शरीर से पसीना निकलना एक सामान्य बात है। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने का काम करता है। वहीं, कुछ लोगों के लिए पसीने के साथ आने वाली दुर्गंध चिंता का विषय बन जाती है। बेशक, तन की दुर्गंध को परफ्यूम, डियोड्रेंट या टैल्कम पाउडर से दूर किया जा सकता है, लेकिन इनकी सुगंध धीरे-धीरे कम होने लगती है। साथ ही ये कई तरह के रसायनों से निर्मित होते हैं, जो त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। ऐसा नहीं है कि दुर्गंध को दूर करने के लिए ये उत्पाद ही एकमात्र विकल्प हैं। इनकी जगह आप प्राकृतिक सामग्रियों का सहारा ले सकते हैं।
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हमारे साथ जानिए शरीर की असहनीय दुर्गंध को दूर करने के सटीक घरेलू उपायों के बारे में। जानिए कि ये आपको किस प्रकार लाभ पहुंचा सकते हैं।
शरीर की दुर्गंध का क्या कारण है – Causes of Body Odor in Hindi
तन की दुर्गंध तब पैदा होती है, जब हमारी त्वचा पर रहने वाले बैक्टीरिया हमारे पसीने में मौजूद प्रोटीन को अलग-अलग एसिड में तोड़ देते हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि त्वचा पर बैक्टीरिया के विकास की वजह से शरीर की दुर्गंध आती है, लेकिन वास्तव में जब पसीना बैक्टीरिया के संपर्क में आता है, तब शरीर से अप्रिय गंध पैदा होती है (1)।
प्रत्येक व्यक्ति की एक खास गंध होती है, जो उम्र, आहार, स्वास्थ्य और लिंग जैसे मापदंडों से प्रभावित होती है (2)।
पसीने में प्रोटीन के बैक्टीरियल टूटने के परिणामस्वरूप दो एसिड सामने आते हैं – प्रोपियोनिक एसिड और आइसोवालिक एसिड।
प्रोपियोबैक्टीरिया का उत्पादन तब होता है, जब प्रोपियोबैक्टीरिया अमीनो एसिड को तोड़ता है। इसकी तीखी गंध होती है और अक्सर सिरके जैसी लगती है (3)।
कई प्रकार के पनीर में आइसोवलरिक एसिड पाया जाता है। यह स्टैफिलोकोकस एपिडर्मिस बैक्टीरिया द्वारा निर्मित होता है (4)।
मानव शरीर में दो प्रकार की पसीने की ग्रंथियां होती हैं, जो इस प्रकार हैं :
एक्राइन ग्लैंड्स : ये ग्रंथियां पूरे शरीर में पाई जाती हैं। एक्राइन ग्रंथियों द्वारा निर्मित पसीना कुछ नलिकाओं के माध्यम से त्वचा की सतह तक पहुंचता है। ये ग्रंथियां हमारे शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद करती हैं (5)।
एपोक्राइन ग्लैंड्स : ये ग्रंथियां आमतौर पर हमारे शरीर द्वारा उत्पादित दुर्गंध के लिए जिम्मेदार होती हैं। एपोक्राइन ग्रंथियां हमारे बगल, पलकों, जननांग क्षेत्र और स्तनों में पाई जाती हैं। ये ग्रंथियां बगल और कमर में एक गंध छोड़ देती हैं, इसलिए इसे गंध ग्रंथियों के रूप में भी जाना जाता है (6)।
शरीर की दुर्गंध एक सामान्य स्थिति है, यह हमारे आत्मविश्वास और व्यक्तित्व को प्रभावित कर सकती है। इससे छुटकारा पाने के लिए आप नीचे बताए जा रहे घरेलू नुस्खों का सहारा ले सकते हैं।
शरीर की दुर्गंध के लिए घरेलू उपचार – Home Remedies For Body Odor in Hindi
1. तेल
कुछ तेलों में विभिन्न गुण पाए जाते हैं, जो तन की दुर्गंध से निजात दिला सकते हैं । शरीर की दुर्गंध को दूर करने के लिए निम्नलिखित तेल कारगर माने गए हैं –
- नारियल का तेल
सामग्री :
- नारियल का तेल
- सिट्रिक एसिड पाउडर का एक चम्मच
- एक कप पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- अपने शरीर के पसीने वाले क्षेत्र पर नारियल तेल की कुछ मात्रा को लगाकर मालिश करें।
