हो सकता है (5)

4. मधुमेह की समस्या में

 In diabetes problem

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मधुमेह की समस्या से बचे रहने के लिए भी गरम मसाला सकारात्मक असर दिखा सकता है। दरअसल, गरम मसाले को तैयार करने में कई प्रकार के मसाले का प्रयोग किया जाता है। इनमें से एक जीरा भी है (6)। वहीं, जीरा एक सक्रिय एंटी-डायबिटिक एजेंट है। यह डायबिटीज के लक्षणों को कम करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करता है (7)। इसलिए, गरम मसाले में मौजूद जीरा डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए लाभदायक हो सकता है।

5. सर्दी और खांसी के लिए

सर्दी-खांसी से राहत पाने के लिए भी गरम मसाला के फायदे देखे जा सकते हैं। सर्दी के लक्षणों में खांसी को भी गिना जा सकता है (8)। आप इससे राहत पाने के लिए गरम मसाले का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें इस्तेमाल होने वाले धनिया में जिंक पाया जाता है (6)। वहीं, जिंक बच्चों में पाए जाने वाले सर्दी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है (9)

6. कैंसर की स्थिति में

कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचे रहने के लिए भी गरम मसाला एक रामबाण औषधि की तरह कार्य कर सकता है। दरअसल, ऐसा इसलिए संभव है, क्योंकि गरम मसाले को तैयार करने के लिए काली मिर्च और सूखी लाल मिर्च का प्रयोग किया जाता है (6)। इनमें एंटी-कैंसर गतिविधि पाई जाती है (10)। एंटी-कैंसर गतिविधि कैंसर होने के लिए जिम्मेदार स्थितियों के खिलाफ क्रिया करके आपको कैंसर से बचाए रखने के काम आ सकती है (11)

7. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के लिए

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या आपके पेट और पाचन क्रिया में होने वाली विभिन्न समस्याओं से जुड़ी हुई है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल में गड़बड़ी होने का एक मुख्य कारण कब्ज का होना भी माना जाता है, जबकि गरम मसाला के जरिए कब्ज का इलाज संभव है। दरअसल, गरम मसाले में मौजूद फाइबर का सेवन कब्ज की समस्या को दूर करके, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल में हुई गड़बड़ी को ठीक कर सकता है (1), (12)

8. शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में

Detoxifying the body

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डिटॉक्सिफाई एक प्रकार की क्रिया होती है। इससे हमारे शरीर से जहरीले पदार्थों को हटाने, वजन घटाने और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिलती है (13)। डिटॉक्सिफाई की गतिविधि बढ़ाने के लिए एक अच्छे स्रोत के रूप में गरम मसाला का उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि गरम मसाला में डिटॉक्सिफाई का गुण पाया जाता है (14)

9. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और बीमारियों से लड़ने में

बेहतर रोग-प्रतिरोधक क्षमता हमारे शरीर को कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों से बचाए रखने का काम कर सकती है (15)। गरम मसाले में इस्तेमाल होने वाले धनिये में जिंक पाया जाया जाता है (16)। विशेषज्ञों के अनुसार, जिंक रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाता है। इसलिए, गरम मसाला के जरिए जिंक का सेवन हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करेगा और हमारा शरीर बीमारियों से भी बचा रहेगा (17)

10. दर्द और सूजन के लिए

For pain and swelling

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दर्द और सूजन में आराम पाने के लिए भी आप गरम मसाले का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका कारण यह है कि गरम मसाले को बनाने में मेथी का भी उपयोग किया जाता है (18)। एक वैज्ञानिक शोध में देखा गया है कि मेथी के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं। यह दोनों ही गुण दर्द और सूजन में आराम दिला सकते हैं (6)

11. आंखों के स्वास्थ्य के लिए

आंखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी गरम मसाले को बहुत उपयोगी माना गया है। इसके लिए गरम मसाला में उपयोग की जाने वाली दालचीनी लाभदायक होती है (6)। दालचीनी में फोलेट की भरपूर मात्रा पाई जाती है (19)। एक वैज्ञानिक शोध में यह देखा गया है कि फोलेट का सेवन जियोग्राफिक एट्रोफी (Geographic atrophy) से आंखों को सुरक्षित रखने में लाभदायक होता है (20)। जियोग्राफिक एट्रोफी आंखों का एक रोग, जिससे देखने की क्षमता में कमी आती है।

12. पेट की सूजन (Bloating) कम करने में

यह ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें पेट (पेट) भरा हुआ महसूस होता है और पेट सूजा हुआ भी लग सकता है। इस समस्या का एक प्रमुख कारण कब्ज हो सकती है (21)। आप कब्ज को गरम मसाले में मौजूद फाइबर के सेवन से दूर कर सकते हैं (1), (22)। इसका सेवन करने से पेट की सूजन या ब्लोटिंग की समस्या खत्म हो सकती है।

13. सांसों की बदबू दूर करने में

To remove bad breath

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गरम मसाला का उपयोग मुंह की बदबू को दूर करने के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है। गरम मसाला को तैयार करने में लौंग का भी इस्तेमाल किया जाता है (6)। लौंग में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है (23)। एक डॉक्टरी रिसर्च के अनुसार यह देखा गया कि एंटीऑक्सीडेंट गुण सांसों की बदबू को दूर करता है (24)

14. स्लो एजिंग के लिए

इसका मतलब यह कि आप लंबे समय तक जवां नजर आ सकते हैं। इसके लिए गरम मसाले को बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाली दालचीनी का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है (6)। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं और यह गुण स्लो एजिंग की प्रक्रिया को बढ़ाने में मदद कर सकता है (25)

गरम मसाला खाने के फायदे जानने के बाद, आइए अब जानते हैं कि इसमें कौन-कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।

गरम मसाले के पौष्टिक तत्व – Garam Masala  Nutritional Value in Hindi

गरम मसाले में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं (1) :

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम
एनर्जी 571kcal
प्रोटीन 21.43g
कुल लिपिड (वसा) 35.71 g
कार्बोहाइड्रेट 28.57g
फाइबर, कुल डाइटरी 14.3g
मिनरल
आयरन 7.71 mg
सोडियम 1071mg
लिपिड्स
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 7.14g

आर्टिकल के इस हिस्से में हम घर में गरम मसाला तैयार करने की विधि बता रहे हैं।

गरम मसाला बनाने का तरीका – How To Make Garam Masala in Hindi

How To Make Garam Masala in Hindi

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गरम मसाला में क्या-क्या होता है और इसे कैसे बनाएं, इसके बारे में नीचे बताई जा रही गरम मसाला बनाने की विधि को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

एक कप गरम मसाला तैयार करने की विधि

सामग्री :
  • 2 बड़े चम्मच जीरा
  • 2 बड़े चम्मच धनिया के बीज
  • 2 बड़े चम्मच इलायची के दाने
  • 2 बड़े चम्मच काली मिर्च
  • 2 छोटी लाल मिर्च
  • 3 इंच की दालचीनी छड़ी
  • 1 चम्मच साबुत लौंग
  • 1 चम्मच कुटा हुआ जायफल
  • 1/2 चम्मच पिसा हुआ केसर
  • मेथी के बीज 1 चम्मच
  • 4 तेज पत्ते

नोट : गरम मसाला बनाने के लिए लोगों के द्वारा इन सामग्रियों के अतिरिक्त भी कुछ अन्य मसालों का उपयोग किया जाता है, जो उनके स्वाद और जरुरत के हिसाब से होता है। इसलिए कई लोग इसमें तुलसी के पत्ते, अदरक के सूखे टुकड़े, मेथी के बीज को भी शामिल करते हैं।

