सर्दियों में कुछ शारीरिक समस्याओं से कई लोग परेशान रहते हैं, जिनमें खांसी, जुकाम, सिरदर्द व गले की खराश शामिल है। यह समस्या जीवाणुओं के संपर्क में आने से शुरू होती है। इसके अंतर्गत गले में अजीब-सा खुरदरापन महसूस होता है। जैसे-जैसे समस्या बढ़ती है, गले में दर्द शुरू हो जाता है। इससे संक्रमित व्यक्ति गले में अत्यधिक दिक्कत और बेचैनी का सामना करता है। इस लेख में हम गले में खराश के कारण, इसके लक्षण और इसके निवारण हेतु घरेलू उपचार बता रहे हैं, ताकि आप इस समस्या का इलाज स्वयं कर सकें। सबसे पहले जानते हैं गले की खराश के कारणों के बारे में।
गले में खराश के कारण – Causes of Sore Throat in Hindi
- जुकाम
- खांसी
- चिकनपॉक्स
- गलसुआ (गले की लार ग्रंथि में सूजन)
- बुखार
गले में खराश के लक्षण – Symptoms of Sore Throat in Hindi
- नाक बंद
- बहती नाक
- छींक आना
- खांसी
- बुखार
- ठंड लगना
- गले की लार ग्रंथि में सूजन
- कर्कश आवाज
- शरीर दर्द
- सिरदर्द
- भोजन निगलने में परेशानी
- भूख न लगना
आइए, अब जान लेते हैं कि गले में खराश होने पर कौन-कौन से घरेलू नुस्खे उपयोग में लाए जा सकते हैं।
गले में खराश के घरेलू इलाज – Home Remedies for Sore
1. नमक का पानी
सामग्री
- आधा चम्मच नमक
- एक गिलास गुनगुना पानी
बनाने व प्रयोग की विधि
- नमक को पानी में मिलाएं।
- इस पानी से रोज 3-4 बार गरारे करें।
कैसे है लाभदायक
गले की खराश के घरेलू उपाय के रूप में आप नमक का प्रयोग कर सकते हैं। नमक युक्त गर्म पानी में एंटी-इफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो मुंह और गले के बैक्टीरिया और वायरस को दूर करने में मदद करते हैं। गरारे करने से गले की सूजन और खुरदुरेपन से राहत मिलती है (1)।
2. भाप (स्टीम)
सामग्री
- एक बड़ा बाउल
- एक लिटर पानी
- साफ तौलिया
बनाने व प्रयोग की विधि
- पानी को अच्छी तरह गर्म कर लें।
- पानी को ध्यान से बाउल में डालें।
- सिर पर तौलिया रखें।
- गर्म पानी से मुंह की दूरी करीब 8-10 इंच की रखें।
- अब भाप की तरफ मुंह करें और आंखे बंद कर गहरी-हल्की सांस लेते रहें।
- यह प्रक्रिया दिन में दो बार 5 मिनट तक जारी रखें।
कैसे है लाभदायक
सर्दी-जुकाम और गले की खराश के लिए भाप एक कारगर घरेलू नुस्खा माना गया है, जो नाक, गले और मुंह से बैक्टीरिया व गंदगी निकालने का काम करता है और साथ ही गर्म भाप गले को आराम भी देने का काम करती है (2)।
3. सेब का सिरका
सामग्री
- एक चम्मच सेब का सिरका
- आधा चम्मच नमक
- एक गिलास गर्म पानी
बनाने व प्रयोग की विधि
- गर्म पानी में सेब का सिरका और नमक मिला लें।
- अब इस पानी से गरारे करें।
- यह प्रक्रिया दिन में 4-5 बार करें।
- आप चाहें तो आधा लिटर गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर स्टीम विधि का प्रयोग भी कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक
गले की खराश के इलाज के अंतर्गत आप सेब के सिरके का प्रयोग कर सकते हैं। सेब का सिरका एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल (3) एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीफंगल गुण से परिपूर्ण होता है। इसमें मौजूद अम्लीय तत्व गले और मुंह के बैक्टीरिया को दूर करने का काम करते हैं। यह न सिर्फ गले के संक्रमण बल्कि गले की सूजन को भी कम करता है (4)।