- शरीर की दुर्गंध के लिए सिट्रिक एसिड पाउडर को पानी के साथ मिलाएं और सामान्य पानी से नहाने के बाद सिट्रिक एसिड पाउडर वाले पानी को शरीर पर डालें।
- फिर शरीर को सूखा लें और नारियल का तेल लगाएं।
कितनी बार करें :
यह प्रक्रिया रोजाना दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
नारियल तेल लॉरिक एसिड से समृद्ध है, जो हमारे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए जाना जाता है। इस प्रकार आप शरीर की दुर्गंध से छुटकारा पा सकते हैं।
- टी ट्री तेल
सामग्री :
- टी ट्री तेल के दो चम्मच
- दो चम्मच पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- टी ट्री तेल को पानी में मिलाएं।
- मिश्रण को सीधे अपने अंडरआर्म्स और अन्य पसीने वाले क्षेत्रों पर लगाएं।
कितनी बार करें :
रोजाना इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
टी ट्री ऑयल एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है और अपने एंटी बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है (7)। एक एंटीसेप्टिक होने के कारण टी ट्री तेल त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया और फंगल को दूर करने का काम करता है, जिससे दुर्गंध बंद हो जाती है।
- लैवेंडर ऑयल
सामग्री :
- लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की 10 बूंदें
- कॉर्न स्टार्च के तीन चम्मच
- बेकिंग सोडा के दो चम्मच
कैसे करें इस्तेमाल :
- कॉर्न स्टार्च और बेकिंग सोडा के साथ लैवेंडर एसेंशियल ऑयल मिलाएं।
- कुछ दिनों के लिए एक अंधेरी जगह में मिश्रण को स्टोर करें।
- फिर जरूरत के अनुसार इस मिश्रण को लगाएं।
कितनी बार करें :
रोजाना इस्तेमाल करें।
कैसे है लाभदायक :
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया के विकास को रोकता है (8)। कॉर्न स्टार्च और बेकिंग सोडा त्वचा को सूखा रखते हैं, जिससे बैक्टीरिया के जमाव को रोका जा सकता है।
- पेपरमिंट ऑयल
सामग्री :
- पेपरमिंट ऑयल की 10 बूंदें
- पानी (आवश्यकतानुसार)
- नारियल या जोजोबा तेल के चार बड़े चम्मच
- कॉर्न स्टार्च के चार बड़े चम्मच
- बेकिंग सोडा के चार बड़े चम्मच
कैसे करें इस्तेमाल :
- आप या तो सीधे पेपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदें लगा सकते हैं या पानी के साथ मिलाकर अंडरआर्म्स पर स्प्रे कर सकते हैं।
- अगर आप अपने अंडरआर्म्स को सूखा रखना चाहते हैं, तो आपको पेपरमिंट ऑयल, नारियल/जोजोबा ऑयल, कॉर्न स्टार्च और बेकिंग सोडा को मिलाना होगा। इस मिश्रण को फ्रिज में रखें और ठंडा होने पर आवश्यकतानुसार उपयोग करें।
कितनी बार करें :
इस मिश्रण को प्रतिदिन लगाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
पेपरमिंट में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, इसलिए इसे डियोड्रेंट की जगह उपयोग किया जा सकता है (9)। वहीं, नारियल तेल में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं। कॉर्न स्टार्च और बेकिंग सोडा त्वचा को सूखा और पसीने से दूर रखते हैं।
- तमानु एसेंशियल ऑयल
सामग्री :
- तमानु एसेंशियल ऑयल
- लैवेंडर का तेल/टी ट्री ऑयल/पुदीना का तेल
कैसे करें इस्तेमाल :
- तमानु तेल की कुछ बूंदों को सीधे पसीने वाली जगह पर लगाएं या ऊपर बताए गए किसी भी एक तेल के साथ मिलाएं और इस्तेमाल करें।
कितनी बार करें :
आवश्यकता पड़ने पर रोजाना इस्तेमाल करें।
कैसे है लाभदायक :