बनाने की प्रक्रिया:
  • सबसे पहले एक अच्छे वजन की कड़ाही लें और इसे गैस पर हल्के तापमान पर गर्म होने के लिए रखें।
  • ध्यान रहे कि कड़ाही सूखी हो।
  • अब इसमें जीरा, धनिया, इलायची, दालचीनी और लौंग डालें।
  • इसे बीच-बीच में चलाते रहें, जब तक कि गर्म होने के बाद मसालों के रंग में परिवर्तन न आ जाए।
  • इसे लगभग 10 मिनट तक और अच्छी सुगंध निकलने तक भूनते रहें।
  • ध्यान रहे कि इन्हें धीमी आंच पर ही इसे भूनें।
  • अब बची हुई सामग्रियों (जायफल और केसर को छोड़कर) को भी दो मिनट तक भून लें।
  • जब सभी सामग्रियां ठंडी हो जाएं, तो उन्हें मिक्सर में पीसकर पाउडर बना लें।
  • इसके बाद तैयार पाउडर में जायफल व केसर को मिलाएं।
  • फिर इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
  • अब आपका गरम मसाला तैयार है। आप इसे एयरटाइट कंटेनर में डालकर सूखे स्थान पर स्टोर करें।
  • आप इस मसाले को अगले छह महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं। 

लेख के इस भाग में आपको बताया जाएगा कि गरम मसाले को आप कैसे उपयोग कर सकते हैं।

गरम मसाले का उपयोग – How to Use Garam Masala in Hindi

How to Use Garam Masala in Hindi

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  • गरम मसाले को सब्जी बनाने में उपयोग कर सकते हैं।
  • इसे आलू की टिकिया में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • गरम मसाले को नमक के साथ मट्ठे में मिलाकर पिया जा सकता है।
  • बेसनी भिंडी को बनाने में गरम मसाला का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • अचार, खटाई और सलाद की ड्रेसिंग में गरम मसाले को इस्तेमाल कर सकते हैं।

कब खाएं : गरम मसाला को आप दिन के किसी भी समय में खा सकते हैं।

कितना खाएं: एक बार में लगभग आधे से भी कम छोटा चम्मच (एक व्यक्ति के लिए) गरम मसाला इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके सेवन की मात्रा की सटीक जानकारी के लिए आप एक बार आहार विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। 

आइए, अब गरम मसाला के सेवन से जुड़े हुए कुछ नुकसान के बारे में जान लेते हैं।

गरम मसाले के नुकसान – Side Effects of Garam Masala in Hindi

गरम मसाला के नुकसान कुछ इस प्रकार हो सकते हैं :

  • आयात किए गए गरम मसाले में लेड की मात्रा हो सकती है, जिसका अधिक सेवन शरीर में जहर बना सकता है (26)।
  • गरम मसाला में उपयोग होने वाले कुछ मसालों में जैसे धनिये में जिंक की मात्रा पाई जाती है(16)। अधिक मात्रा में जिंक का सेवन करने से यह मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है (27)
  • गरम मसाले में सोडियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है और सोडियम का अधिक सेवन उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है(1), (28)

बेशक, अभी तक आप गरम मसाला का उपयोग केवल सब्जियां और पकवान बनाने के लिए ही करते थे, लेकिन अब इसमें छुपे सेहत के राज से भी वाकिफ हो गए हैं। इसलिए, अब आप ऊपर बताई गई सेवन और उपयोग विधि को ध्यान में रखते हुए, गरम मसाले का इस्तेमाल करें। इसके सेवन से जुड़ी हुई जिन सावधानियों और नुकसान के बारे आपको लेख में बताया गया है, उसे ध्यान में जरूर रखें। अगर आप गरम मसाले के सेवन से जुड़े किसी अन्य लाभ या दुष्प्रभाव को हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का प्रयोग कर सकते हैं।

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प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय – Home Remedies To Increase Platelets in Hindi

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शरीर में मौजूद सभी अंग और कोशिकाएं ही हैं, जो मिलकर हमें निरोग और सेहतमंद जीवन देने में मदद करते हैं। कुछ ऐसा ही अहम काम है रक्त में मौजूद प्लेटलेट्स का है, जिनका शरीर में सही मात्रा में होना यह सुनिश्चित करता है कि हम स्वस्थ हैं (1) (2)। कई बार प्लेटलेट्स कम होने और न बनने की वजह से शरीर कई तरह के विकार और बीमारियों की चपेट में आ जाता है। क्या आपको पता है कि घटते प्लेटलेट्स को बढ़ाने का राज आपके किचन में ही छुपा है। जी हां, स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको प्लेटलेट्स क्या है, प्लेटलेट्स के कम होने के कारण, लक्षण और प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय के बारे में बताएंगे।

आपने अक्सर प्लेटलेट्स के कम होने की बात सुनी होगी, लेकिन क्या आपको पता है कि यह होते क्या हैं? चलिए, प्लेटलेट्स क्या है, इस पर एक नजर डाल लेते हैं।

प्लेटलेट्स क्या होते हैं? – What Are Platelets in Hindi

रक्त में तीन प्रकार की कोशिकाएं होती हैं, लाल रक्त कोशिकाएं, सफेद रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट। प्लेटलेट्स को थ्रोम्बोसाइट्स (Thrombocytes) भी कहा जाता है, जो रक्त कोशिकाओं के छोटे-छोटे टुकड़े होते हैं। यह आपके बोन मैरो (Bone Marrow) यानी हड्डियों में मौजूद स्पंज जैसे ऊतक/टिश्यू में बनते हैं। प्लेटलेट्स ब्लड कलोटिंग (रक्त थक्के बनाने) में भी प्रमुख भूमिका निभाते हैं। आमतौर पर, जब आपकी रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल) में से कोई एक क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो आपका खून बहने लगता है। इस दौरान आपके प्लेटलेट्स रक्त वाहिका के छिद्र को बंद करने और रक्तस्राव को रोकने में मदद करते हैं (3)। प्लेटलेट्स का 150,000 से 450,000 प्रति माइक्रोलीटर के बीच होना जरूरी है। प्लेटलेट्स का 150,000 से नीचे जाना चिंता का विषय हो सकता है।

चलिए, अब नजर डाल लेते हैं प्लेटलेट्स कम होने के कारण पर। आगे हम आपको प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण के बारे में भी बताएंगे।

प्लेटलेट्स कम होने के कारण – Causes of  Low Platelets in Hindi

प्लेटलेट काउंट कम होने को मेडिकल भाषा में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (Thrombocytopenia) कहा जाता है। इसके कई कारक होते हैं। कुछ वजह तो आपको विरासत में भी मिली हो सकती है यानी यह समस्या आप में जन्मजात हो सकती है। वहीं, कुछ कारणों को आपका शरीर विकसित करता है। कई बार ऐसा भी होता है कि थ्रोम्बोसाइटोपेनिया का कारण ज्ञात नहीं हो पाता है। नीचे हम प्लेटलेट काउंट कम होने के आम कारण बता रहे हैं (3)

  • शरीर के बोन मैरो पर्याप्त प्लेटलेट्स नहीं बनाते।
  • बोन मैरो शरीर में पर्याप्त प्लेटलेट्स तो बनाते हैं, लेकिन हमारा शरीर उन्हें नष्ट कर देता है या उनका उपयोग कर लेता है।
  • जब शरीर का एक अंग स्प्लीन (Spleen), जो पेट के ऊपरी बाएं हिस्से में होते हैं, वो बहुत सारे प्लेटलेट्स को अपने पास रख लेता है।

शरीर इन स्थितियों में पर्याप्त प्लेटलेट्स नहीं बनाता (4):

  • अप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic anemia) की अवस्था में ऐसा होता है। यह ऐसा विकार होता है, जिसमें बोन मैरो पर्याप्त रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता है।
  • बोन मैरो में कैंसर, जैसे कि ल्यूकेमिया (Leukemia)।
  • सिरोसिस लिवर की अवस्था में, जिसमें लिवर में खराबी आ जाती है।
  • फोलेट की कमी।
  • विटामिन बी-12 की कमी।
  • बोन मैरो में संक्रमण (ऐसा बहुत दुर्लभ होता है)।
  • मयेलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम (Myelodysplastic Syndrome), इसमें भी बोन मैरो पर्याप्त रक्त कोशिकाओं को नहीं बनाता है या दोषपूर्ण कोशिकाओं को बनाता है।
  • किमोथेरेपी।
  • एड्स।
  • कुछ दवाएं भी शरीर में पर्याप्त प्लेटलेट्स बनने नहीं देती हैं, जैसे क्लोरम्फेनिकोल (एंटीबायोटिक), एस्पिरिन और इबुप्रोफेन।
  • चिकनपॉक्स, मम्प्स व रूबेला जैसी वायरस संबंधी बीमारियां।