4. मैथी के बीज
सामग्री
- एक चम्मच मैथी के बीज
- दो गिलास पानी
बनाने व प्रयोग की विधि
- पानी में मैथी डालकर अच्छी तरह उबालें।
- पानी को ठंडा होने दें।
- पानी को छानकर गरारे करें।
- यह प्रक्रिया दिन में 4-5 बार करें।
कैसे है लाभदायक
मैथी के बीज एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से परिपूर्ण होते हैं, जो शरीर के संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं। गले की खराश को दूर करने के लिए आप मैथी के बीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं (5)।
5. लहसुन
सामग्री
- लहसुन की एक कली
बनाने व प्रयोग की विधि
- लहसुन को दो भागों में काट लें।
- अब लहसुन को मुंह में रखें।
- धीरे-धीरे लहसुन के रस को चूसें।
कैसै है लाभदायक
गले की खराश दूर करने के लिए आप लहसुन का सहारा ले सकते हैं। लहसुन एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है, जो एक कारगर एंटीबायोटिक की तरह काम करता है (6)। गले और मुंह के संक्रमण को दूर करने के लिए आप इसका इस्तेमाल बताए गए तरीके से कर सकते हैं।
6. अदरक
सामग्री
- आधा चम्मच अदरक बारीक कटा हुआ
- चीनी (आवश्यकतानुसार)
- चायपत्ती (आवश्यकतानुसार)
- पानी (डेढ़ कप)
बनाने व प्रयोग की विधि
- डेढ़ कप पानी को गर्म करने के लिए रखें।
- उबलते पानी में अदरक, चीनी और चायपत्ती डालें।
- 5 मिनट तक खौलाएं।
- अब इसे कप में डालकर धीरे-धीरे पिएं।
कैसे है लाभदायक
अदरक गले की खराश दूर करने एक कारगर नुस्खा है। आप अदरक की चाय बनाकर दिन में तीन बार ले सकते हैं। अदरक के एंटी इंफ्लेमेटरी (7) और एंटीबैक्टीरियल गुण गले और मुंह के संक्रमण को दूर करने काम करते हैं।
कैसे है लाभदायक
लहसुन एंटीमाइक्रोबियल गुण से परिपूर्ण होता है, जो बैक्टीरिया, वायरस और फंगस को दूर करने का काम करता है। लहसुन का रस मुंह और गले के संक्रमण से राहत दिलाता है। लहसुन में प्रमुख रूप से एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो इसे एंटीमाइक्रोबियल जैसा गुण प्रदान करता है (8)। गले की खराश को दूर करने के लिए आप लहसुन का इस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं।
7. लौंग की चाय
सामग्री
- 2 लौंग
- चायपत्ती (आवश्यकतानुसार)
- चीनी (आवश्यकतानुसार)
- टी-बैग
बनाने व प्रयोग की विधि
- एक कप से थोड़ा ज्यादा पानी उबालने के लिए रखें।
- पानी उबलने पर चायपत्ती, अदरक, लौंग और चीनी डालें।
- 6-7 मिनट तक मध्यम आंच पर पानी उबलने दें।
- अब कप में पानी डालें और धीरे-धीरे पिएं।
कैसे है लाभदायक
गले की खराश के इलाज के रूप में आप लौंग का प्रयोग कर सकते हैं। लौंग में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो गले और मुंह के विषैले जीवाणुओं को दूर करने में मदद करते हैं। लौंग खराश के साथ-साथ गले की सूजन और दर्द को ठीक करने का काम करती है (9)। गले की खराश के लिए आप लौंग की चाय का सेवन कर सकते हैं।
8. अनानास
सामग्री
- अनानास (आवश्यकतानुसार)
बनाने व प्रयोग की विधि
- सबसे पहले तो अनानास को छील लें।