तमानु तेल को अपने एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबियल गुणों के लिए जाना जाता है, जो शरीर की दुर्गंध से निपटने में आपकी मदद कर सकता है (10)।
- सेज ऑयल
सामग्री :
- सेज एसेंशियल ऑयल
- पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- सेज तेल में पानी मिलाकर उसे पतला कर लें और प्रभावित जगह पर स्प्रे करें।
- आप सूखे सेज को गर्म पानी में भिगो सकते हैं और इस पानी का उपयोग अपने शरीर के पसीने वाले क्षेत्रों पर कर सकते हैं। इस तेल का उपयोग शरीर के संवेदनशील क्षेत्रों पर नहीं किया जाना चाहिए।
कितनी बार करें :
आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल करें।
कैसे है लाभदायक :
सेज ऑयल एंटी बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है, जो बैक्टीरिया से लड़ने का काम करता है और अपने पीछे खुशबू छोड़ जाता है (11)।
2. सेब का सिरका
सामग्री :
- सेब का सिरका
- कॉटन बॉल
- पानी (वैकल्पिक)
कैसे करें इस्तेमाल :
- कॉटन बॉल की मदद से सेब के सिरके को सीधा अंडरआर्म्स और शरीर के अन्य हिस्सों पर लगाएं।
- आप सिरके को आधा कप पानी में मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
कितनी बार करें :
आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल करें।
कैसे है लाभदायक :
सेब का सिरका अम्लीय प्रकृति का होता है। यह बैक्टीरिया को पनपने से रोकने और मारने की क्षमता रखता है, जिससे शरीर की दुर्गंध दूर हो जाती है (12)।
3. सेंधा नमक
सामग्री :
- सेंधा नमक
- नहाने योग्य गर्म पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- नहाने योग्य गर्म पानी से बाथ टब भरें और उसमें लगभग दो से तीन कप सेंधा नमक डालें।
- कुछ देर तक शरीर को इस पानी में डुबोए रखें।
कितनी बार करें :
सप्ताह में तीन बार इस प्रक्रिया को दोरहाएं।
कैसे है लाभदायक :
सेंधा नमक एंटीऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होता है, जो शरीर को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है। यह हमारे शरीर को सेरोटोनिन नामक हार्मोन का उत्पादन करने में भी मदद करता है, जिससे शरीर को आराम करने में मदद मिलती है। सेंधा नमक के ये गुण तनाव को दूर करते हैं और पसीने का उत्पादन घटता है, जिससे हमारे शरीर से दुर्गंध दूर होती है।
4. मेथी के बीज
सामग्री :
- एक चम्मच मेथी के बीज
- 250 ml पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- मेथी के बीजों को पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी की मात्रा आधी न हो जाए।
- इस पानी को रोजाना सुबह खाली पेट पिएं।
कितनी बार करें :
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप यह पानी रोजाना पिएं।
कैसे है लाभदायक :
मेथी के बीज एंटीऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होते हैं, जो शरीर से सभी विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो शरीर में बैक्टीरियल संक्रमण को रोकने का काम करते हैं (13)। तन की दुर्गंध को दूर करने के लिए आप मेथी का इस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं।
5. सौंफ के बीज
सामग्री :
- एक चम्मच बारीक टूटे हुए सौंफ के बीज
- एक कप पानी
- शहद (वैकल्पिक)
कैसे करें इस्तेमाल :
- एक कप पानी में सौंफ के बीज डालकर पानी को उबालें।
- स्वाद के लिए आप शहद मिला सकते हैं।
कितनी बार करें :