कुछ विकारों और बीमारियों के दौरान भी प्लेटलेट्स नहीं बनते या उन्हें हमारा शरीर नष्ट कर देता है (4) (5):

  • थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक पुरपुरा (Thrombotic Thrombocytopenic Purpura – TTP) नामक रक्त विकार, जिसमें पूरे शरीर की छोटी रक्त धमनियों में रक्त के थक्के जमने लगते हैं।
  • इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिक पुरपुरा (Immune Thrombocytopenic Purpura – ITP), नामक रक्तस्राव विकार, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली प्लेटलेट्स को नष्ट कर देती है।
  • डिसेमिनेटेड इंट्रावैस्कुलर कोएगुलेशन (Disseminated Intravascular Coagulation – DIC) में पूरे शरीर में रक्त के थक्के बनने लगते हैं और छोटी रक्त वाहिकाएं अवरुद्ध हो जाती हैं।
  • वायरस संबंधी बीमारी जैसे डेंगू।
  • प्रेगनेंसी, सर्जरी और इंफेक्शन की वजह से भी शरीर में प्लेटलेट्स नष्ट होने लगते हैं।

प्लेटलेट्स कम होने के कारण के बाद एक नजर प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण पर डाल लेते हैं।

प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण – Symptoms of Low Platelets in Hindi

प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण अचानक या समय के साथ धीरे-धीरे दिखाई दे सकते हैं। कई बार तो हल्के थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कोई लक्षण नहीं होते हैं। ये रक्त की जांच के दौरान ही सामने आते हैं (3) (4)

  • बाहरी रक्तस्राव आमतौर पर कम प्लेटलेट काउंट का पहला संकेत है।
  • बाहरी रक्तस्राव से बैंगनी, भूरे और लाल रंग के चोट जैसे निशान शरीर पर बन जाते हैं।
  • मुंह और मसूड़ों में रक्तस्राव।
  • नाक से खून बहना।
  • योनि से असामान्य तरीके से खून का बहना।
  • हल्की चोट के कारण भी देर तक खून का बहते रहना।
  • मल और मूत्र दोनों में रक्त का दिखना।

प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण के बाद हम आपको विस्तार से प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय बता रहे हैं।

प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय – Home Remedies To Increase Platelets in Hindi

1. पपीता या पपीते की पत्तियां

Papaya or papaya leaves

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सामग्री:
  • 150 से 200 ग्राम पपीता या मुट्ठी भर पपीते की पत्तियां 
उपयोग का तरीका:
  • पपीते को छीलकर सीधे खा लें।
  • पपीते के पत्तों को पानी में उबालकर पी लें।
  • आप प्लेटलेट काउंट को जल्दी बढ़ाने के लिए पपीते के पत्तों से निकले अर्क और फल दोनों का सेवन कर सकते हैं।
  • प्लेटलेट काउंट ठीक न होने तक इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे लाभदायक है:

अगर आपके प्लेटलेट्स काउंट कम हैं, तो इसे बढ़ाने का काम पपीता कर सकता है। एक शोध के मुताबिक, पपीते का अर्क डेंगू में कम होने वाले प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकता है (6)। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि पपीते में मौजूद कौन-सा गुण रक्त में मौजूद प्लेटलेट्स को बढ़ावा देता है। माना जाता है कि पपीते के पत्ते के अर्क में मौजूद केमिकल कंपाउंड जैसे एल्कलॉइड, टैनिन, एंट्राक्विनोन, कार्डेनोलाइड्स, स्टेरॉयड, सैपोनिन व फेनोलिक्स  शरीर के विभिन्न जैविक प्रक्रियाओं पर असर डालते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि इन्हीं में से किसी एक या संयुक्त रासायनिक यौगिक प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं (7)

2. अनार 

सामग्री:
  • एक अनार का फल
उपयोग का तरीका:
  • अनार को काटकर इसके दानों को निकाल लें।
  • आप इसका सेवन नाश्ते के रूप में या सलाद की तरह कर सकते हैं।
  • आप अनार के बीज को निचोड़कर, इसका जूस निकालकर भी पी सकते हैं।
  • ध्यान रहें कि आप जूस निकालने के आधे घंटे के अंदर ही इसका सेवन कर लें।
  • प्लेटलेट काउंट न बढ़ने तक आप रोजाना इसे अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:

अनार एंटीऑक्सीडेंट व एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे कई गुणों से भरपूर है। यही वजह है कि अनार कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है (8)। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, अनार प्लेटलेट्स को एक जगह एकत्रित होने से रोकता है (9) (10)। इसकी मदद से आपके प्लेटलेट्स काउंट में आने वाली कमी दूर हो जाती है। दरअसल, जब प्लेटलेट्स एक जगह इकट्ठे हो जाते हैं, तो प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है और खून के थक्के बन जाते हैं (4)

3. मछली का तेल 

सामग्री:
  • आवश्कतानुसार मछली का तेल
उपयोग का तरीका:
  • करीब दो से तीन ग्राम मछली के तेल को पी लें।
  • इसका स्वाद पसंद नहीं है, तो आप मछली के तेल से बने कैप्सूल का भी सेवन कर सकते हैं।
  • शरीर में पर्याप्त प्लेटलेट काउंट न बनने तक रोजाना इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैसे लाभदायक है:

मछली का तेल सीधे तौर पर आपके प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में मदद तो नहीं करता है, लेकिन यह प्लेटलेट्स को एकत्रित होने से रोकता है। अगर आपके प्लेटलेट में थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक पुरपुरा जैसे रक्त विकार की वजह से कमी आ रही है, तो यह रक्त को जमने से रोकने और ब्लड क्लॉट से आपको बचाने में मदद कर सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि मछली के तेल में एंटीथ्रोबोटिक (Antithrombotic) प्रभाव पाए जाते हैं (11) (12) (13)

4. कद्दू 

सामग्री:
  • आधे गिलास जूस के लिए आवश्यकतानुसार कद्दू
उपयोग का तरीका:
  • कद्दू को पहले अच्छे से धोकर छील लें।
  • अब कद्दू के छोटे-छोटे टुकड़े करके इसे महीन पीस लें।
  • अब इससे आधा गिलास ताजा रस निकाल लें।
  • स्वाद के लिए इसमें एक चम्मच शहद मिला सकते हैं।
  • आप कद्दू को उबालकर, स्मूदी, सूप या अन्य पदार्थ में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
  • अधिकतम लाभ के लिए प्लेटलेट काउंट ठीक न होने तक इसे दिन में दो या तीन बार पिया जा सकता है।
कैसे लाभदायक है:

एक शोध के मुताबिक, कम विटामिन-ए का सेवन करने वालों में प्लेटलेट कम पाए गए हैं। वहीं, कद्दू विटामिन-ए से समृद्ध होता है, जो प्लेटलेट को बढ़ाने में मदद करता है (14) (15)। इसके अलावा, कद्दू के बीज में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव भी होता है (16)। ऊपर लेख में हम आपको बता ही चुके हैं कि कई बार हमारा इम्यून सिस्टम ही प्लेटलेट्स को नष्ट कर देता है, ऐसे में यह प्रभाव प्रतिरक्षा प्रणाली को कंट्रोल करने का काम करता है (17)

5. व्हीट ग्रास (Wheatgrass)

Wheatgrass)

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सामग्री:
  • आवश्यकतानुसार व्हीट ग्रास 
उपयोग का तरीका:
  • व्हीट ग्रास धोकर महीन पीस लें।
  • अब इस पेस्ट को निचोड़कर रस निकाल लें।
  • जरूरत पड़ने पर पानी की हल्की बूंदें मिला सकते हैं।
  • करीब आधा कप जूस निकलने के बाद इसे पी लें।
  • स्वाद के लिए व्हीटग्रास के जूस में नींबू के रस की कुछ बूंदों को मिलाया जा सकता है।
  • प्लेटलेट काउंट ठीक न होने तक इसका सेवन दिन में एक बार किया जा सकता है।
कैसे लाभदायक है:

व्हीट ग्रास का इस्तेमाल भी प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। दरअसल, इसमें क्लोरोफिल, फोलिक एसिड, जिंक व विटामिन जैसे तमाम पोषक तत्व मौजूद हैं, जो शरीर की जरूरत को पूरा करते हुए प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद करते हैं। एक शोध में पाया गया है कि व्हीट ग्रास प्लेटलेट को बढ़ाने के साथ ही इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव भी होते हैं (18)। इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव वो होता है, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में शरीर की जरूरत के हिसाब से बदलाव करता है। यानी अगर आपका इम्यून सिस्टम ही आपके प्लेटलेट्स को कम कर रहा है, तो उसे नियंत्रित करने में व्हीट ग्रास मदद कर सकता है।

6. विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ 

सामग्री:
  • आवश्यकतानुसार विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ (संतरा, नींबू, कीवी)
उपयोग का तरीका:
  • विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ को आप धोकर सीधे इनका सेवन कर सकते हैं।
  • इसकी जगह आप इनका जूस निकालकर भी इसे पी सकते हैं।
  • प्लेटलेट काउंट बढ़ने तक आप रोजाना इनका सेवन कर सकते हैं। 
कैसे लाभदायक है:

विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ भी प्लेटलेट काउंट कम होने के कारण को दूर करके इसके काउंट में सुधार कर सकते हैं। दरअसल, विटामिन-सी का सेवन आपको थ्रोम्बोथरोस्क्लेरोटिक (Thromboatherosclerotic) यानी ऐसा विकार जिसमें आपके धमनियों में ब्लड क्लॉट होने लगता है उससे बचाता है (19)। जैसा कि हम आपको ऊपर लेख में बता ही चुके हैं कि रक्त के जमने की वजह से भी प्लेटलेट काउंट में कमी आती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि विटामिन-सी का सेवन करने से प्लेटलेट कम होने का कारण थ्रोमबोसिस (Thrombosis) को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा, विटामिन-सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है। इसलिए, इससे भरपूर खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से प्लेटलेट निर्माण में सुधार हो सकता है (20)

7. हरी पत्तेदार सब्जियां 

सामग्री:
  • आवश्यकतानुसार हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी के पत्ते व अन्य)
उपयोग का तरीका:
  • आप हरी पत्तेदार सब्जियों को पकाकर खा सकते हैं।
  • इन्हें उबालकर सूप के रूप में भी पिया जा सकता है।
  • हरी पत्तेदार सब्जियों को पीसकर आप जूस की तरह भी इसका सेवन कर सकते हैं।
  • सलाद और स्मूदी में भी इनको मिलाया जा सकता है।
  • रोजाना एक-एक कप हरी पत्तेदार सब्जियों का जूस या सूप का सेवन जरूर करें।
कैसे लाभदायक है:

हरी पत्तेदार सब्जियां को फोलेट का अच्छा स्रोत माना जाता है, जो आपके कम होते प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, फोलेट की कमी की वजह से भी प्लेटलेट कम हो जाते हैं (21)  (22)

8. आंवला 

सामग्री:
  •  1 से 2 छोटे आंवले
उपयोग का तरीका:
  • आप आंवले को धोकर रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन कर सकते हैं।
  • आप आंवले का रस निकालकर भी पी सकते हैं।
  • स्वाद के लिए इसमें शहद मिलाया जा सकता है।
  • आप घर में बने स्वादिष्ट आंवले के अचार और जैम भी खा सकते हैं।
  • प्लेटलेट का उत्पादन न बढ़ने तक आंवला या इसके जूस को दिन में 2 से 3 बार सेवन करें। 
कैसे लाभदायक है:

आंवला विटामिन-सी से भरपूर होता है (23)। जैसा कि हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं कि विटामिन-सी प्लेटलेट के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। इसलिए, प्लेटलेट्स काउंट के लिए आप आंवले का सेवन कर सकते हैं। एक शोध के मुताबिक, आंवले का सेवन करने से प्लेटलेट काउंट बढ़ने के साथ-साथ घट भी सकते हैं (24)। इसलिए, आपको प्लेटलेट्स के मामले में आंवले का सेवन से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

9. चुकंदर और गाजर

Beet and Carrot

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सामग्री:
  • आवश्यकतानुसार चुकंदर और गाजर 
उपयोग का तरीका:
  • आप चुकंदर और गाजर को अच्छी तरह धोकर छील लें।
  • आप इनका जूस निकालकर भी पी सकते हैं।
  • आप चुकंदर और गाजर का मिक्स जूस का सेवन भी कर सकते हैं।
  • रोजाना एक गिलास जूस प्लेटलेट में सुधार न होने तक पिया जा सकता है।
कैसे लाभदायक है: 

गाजर में फेनोलिक यौगिक पाए जाते हैं, जो पौधों में पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट है। यह शरीर में प्लेटलेट को एकत्र होने से रोकता है (25)। वहीं, चुकंदर में मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड भी प्लेटलेट को शरीर में एक जगह इकट्ठा होने नहीं देता है (26)। ऐसे में इसकी मदद से प्लेटलेट्स काउंट में आने वाली कमी दूर हो जाती है। दरअसल, जब प्लेटलेट्स एक जगह इकट्ठे हो जाते हैं, तो प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है और खून के थक्के बन जाते हैं (27)। अगर आपके प्लेटलेट रक्त विकार की वजह से कम हो रहे हैं, तो आप इन दोनों का जूस का सेवन कर सकते हैं। इन्हें एक साथ भी लिया जा सकता है और अलग-अलग भी।

10. नारियल का तेल 

सामग्री:
  • आवश्कतानुसार नारियल तेल
उपयोग का तरीका:
  • आप कोकोनेट ऑयल को खाना बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सलाद और स्मूदी बनाने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
  • अगर आपको नारियल के तेल का स्वाद पसंद है, तो आप इससे रोजाना खाना बना सकते हैं।
  • प्लेटलेट काउंट न बढ़ने तक आप इसका सेवन कर सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:

नारियल तेल स्वस्थ वसा और अन्य पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। इसलिए, इसे सबसे स्वस्थ तेल कहा जाता है। यह कई शारीरिक लाभ पहुंचाने के साथ ही हमारी प्लेटलेट को एक जगह इकट्ठा होने से रोकता है (28)। एक शोध के मुताबिक, जब नारियल के तेल का सेवन किया गया, तो इसके परिणामस्वरूप प्लेटलेट में सक्रियता देखी गई (29)

11. ताजा दूध 

सामग्री:
  • एक गिलास ताजा दूध
उपयोग का तरीका:
  • सुबह या रात को बिस्तर पर जाने से पहले एक गिलास दूध का सेवन करें।
  • आप इसे स्मूदी, रेडी-टू-इट नाश्ते, मिठाई और खीर के रूप में भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
  • इसका सेवन आप नियमित रूप से एक से दो बार कर सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:

दूध का उपयोग आप अपने प्लेटलेट को बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं। दरअसल, दूध में विटामिन बी-12 पाया जाता है, जिसकी कमी से बोन मैरो में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट नहीं बनता है (30) (4)। इसके अलावा, दूध कैल्शियम, विटामिन-डी, फोलेट और विटामिन-के का भी अच्छा स्रोत है। विटामिन-के प्लेटलेट की कमी की वजह से होने वाले रक्तस्राव को रोकने के लिए आवश्यक है (31)। वहीं, फोलेट के बारे में भी हम आपको ऊपर लेख में बता चुके हैं कि शरीर में इसकी मात्रा कम होने पर प्लेटलेट काउंट कम हो जाते हैं (4)

12. किशमिश 

सामग्री:
  • 4 से 5 किशमिश
उपयोग का तरीका:
  • रात भर किशमिश भिगोएं।
  • सुबह आप पानी निकालकर इसका सेवन कर सकते हैं।
  • इन्हें आप स्मूदी, ब्रेकफास्ट या दूध के साथ भी खा सकते हैं।
  • इसे मिठाई में और टॉपिंग की तरह आहार में भी शामिल किया जा सकता है।
  • किशमिश को आप प्रतिदिन एक से दो बार खा सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:

किशमिश लोह तत्व यानी आयरन से भरपूर होती है (32)। यह आरबीसी और प्लेटलेट के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसकी कमी के कारण थ्रोम्बोसाइटोपेनिया या कम प्लेटलेट काउंट और एनीमिया जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए, आप प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए अपने आहार में किशमिश को शामिल कर सकते हैं (33)

13. फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ 

सामग्री:
  • आवश्कतानुसार फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ (काली सेम, लोबिया, सरसों का साग, ब्रोकली)
उपयोग का तरीका:
  • आप फोलेट युक्त दानेदार पदार्थ (लोबिया, राजमा) को रातभर भिगोकर रख दें।
  • अगली सुबह इन्हें दाल, सब्जी, सूप व स्नैक्स में प्रयोग कर सकते हैं।
  • इसके अलावा, अन्य फोलेट युक्त हरी सब्जियों का जूस बनाकर पी सकते हैं।
  • संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फोलेट को आप नियमित रूप से दो बार अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:

फोलेट का सेवन आपके प्लेटलेट काउंट को घटाने की गति को रोकने के साथ ही इन्हें बढ़ाने में भी मदद करता है। स्वाभाविक रूप से फोलेट किडनी बीन्स, संतरे, मूंगफली और काले मटर जैसे कई खाद्य पदार्थों में होता है (34)। दरअसल, फोलेट की कमी की वजह से बोन मैरो प्लेटलेट नहीं बना पाते हैं (4)। इसलिए, फोलेट युक्त पदार्थ प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

14. विटामिन बी-12 युक्त खाद्य पदार्थ 

सामग्री:
  • आवश्कतानुसार विटामिन बी-12 युक्त खाद्य पदार्थ (दही, अंडा, मीट, क्लैम्स, क्रैब, लॉबस्टर इत्यादि)
उपयोग का तरीका:
  • अंडे को उबालकर, तलकर या पोच्ड (पानी में पके हुए) रूप में सेवन करें।
  • अंडे को आप सैंडविच व व्रैप में भी शामिल कर सकते हैं।
  • चीज़ को आप सलाद में इस्तेमाल करके सेवन कर सकते हैं।
  • मीट, सीप, क्लैम्स, क्रैब व लॉबस्टर को आप अच्छे से धोकर पकने के बाद खा सकते हैं।
  • इन्हें आप बर्गर या सैंडविच में फिलिंग के रूप में इस्तेमाल करके भी सेवन कर सकते हैं।
  • स्वस्थ रहने के लिए आप हमेशा विटामिन बी-12 युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।
कैसे लाभदायक है:

अगर आपके शरीर में विटामिन बी-12 की कमी हो जाती है, तो रक्त में प्लेटलेट नहीं बनते हैं (4)। इसलिए, आपको विटामिन बी-12 युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नियमित रूप से प्लेटलेट के लिए करना चाहिए (35)। विटामिन बी-12 युक्त खाद्य पदार्थों में अंडा, मीट, ब्रोकली, दही व सीप शामिल हैं (30)

15. ब्रसेल स्प्राउट्स (Brussel Sprouts)

(Brussel Sprouts)

Shutterstock

सामग्री
  • आवश्यकतानुसार ब्रसेल स्प्राउट्स
उपयोग का तरीका:
  • आप ब्रसेल स्प्राउट्स को ग्रिल करके और अच्छे मसाले डालकर खा सकते हैं।
  • सलाद के रूप में या इसमें मिलाकर भी आप खा सकते हैं।
  • इसे अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर भी बनाया जा सकता है।
  • बेसेल्स स्प्राउट्स को ड्रेसिंग और गार्निशिंग के लिए भी उपयोग कर सकते हैं।
  • ब्रेसल स्पाउट्स पौष्टिक होते हैं, इसलिए आप इसका इस्तेमाल रोजाना कर सकते हैं।
  • अगर आपको इसका स्वाद पसंद नहीं है, तो कम से कम प्लेटलेट काउंट बढ़ने तक इसे उपयोग में लाएं।
कैसे लाभदायक है:

ब्रसेल स्प्राउट्स विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली, रक्त और हड्डियों को स्वास्थ्य रखने की क्षमता होती है। साथ ही विटामिन-सी, विटामिन-के, विटामिन-ए और फोलेट जैसे सभी पोषक तत्व होते हैं, जिनकी जरूरत प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए होती है, जिनका जिक्र हम ऊपर लेख में कर चुके हैं (36)

प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय के बाद चलिए आपको बताते हैं कि प्लेटलेट काउंट कम होने पर किन चीजों से आपको परहेज करना चाहिए।

प्लेटलेट्स में परहेज – What to Avoid During Low Platelets in Hindi

कुछ चीजों का सेवन आपके प्लेटलेट्स काउंट को घटाने का काम करता है, जिनके सेवन और संपर्क में आने से आपको बचना चाहिए। नीचे हम आपके प्लेटलेट्स कम होने पर क्या-क्या परहेज करना चाहिए, इसके बारे में बताएंगे (37) 

  • विषाक्त रसायन जैसे कीटनाशक, आर्सेनिक और बेंजीन के संपर्क में आने से प्लेटलेट्स का उत्पादन धीमा हो सकता है।
  • क्लोरमफेनिकॉल (Chloramphenicol) जैसी दवाएं प्लेटलेट्स के उत्पादन को धीमा कर सकती हैं।
  • शराब का सेवन।

प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय तो आप ऊपर जान ही चुके हैं। अब आपको इससे संबंधित ट्रीटमेंट के बारे में हम बता रहे हैं।

प्लेटलेट्स का इलाज – Treatment for Low Platelets in Hindi

थ्रोम्बोसाइटोपेनिया का उपचार इसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। उपचार का मुख्य लक्ष्य प्लेटलेट्स बढ़ाकर रक्तस्राव के कारण होने वाली मृत्यु और विकलांगता को रोकना है। इसलिए, अगर आपकी स्थिति सामान्य है और कुछ ही प्लेटलेट्स कम हुई हैं, तो आपको उपचार की जरूरत नहीं है। वहीं, अगर प्लेटलेट्स जरूरत से ज्यादा कम हैं, तो ऐसी स्थिति में इलाज करना जरूरी होता है (3)

  • अगर किसी दवा के रिएक्शन या इम्यून सिस्टम की वजह से आपके प्लेटलेट्स कम हुए हैं, तो डॉक्टर कोर्टिकोस्टेरोइड (Corticosteroids) जैसी कुछ दवाइयां लेने की सलाह दे सकते हैं।
  • अगर आपके प्लेटलेट्स काफी कम हो जाते हैं, तो आपको डॉक्टर खून व प्लेटलेट्स चढ़ाने की सलाह दे सकते हैं। कुछ गंभीर मामलों में डॉक्टर सर्जरी करने का भी निर्णय ले सकते हैं।

प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय के बाद अब प्लेटलेट्स कम होने से बचने के तरीके और प्लेटलेट्स कम होने पर ब्लीडिंग को कैसे रोका जाए यह जान लेते हैं।

प्लेटलेट्स कम होने से बचने के उपाय – Prevention Tips For Low Platelets in Hindi

Prevention Tips For Low Platelets in Hindi

Shutterstock

थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कई मामले ऐसे होते हैं, जिनको रोका नहीं जा सकता है। कई स्थितियां ऐसी होती हैं, जिनमें आप कुछ बातों का ख्याल रखकर कम होते प्लेटलेट काउंट को रोक सकते हैं (38)

  • थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के खतरे को कम करने के लिए आपको शराब से दूर रहना होगा।
  • अगर किसी तरह की दवा लेने की वजह से आपको थ्रोम्बोसाइटोपेनिया हो चुका है, तो उस दवाई को लेने से बचें।
  • डॉक्टर की सलाह पर ऐसी दवा की सूची तैयार कर लें, जिनकी वजह से आपको थ्रोम्बोसाइटोपेनिया हो सकता है।

अगर आपके प्लेटलेट कम हो जाते हैं, तो आपको ब्लीडिंग हो सकती है। ऐसे में आप इन टिप्स की मदद से ब्लीडिंग रोक सकते हैं (39) (40)