बेहतर परिणाम के लिए हर सुबह इसका सेवन करें।
कैसे है लाभदायक :
सौंफ के बीज में मौजूद कुछ तत्व उत्तेजक होते हैं, जो पेट में पाचन और गैस्ट्रिक रस (digestive and gastric juices) के स्राव को बढ़ावा देते हैं। सौंफ लैक्सटिव (पदार्थ जो मल को मुलायम करते हैं) के रूप में भी कार्य करती है और शरीर की दुर्गंध को भी रोक सकते है (14)।
6. ग्रीन टी
सामग्री :
- ग्रीन टी की पत्तियां
- पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- आवश्यकतानुसार पानी उबालें और ग्रीन टी की पत्तियां डालें।
- चाय के पानी को ठंडा करें और छानकर पसीने वाली जगह पर लगाएं।
- खाली पेट ग्रीन टी का सेवन करने से भी शरीर की दुर्गंध से निपटा जा सकता है।
कितनी बार करें :
इस प्रक्रिया को एक दिन छोड़कर दोहराएं।
क्यों है लाभदायक :
ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और टैनिक एसिड शरीर की दुर्गंध को दूर करने का काम करते हैं (15)। ग्रीन टी को त्वचा पर इस्तेमाल करने से त्वचा सूखी और बैक्टीरिया से मुक्त रहती है। ग्रीन टी शरीर के सभी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
7. टी बैग
सामग्री :
- चार टी बैग
- दो लीटर पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- पानी को गर्म करें और पानी में टी बैग डालें।
- इस चाय के पानी को अपने स्नान के पानी में डालें और 15-20 मिनट तक शरीर को इसमें डुबोकर रखें।
कितनी बार करें :
इसे प्रक्रिया को सप्ताह में तीन बार दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
चाय में मौजूद टैनिन त्वचा को सूखा रखता और पसीने को बनने से रोकता है (16)।
8. बेकिंग सोडा
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा
- पानी (वैकल्पिक)
कैसे करें इस्तेमाल :
- बेकिंग सोडा लें और इसे अपने शरीर के सभी पसीने वाले क्षेत्रों पर लगाएं।
- अतिरिक्त पाउडर को हटा दें।
- इसके अलावा, आप पानी का इस्तेमाल कर बेकिंग सोडा का पेस्ट बना सकते हैं।
- इस पेस्ट को अंडरआर्म्स और अन्य पसीने वाली जगहों पर लगाएं।
- इस पेस्ट को 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें और बाद में गुनगुने पानी से त्वचा को धो लें।
कितनी बार करें :
ऐसा कुछ हफ्तों तक रोजाना करें।
कैसे है लाभदायक :
बेकिंग सोडा नमी को सुखाने का काम करता है। इसलिए, यह शरीर पर अत्यधिक पसीने को बनने से रोकता है। यह त्वचा पर बैक्टीरिया को मारता है और शरीर की दुर्गंध को बेअसर करने का काम करता है (17)।
9. नींबू का रस
सामग्री :
- एक नींबू
- पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- नींबू को दो हिस्सों में काटें और इसे सीधे अपने अंडरआर्म्स पर रगड़ें।
- इसे पूरी तरह सूखने दें और बाद में गुनगुने पानी से धो लें।
- अगर आपकी त्वचा ज्यादा संवेदनशील है, तो आप पानी की कुछ बूंदों को नींबू के रस के साथ मिला सकते हैं।
कितनी बार करें :
इसे प्रक्रिया को रोजाना दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
नींबू की अम्लीय प्रकृति शरीर के पीएच को कम करती है, जिससे बैक्टीरिया का त्वचा पर टिकना मुश्किल हो जाता है। इस प्रकार दुर्गंध पैदा नहीं हो पाती है (18)।
10. टमाटर का जूस
सामग्री :
- दो कप टमाटर का रस
- एक बाल्टी नहाने योग्य गर्म पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- अपने बाथ टब को पानी से भरें और इसमें टमाटर का रस मिलाएं।
- लगभग 20 से 30 मिनट तक इस पानी में शरीर को डुबोकर रखें।