  • इलेक्ट्रिक शेवर का इस्तेमाल करें, रेजर का नहीं। रेजर से शरीर में कट लगने का खतरा हो सकता है और प्लेटलेट्स कम होने की वजह से आपका खून ज्यादा बह सकता है।
  • अपने दांत ब्रश करते समय नरम टूथब्रश का उपयोग करें। टूथ पिक के इस्तेमाल से भी बचें।
  • डेंटल वर्क करवाना जरूरी हो, तो अपने डेंटिस्ट को जरूर बताएं कि आपके पास प्लेटलेट काउंट कम हैं।
  • बागवानी, बर्तन और घर की मरम्मत करते समय दस्ताने पहनें।
  • फाइबर युक्त आहार खाएं और खूब सारा पानी पिएं, ताकि आपको कब्ज न हो। प्लेटलेस कम होने के दौरान कब्ज होने पर आपके मलद्वार से खून बह सकता है।
  • ऐसी किसी भी गतिविधि से बचें, जिससे चोट लगने का खतरा हो।
  • मुंह से खून न बहे इसका भी खास ख्याल रखें। इसके लिए नरम खाद्य पदार्थ का सेवन करें। नट्स और चिप्स जैसे खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
  • अपने होठों को नम रखें। इन्हें ड्राई होने से बचाने के लिए लिप मॉइस्चराइजर का उपयोग करें। 

लेख को पढ़कर तो आप जान ही गए होंगे कि प्लेटलेट्स बढ़ाने का काम आपकी रसोई घर में मौजूद खाद्य पदार्थ भी कर सकते हैं। तो बस आज से ही प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय के लिए अपने आहार में इन सभी 15 खाद्य पदार्थों को शामिल करना शुरू कर दें। हमेशा ध्यान रखें कि स्वस्थ रहने की कूंजी स्वस्थ आहार ही है। इसलिए, खाने के साथ कभी समझौता न करें। हम आर्टिकल के आखिरी हिस्से में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देंगे। अगर आपके जहन में प्लेटलेट्स बढ़ाने से संबंधित कुछ अन्य सवाल या कुछ नया जानने की जिज्ञासा है, तो आप कमेंट बॉक्स के माध्यम से उन्हें हम तक पहुंचा सकते हैं। आपको यह लेख कैसा लगा यह भी जरूर बताएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

हमारे पास कितने प्लेटलेट्स होते हैं?

सामान्य प्लेटलेट काउंट 150,000 से 450,000 प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर होता है। अगर आपका प्लेटलेट काउंट 150,000 प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर है, तो यह सामान्य से कम है। जब प्लेटलेट काउंट 50,000 से कम होता है, तो कही कटने या चोट लगने पर गंभीर रक्तस्राव होने की आशंका होती है। वहीं, जब प्लेटलेट 20,000 से 10,000 के नीचे तक आ जाते हैं, तो भी शरीर में रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है (41)

प्लेटलेट्स कब तक जीवित रहते हैं?

प्लेटलेट्स एक बार बनने और आपके रक्त प्रवाह में संचारित होने के बाद 8 से 10 दिन तक जीवित रहते हैं (41)

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30 Best Thanksgiving Gifts

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It is that time of the year again when you get together with family and friends to give thanks for all the blessings in your life. Thanksgiving is a time to show appreciation as well as exchange gifts with your loved ones and eat together.

Have you been so preoccupied with work that you forgot to get a gift for your loved ones? Or are you just confused about what to get them for this occasion? Whatever your predicament, we have compiled a few great Thanksgiving gift ideas to help you out. Check them out!

What To Give For Thanksgiving

Although exchanging Thanksgiving gifts is not mandatory, it reflects love and appreciation. A beautiful Thanksgiving present does not have to be expensive. Most people prefer to keep things simple with flowers, wine, and pastries. However, you can find a number of great-quality Thanksgiving gifts that are easy on the pocket.

Here are 30 best Thanksgiving gift ideas. From your friends and family to the host of your Thanksgiving dinner, coworkers, and favorite teachers – there are Thanksgiving gift ideas for each category listed below.

30 Best Thanksgiving Gifts

I. Thanksgiving Gifts For Hostesses

Many times, the Thanksgiving celebration is planned and executed by women. It is only befitting that you give a token of appreciation to the hostess. Here are a few things that you can give her.

1. Volens Votive Candle Holder

Volens Votive Candle Holder

Home decoration is an integral part of the festive season. Help your hostess decorate her home in the most welcoming and heartwarming way possible with this candle holder set. Volens Votive Candle Holders come in two colors – gold and silver – and are perfect for any home setting.

These holders are designed to carry votive candles, tealight candles, and flameless LED candles with elegance. The retro finish of the candle holders imparts class to the dining setting for Thanksgiving dinner.

Features

  • Mercury-speckled metal finish
  • Long-lasting
  • Dishwasher-safe

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2. AUNOOL Corkscrew Wine Opener

AUNOOL Corkscrew Wine Opener

This drink-opener set from Aunool includes a corkscrew wine bottle opener, a bottle opener, and a foil cutter. The set is neatly packaged in a gift box.

This handy opening set is useful for wine, beer, or any other bottled drink. The corkscrew is extremely durable with its zinc alloy make. The complimentary foil cutter and bottle stopper are great for kickstarting the Thanksgiving toast.

Features

  • Made from stainless steel
  • Sturdy and easy-to-grip
  • Comes with a wine stopper and a foil cutter

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3. Twist Fold Party Tray

3. Twist Fold Party Tray

A twist fold party tray with three tiers is the perfect instrument to help organize the Thanksgiving dinner table. It is another excellent Thanksgiving gift idea for hostesses. Consider this food tray to help your hostess set up the appetizers.

The trays work by merely twisting the connecting strands. The plates are of different sizes and neatly layered. They are big enough to house your confectioneries like cakes, muffins, and fruits.

Features

  • Space-effective
  • Easy to wash
  • Non-sticky

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4. Oceanstar 12-Bottle Bamboo Wine Rack (Dark Espresso)

Oceanstar 12-Bottle Bamboo Wine Rack (Dark Espresso)

Effective space management is vital to keep the Thanksgiving dining room tidy. That is why your hostess will highly appreciate this wine rack. This wine rack from Oceanstar can hold up to 12 wine bottles at a time.

It is made is from bamboo wood and has a chic design. Most importantly, the wood racks are well shaped to hold the wine bottles safely in position until they are needed.

Features

  • Easily assembled
  • Complements any furniture or room design

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5. BARILLIO Elite Cocktail Shaker Set Bartender Kit

BARILLIO Elite Cocktail Shaker Set Bartender Kit

The Barillo Bartender Kit is a complete toolkit to help your hostess prepare great cocktails. The set features a martini mixer, a mixing spoon, a muddler, a jigger, and two liquor pourers. The utensils are easy-to-use and come with a recipe book.

This set comes with a velvet bag to store the various utensils after use. This also ensures that you don’t lose any parts. The recipe guide is perfect for giving your Thanksgiving a new vibe.

Features

  • Easy-to-clean
  • Dishwasher-safe
  • Made of stainless steel

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6. LifeAround2Angels Bath Bombs Gift Set

LifeAround2Angels Bath Bombs Gift Set

Do you want to give the hostess something that can help her de-stress after Thanksgiving? Then, get her this bath bomb set. These bath bombs help soothe the skin and have a calming effect on your mind and body.

This bath bomb set comes in a gift box. The colorful bombs can be used by people of all skin types. They do not leave behind any remnants in the bathtub.

Features

  • Individually wrapped
  • Each bath bomb can be used a couple of times.

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II. Thanksgiving Gifts For Teachers

Some teachers have a meaningful impact on your life and need to be appreciated on Thanksgiving. Many people take this opportunity to give gifts to their teachers.

7. VERONES Mason Jars

VERONES Mason Jars

This jar set from Verones is an ideal Thanksgiving gift to appreciate your teacher’s efforts. It contains 15 canning jars that can be used to refrigerate or freeze perishables.

Each of these see-through jars is custom-made to house food products. The lids close snugly, and the body of the jar does not absorb food or microbes, thus preserving food for the maximum period possible.

Features

  • Capacity of 12 ounces
  • Last in a freezer up to a year

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8. Stampmojis Teacher Stamp Set

Stampmojis Teacher Stamp Set

This is a fun gift to lighten up your teacher’s mood this Thanksgiving. The set contains 25 unique emoji stamps that can be used by your favorite teacher to grade their students’ work.

The stamps size is small, and they take up very little space. The emojis chosen are fun and child-friendly. This gift will help a teacher relate better with their class.

Features

  • Durable
  • Portable

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9. JennyGems “A Teacher Changes The World One Child At A Time” Book Plaque

JennyGems “A Teacher Changes The World One Child At A Time” Book Plaque

The quote on this gift is perfect for lifting the mood of every teacher. This word plaque from Jennygems is one of the best Thanksgiving gifts for teachers.

The frame is made of sturdy wood, which has been specially constructed to last long. The frame has a distressed look to make it look vintage. It is great for placing on the classroom desk, a shelf, or hanging on the wall.

Features

  • Lightweight material
  • Portable

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10. Ylyycc Thank You Ceramic Coffee Mugs

Ylyycc Thank You Ceramic Coffee Mugs

This is another appropriate token of appreciation for the favorite teacher in your life. The simple design of the mug is complemented by a beautiful inscription that will be invaluable to your teacher.

This mug is handy, sturdy, and beautifully designed. The pattern on it is beautiful and matches any table design easily. It will quickly become your teacher’s go-to mug and make them grow more fond of you.

Features

  • Attractive gold lining design
  • Not dishwasher- or microwave-safe.

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11. Teacher Appreciation Gift Keychain

Teacher Appreciation Gift Keychain

This is a remarkable and unique Thanksgiving gift idea for teachers. This keychain series comes with three different quotes that will warm your teacher’s heart.

The material of the keychains is long-lasting. They can be used for as long as you want. The keychain is also big enough to pick out of a bag easily.

Features

  • Non-toxic and hypoallergenic material
  • Galvanized to make the inscription last
  • Anti-rust material

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12. OSpecks Brown Kraft Paper Shopping Bags

OSpecks Brown Kraft Paper Shopping Bags

This gift pack is unique because it is meant to be used for packing gifts. It can help your teacher get a jumpstart on their Christmas gift wrapping.

This pack of ‘Thank You’ bags is made from craft paper. They are durable, easy-to-handle, and superb quality. The kit contains 50 sturdy bags labeled with a ‘Thank You’ tag tied to each one with jute twine.

Features

  • Comes with extra ‘Thank You’ tags and twine
  • Made with biodegradable material

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III. Thanksgiving Gifts For Family

Have you been invited for Thanksgiving dinner with a family and are wondering what to get them? Here are a few awesome Thanksgiving gift ideas for host families.

13. 3 Pack Owl Ceramic Succulent Plant Pots with Bamboo Tray (Owl Style)

3 Pack Owl Ceramic Succulent Plant Pots with Bamboo Tray (Owl Style)

This is an ideal gift for the host family you will be spending the Thanksgiving holiday with. These owl-shaped plant pots can add beauty to their home.

The planters can be placed in the study, on the dining table, or in the living room and come in alluring colors. They are made of ceramic and are long-lasting. They are also perforated to drain out excess water, thereby preventing overwatering.

Features

  • Durable
  • Suitable for all rooms

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14. Luxury Scented Soy Candles White Jar

Luxury Scented Soy Candles White Jar

Get these luxury scented soy candles for your host family this Thanksgiving holiday to show how much you appreciate them. These naturally scented soy candles don’t pose a health risk and are environment-friendly.

The wick is made purely from cotton and easy to light. It does not burn out fast. The mild and fresh fragrance of these candles fills the whole house.

Features

  • Burn slowly
  • Made from natural soy
  • Cotton wick

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15. Wonder4 Thanksgiving Throw Pillow Case

Wonder4 Thanksgiving Throw Pillow Case

Here is a great Thanksgiving gift idea for a family. These cushion covers are skillfully made by hand. The autumnal print is done with natural colors.

These throw pillowcases are decorated beautifully fall-themed. Their zippers open and close quickly. They are also highly durable.

Features

  • Machine-washable
  • Natural fabric colors
  • Inconspicuous zipper

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16. BlankieGram Healing Thoughts Throw Blanket

BlankieGram Healing Thoughts Throw Blanket

Get this BlankieGram blanket for your host’s family this Thanksgiving holiday. Inspiring words are written all over this blanket to show them that you care about their well-being and are always thinking about them.

This product is made from high-quality cotton that does not shrink. It is very soft on the skin and can be cuddled up to when napping on the sofa. Its gray color has a calming and soothing effect on the soul.   

Features 

  • Does not shrink
  • Soft on the skin

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17. Mud Pie Dip Bowl Set

Mud Pie Dip Bowl Set

Going for Thanksgiving dinner with a family you are close to? You can bring along this small dip bowl set as a gift. The dip bowl is medium-sized and can be used to serve chips and other confectioneries.

Feature

  • Two dip bowls
  • A customized spreader.

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18. Amazon.com Print At Home Gift Card

Amazon.com Print At Home Gift Card

Give a personally designed Amazon gift card to your host family this Thanksgiving. You get to choose how much money you want to give, and they can use it to buy whatever they want from Amazon.

Feature

  • Card does not expire
  • Can be redeemed on goods or services

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IV. Thanksgiving Gifts For Coworkers

Giving a Thanksgiving gift to your coworker shows that you value and appreciate their effort at work. This is vital to creating a healthy work environment. The Thanksgiving gift ideas for coworkers listed will be appreciated by your coworkers this festive season.

19. 2020 Planner – Weekly And Monthly Planner With Tabs

2020 Planner – Weekly And Monthly Planner With Tabs

Thanksgiving is the first cue that a new year is fast approaching. So, get a Thanksgiving gift for the coming year for your coworker. A 2020 planner can be helpful for goal-oriented individuals.

The floral print of this planner makes it a quirky choice for professionals. The pages are designed to aid scheduling, planning, and execution. The inside of the planner holds inspirational cards to get one going. It can hold extra cards as well. The elastic closure band keeps everything in place.

Features

  • Pages divided into monthly and weekly sections
  • Two contact pages
  • Thick and sturdy paper

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20. Customized Women Wine Tumbler

Customized Women Wine Tumbler

This wine tumbler is an ideal Thanksgiving gift for a coworker. This cup is unique because of the appreciation quote it carries, which can be a constant reminder of how much you appreciate your colleague’s efforts.

The wine tumbler has a rotund structure. It has a steady based and can be gripped easily. The walls of the cup are vacuum insulated to help with temperature preservation. This 12-ounce capacity cup can be used for all drinks.

Features

  • Made from food-grade stainless steel
  • Comes with a lid and a cleaning brush.

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21. The One-Minute Gratitude Journal

The One-Minute Gratitude Journal

This journal is another wonderful gift that will make your coworker feel appreciated. The journal’s purpose is to list out the things that you are grateful for daily.

This is a literary Thanksgiving gift idea that is perfect for coworkers. It can improve your workplace energy and increase productivity.

Feature

  • Good-quality pulp paper
  • Hardcover back

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22. Thanksgiving Cards and Kraft Envelopes

Thanksgiving Cards and Kraft Envelopes

The design of this card set is formal yet festive, making it a great Thanksgiving gift for a coworker. The pack contains 36 blank cards on which one can write personalized messages.

Features

  • Come with complimentary envelopes
  • Shiny gloss finish

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23. Coworker Appreciation Keychain

Coworker Appreciation Keychain

Is this your boss’s last Thanksgiving at work before retirement? Or maybe you have plans of moving on from your workplace before next Thanksgiving? Either way, this keychain is the perfect Thanksgiving for your colleague to remember you by.

The keychain comes packaged in a gift box. Whenever your coworker sees the quote on the keychain, they will remember you kindly.

Features

  • Made from stainless steel

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24. Hallmark Pack Of Thanksgiving Cards

Hallmark Pack Of Thanksgiving Cards

Here’s another Thanksgiving card pack that you can give to your coworker this Thanksgiving. They will appreciate your thoughtfulness while they send their good wishes to their loved ones. The cards feature a Thanksgiving-centric design.