कितनी बार करें :
सप्ताह में 3 से 4 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
टमाटर की अम्लीय प्रकृति त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया को मारती है। वहीं, टमाटर का खट्टा गुण पसीने के उत्पादन को कम करने का काम करता है (19)।
11. मैग्नेशिया का दूध
सामग्री :
- मैग्नीशिया का दूध
- कोई भी एसेंशियल ऑयल (वैकल्पिक)
कैसे करें इस्तेमाल :
- मैग्नीशिया के दूध को सीधे अपने अंडरआर्म्स पर लगाएं।
- आप इसे किसी भी एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदों के साथ मिलाकर स्टोर कर सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर त्वचा पर स्प्रे कर सकते हैं।
कितनी बार करें :
रोजाना सुबह या रात को नियमित रूप से करें।
कैसे है लाभदायक :
मैग्नीशिया के दूध में एंटासिड होता है, जिस कारण यह एसिड से मुकाबला करने के लिए जाना जाता है। इसलिए, यह शरीर की दुर्गंध को दूर कर सकता है (20)। मैग्नीशिया का दूध त्वचा को सूखा रखने के लिए भी जाना जाता है।
12. गुलाब जल
सामग्री :
- गुलाब जल के तीन बड़े चम्मच
- एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका का
कैसे करें इस्तेमाल :
- सेब के सिरके के साथ गुलाब जल को मिलाएं।
- इस मिश्रण को एक बोतल में डाल लें और जब भी आवश्यकता हो अंडरआर्म्स व शरीर के अन्य पसीने वाले हिस्सों पर स्प्रे करें।
कितनी बार करें :
इस प्रक्रिया को आप रोजाना कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
गुलाब जल एक अस्ट्रिन्जन्ट है। यह त्वचा पर मौजूद छिद्रों के आकार को कम करता है, जिससे पसीने का उत्पादन कम हो जाता है (21)। गुलाब जल की खुशबू शरीर की दुर्गंध को बेअसर करने का काम करती है। शरीर की दुर्गंध से निजात पाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
13. रबिंग अल्कोहल
सामग्री :
- रबिंग अल्कोहल
- कॉटन पैड
कैसे करें इस्तेमाल :
- कॉटन पैड पर रबिंग अल्कोहल की कुछ बूंदें डालें और इसे अपने अंडरआर्म्स पर लगाएं।
कितनी बार करें :
रोजाना इस्तेमाल करें।
कैसे है लाभदायक :
रबिंग अल्कोहल अपने एंटीबैक्टीरियल गुण से त्वचा के बैक्टीरिया को मारने का काम करता है। बैक्टीरिया को मार कर यह शरीर की दुर्गंध को भी दूर करने का काम करता है (22)।
14. विच हेजल
सामग्री :
- विच हैजल
- कॉटल बॉल
कैसे करें इस्तेमाल :
कॉटल की बॉल पर विच हैजल की कुछ बूंदें डालें और अपने अंडरआर्म्स व शरीर के अन्य पसीने वाले क्षेत्रों पर लगाएं।
कितनी बार करें :
आप इसका इस्तेमाल रोजाना कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
विच हेजल का अस्ट्रिन्जन्ट गुण त्वचा पर छिद्रों के आकार को कम करता है, जिससे पसीने का उत्पादन काफी हद तक कम हो जाता है। साथ ही इसकी अम्लीय प्रकृति शरीर की दुर्गंध को दूर करने का काम करती है (23)।
15. नीम की पत्तियां
सामग्री :
- मुट्ठी भर नीम के पत्ते
- एक कप पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- नीम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें।
- अब इस पेस्ट को शरीर पर सभी पसीने वाली जगहों पर लगाएं।
- इसे सूखने दें और बाद में गर्म पानी से धो लें।
- वैकल्पिक रूप से आप नीम के पत्तों को पानी में उबाल सकते हैं। फिर छानकर नहाने योग्य गर्म पानी में मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
कितनी बार करें :