Features

  • High-quality paper stock

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V. Thanksgiving Gifts For Friends

Thanksgiving is all about appreciating the people you love. It would be incomplete without getting something for your friends. Here are some unique Thanksgiving gift ideas for friends.

25. Vintorio Wine Aerator Pourer

Vintorio Wine Aerator Pourer

Use a wine aerator to elevate the flavor of your wine. Aerator pourers allow oxygen to permeate the wine, thereby making it taste better.

The Vintorio Aerator Pourer is custom-made to aerate the wine and provide a non-problematic pouring experience. The base of the pourer is properly corked to avoid wine leakage.

Features

  • Can be easily disassembled for cleaning
  • Spout design facilitates easy pouring of the wine

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26. Willow Tree Sculpted Friendship Keepsake Box

Willow Tree Sculpted Friendship Keepsake Box

This keepsake box can be used to store all your favorite moments with your friend. All you need to do is get it for yourself and your friend this Thanksgiving.

This friendship keepsake box is hand-sculpted from willow wood. It is also hand-painted. This makes it a complete friendship package. It is petite, lightweight, and beautifully designed to store your valuables.

Features

  • A friendship quote on its inner base
  • Completely detachable lid
  • Easy to clean

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27. Wine Bottles String Lights

Wine Bottles String Lights

These wine bottle lights are the perfect lighting devices for Thanksgiving dinner. You should consider getting this for your friend who is hosting this Thanksgiving.

The battery-powered copper string lights are comprised of 20 bright LED chips. The copper wire can be bent easily and fit into the wine bottles.

Features

  • Six string lights
  • LED chips create low heat and are eco-friendly

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28. Aromatherapy Oil Diffuser Bracelet

Aromatherapy Oil Diffuser Bracelet

Here is an excellent Thanksgiving gift idea for your bestie. This aromatherapy oil diffuser bracelet is a unique accessory that exudes a calming aroma and soothes the wearer’s surroundings. The bracelet uses pads that absorb essential oils and effectively diffuse it over time.

This product comes with eight different colored pads that are locked in the locket of the bracelet for use. The pads are washable and can be reused. The pendant of the bracelet can also be maintained by swabbing with alcohol, thus making it durable and easy to use.

Features

  • Stainless steel pendant
  • Pad locked with a magnetic closure

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29. Forum Novelties Men’s Roasted Turkey Hat

Forum Novelties Men's Roasted Turkey Hat

This fun Thanksgiving hat is a great mood-setter for men. The hat is turkey-shaped and made especially for Thanksgiving celebrations.

The hat is made from durable fabric and sits comfortably on the head. It is lightweight and does not lose shape. The design of the cap is sturdy and fits almost all head sizes.

Features

  • Made from polyester

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30. HOME SMILE Ring Trinket Dish

HOME SMILE Ring Trinket Dish

This trinket dish is custom-made to show appreciation to those friends who have been by your side through thick and thin. It features an inscription that will remind your friend of your love for them every time they drop a piece of jewelry in it.

This product from Home Smile is durable and large enough to hold many accessories.

Features

  • Made from glazed ceramic
  • Can be kept in the kitchen, bathroom, or bedroom

Buy it here! 

In the end, Thanksgiving is all about appreciating the life we have and the people around us. The gifts you get for your host, coworkers, teachers, family, and friends go a long way in establishing your relationship with them.

You should not just get gifts for them because it’s the norm, but actually put thoughtful consideration into what they would most appreciate. Which of these Thanksgiving gifts would you give your loved one? Comment below to let us know!

Expert’s Answers for Readers Questions

What to bring to Thanksgiving dinner as a guest?

As a guest to a Thanksgiving dinner party, you can bring wine, flowers, or a pie.

Do you give presents on Thanksgiving?

While there is no rulebook that mandates Thanksgiving gifts, it is customary and considered as a good gesture to bring presents for the hostess of the dinner party. A beautiful Thanksgiving present for friends, family, or coworkers shows your warmth and appreciation for them.

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6 Teas That Help In Weight Loss, It’s Better Than Your One Hour At Gym

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If you’ve been having numerous failed attempts at the gym for losing your weight, you must’ve already realized that it takes more than just working out to lose weight. What we drink and eat also has a major role to play in maintaining the health of our bodies. There can be no shortcut to lose those extra kilos, however, there can be easy ways to achieve the set goal. One of these easy ways turns out to be by drinking tea.

After water, tea is considered to be the most consumed drink in this world. This aromatic drink has its origin in Asia.

6 Teas That Help In Weight Loss, It’s Better Than Your One Hour At Gym

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And while we have been hearing about green tea for weight loss, tea, in general, has been linked with various health benefits. These benefits include protecting our cells from damage, and even reducing the risk of critical diseases like heart problems (1).

There have been few studies that talk about how drinking certain kinds of tea aid weight loss and reduction of belly fat (2). Now, that we’ve got to know this secret, let’s dig into teas for weight loss. But first, let’s have a look at which ones are these.

1. Puerh Tea

Puerh Tea

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This Puerh tea belongs to the Chinese family of black teas. The uniqueness of this tea is that it’s a fermented one. It has an earthy aroma and taste to it the longer its fermented. The fermentation of this tea is done by a chemical reaction between sunlight–dried tea and beneficial bacteria. Also, this tea is usually drank after a meal.

Studies have shown that this tea helps enhance weight loss (3). This tea is also known to lower the levels of blood sugar and the triglycerides levels in the blood (4).

Having this tea after a meal helps convert the fat you’ve eaten in your meal directly into energy, therefore, there’s no fat build-up.

2. Black Tea

Black Tea

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What makes black tea different from other teas is that it undergoes more oxidation than others. It’s because of this that this tea has the characteristic dark, black color. In the market, you’ll find many blends of this tea available. However, English Breakfast and Earl Grey are the most popular ones.

Black tea is rich in flavonoids (antioxidants) which are associated with weight loss (5). The polyphenols present in black tea also help increase the gut’s productions of short-chain fatty acids — this increases metabolism.

3. Oolong Tea

Oolong Tea

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This one’s tea from the Chinese community. It’s partially oxidized and falls in between green and black tea in terms of color. People love having this tea because of its fruity aroma and fragrance. There are several studies out there which prove that drinking Oolong tea helps in weight loss as it improves metabolism and speeds up the fat burning process in the body (6). Oolong tea is also rich in caffeine and catechin, these two substances together help in keeping the body mass lean (7). So, if you’re looking for a fruity tea to indulge in and reap weight-loss benefits, your search ends here.

4. White Tea

White Tea

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This tea requires a lot of attention! It is processed lightly and the tea leaves are handpicked carefully while the tea plants are still young. Its distinctive flavor makes it stand out from the rest of the teas. It tastes slightly sweet, delicate, and subtle. For years, the benefits of white tea have been researched well and they range from improving the overall health condition to even killing of cancer cells (8). The most unique feature of this tea is that it inhibits the formation of new fat cells. And since there is a reduction in new fat cells, even the weight gain is reduced.

5. Rooibos Tea

Rooibos Tea

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Herbal teas are a concoction of herbs, fruits, and spices. And among them, it’s the Rooibos tea which is the most popular one. This herbal tea is made of thin stems and leaves of a South African bushy plant, Aspalathus linearis. Studies have shown that this tea actively helps in weight reduction (9). It is also rich in aspalathin and nothofagin (antioxidants) which scavenge the harmful oxygen radicals that are capable of damaging the DNA. Also, it helps in insulin resistance and managing good levels of blood sugar.

6. Cinnamon Tea

Cinnamon Tea

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Cinnamon is a sweet-smelling spice, it’s widely used in many dishes to add that gentle richness and heat. This tea is very low in terms of calories and helps control blood sugar levels. This leads to fewer calorie consumption thereby decreasing weight gain. Regularly consuming cinnamon tea improves the overall health of our digestive system, this aids in better fat elimination from our body (10).  Let’s not forget that cinnamon has the third-highest antioxidant levels than any other spice or herb in the world.

Do you know of any other tea that helps with healthy weight loss and improves body metabolism? Also, comment your favorite weight loss tea below.

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