यह प्रक्रिया रोजाना दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
नीम, एंटीबैक्टीरियल, एंटिफंगल और एंटीसेप्टिक गुणों से समृद्ध होता है, जो दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने का काम करता है (24)। नीम शरीर से विषैले पदार्थों को दूर करने का काम करता है। शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए आप नीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
16. अरारोट
सामग्री :
- अरारोट पाउडर (आवश्यकतानुसार)
कैसे करें इस्तेमाल :
- अरारोट पाउडर को सीधे अपने अंडरआर्म्स और अन्य अत्यधिक पसीने वाली जगहों पर लगाएं।
- दिन भर के लिए पाउडर लगा रहने दें, जैसे आप आम पाउडर का इस्तेमाल करते हैं।
कितनी बार करें :
इस प्रक्रिया को रोजाना दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
अरारोट को अपने एंटीइंफ्लेमेटरी गुण के लिए जाना जाता है (25), जो त्वचा को सूखा रखता है और शरीर में दुर्गंध के कारण बनने वाले बैक्टीरिया से लड़ने का काम करता है।
17. अजमोद (पार्सले की पत्तियां)
सामग्री :
- एक चम्मच अजमोद के पत्ते
- एक कप पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- अजमोद के पत्तों पानी में डालें और पांच मिनट तक उबालें।
- अब पानी को छान लें और पिएं।
कितनी बार करें :
रोजाना अजमोद का पानी पिएं।
कैसे है लाभदायक :
अजमोद की पत्तियां अपने एंटी ओडोर गुण के लिए जानी जाती हैं। इसकी पत्तियों में मौजूद क्लोरोफिल शरीर की दुर्गंध को दूर करने का काम करता है (26)।
18. कॉर्न स्टार्च
सामग्री :
- कॉर्न स्टार्च पाउडर
कैसे करें इस्तेमाल :
- अपने अंडरआर्म्स और अत्यधिक पसीने वाली जगहों पर कॉर्न स्टार्च पाउडर लगाएं।
- पूरे दिन भर के लिए पाउडर त्वचा पर लगा रहने दें।
कितनी बार करें :
रोजाना इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
कॉर्न स्टार्च एंटी बैक्टीरिया गुण से समृद्ध होता है, जो त्वचा पर बैक्टीरिया के विकास को रोकने का काम करता है। कॉर्न स्टार्च त्वचा को सूखने में भी मदद करता है (27)।
बॉडी ओडोर दूर करने के उपाय के बाद जानिए इससे जुड़े कुछ अन्य जरूरी टिप्स।
शरीर की दुर्गंध को दूर करने के अन्य जरूरी टिप्स – Tips To Reduce Body Odor in Hindi
- केमिकल युक्त डियोड्रेंट की जगह प्राकृतिक डियोड्रेंट का इस्तेमाल करें।
- प्रतिदिन साफ पानी से नहाएं।
- स्प्रिट्स विनेगर या रबिंग अल्कहोल को पसीने वाली जगहों पर लगाएं।
- आंतरिक रूप से शरीर की दुर्गंध से मुकाबला करने के लिए ग्रीन सप्लीमेंट जैसे क्लोरोफिल या व्हीटग्रास लें।
- कॉटन के कपड़े पहनें।
- पसीने वाली जगह को पोंछने के लिए टी ट्री ऑयल आदि का उपयोग करें।
- कम मसालेदार भोजन का सेवन करें।
- मेथी के बीजों और ग्रीन टी से शरीर को डिटॉक्सीफाई करें।
दोस्तों, शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए प्राकृतिक सामग्रियों का इस्तेमाल करें और रोजाना अपने शरीर को बताए गए तरीकों से डिटॉक्स करें। केमिकल युक्त प्रोडक्ट आपकी त्वचा को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल जितना हो सके कम करें। आपका शरीर जितना साफ रहेगा, आप उतने ही हानिकारक बैक्टीरिया से दूर रहेंगे। आपको यह लेख कैसा लगा, हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें। अन्य जानकारी के लिए आप हमसे सवाल भी पूछ सकते हैं।
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