- अब उसके टूकड़े करें और बाउल में डालकर खाएं।
- आप जूसर की मदद से अनानास का जूस निकाल कर भी पी सकते हैं।
कैसे है लाभदायक
अनानास में ब्रोमेलेन नामक एक एंजाइम होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है (10)। गले के संक्रमण को दूर करने के लिए यह एंजाइम काफी मदद करता है। इसके साथ ही अनानास में विटामिन-सी भी होता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में मदद मिलती है।
9. मुलेठी
सामग्री
- आधा चम्मच मुलेठी की जड़ का चूर्ण
- पीसी हुई एक इलायची
- 5-6 तुलसी की पत्तियां
- 1 लौंग पिसी हुई
- 2 काली मिर्च पीसी हुई
- तीन कप पानी
बनाने व प्रयोग की विधि
- पानी को बर्तन में डालकर उबालें।
- अब पानी में मुलेठी, लौंग, तुलसी, इलाइची व काली मिर्च डालें।
- इस मिश्रण को 15-20 मिनट तक पकाएं।
- इस मिश्रण को एक कप में छान लें।
- अब गर्मा-गर्म काढ़ा पिएं।
- इस काढ़े का रोज सुबह सेवन करें।
कैसे है लाभदायक
मुलेठी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं (11), जो गले और मुंह के बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करते हैं। मुलेठी का यह काढ़ा जुकाम, खांसी, गले में दर्द और सूजन को जल्दी ठीक करता है। गले की खराश के निपटान के लिए आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
10. काली मिर्च
सामग्री
- दो काली मिर्च पिसी हुई
- चम्मच का एक चौथाई अदरक बारीक कटा हुआ
- शहद एक चम्मच
- एक चम्मच नींबू का रस ( वैकल्पिक)
बनाने व प्रयोग की विधि
- एक कप से थोड़ा ज्यादा पानी गर्म करने के लिए रखें।
- उसमें काली मिर्च और अदरक डालें।
- 5-6 मिनट अच्छी तरह उबालने के बाद पानी छानकर कप में डालें।
- अब इसमें आप शहद मिलाएं।
- आप इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
कैसे है लाभदायक
आप गले की खराश दूर करने के लिए काली मिर्च का इस्तेमाल चाय की तरह कर सकते हैं। काली मिर्च एक गुणकारी पदार्थ है, जिसमें एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं (12)। काली मिर्च का इस प्रकार इस्तेमाल आपके गले और मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करेगा। गले की खराश के इलाज के रूप में आप काली मिर्च प्रयोग कर सकते हैं।
11. ग्रीन-टी
सामग्री
- एक ग्रीन-टी बैग
- चीनी (आवश्यकतानुसार)
- एक कप गर्म पानी
बनाने व प्रयोग की विधि
- एक कप पानी में चीनी डालकर गर्म करें।
- गर्म पानी को एक कप में डालें।
- ग्रीन-टी बैग कप में डालें।
- दिन में दो बार इस चाय का सेवन करें।
कैसे है लाभदायक
गले की खराश को दूर करने के लिए आप ग्रीन-टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्रीन-टी एक कारगर एंटीमाइक्रोबियल एजेंट की तरह काम करती है (13)। यह चाय गले के संक्रमण को दूर कर आपके गले को आराम देने का काम करेगी। गले में खराश की दवा के रूप में आप ग्रीन-टी का सेवन कर सकते हैं।
12. शहद
सामग्री
- एक चम्मच शहद
- आधा चम्मच नींबू का रस
- एक कप गर्म पानी
बनाने व प्रयोग की विधि
- एक कप गर्म पानी में नींबू का रस और शहद मिलाएं।
- अब इस पेय को धीरे-धीरे पिएं।
- इस पेय को दिन में दो बार लें।
कैसे है लाभदायक
गले की खराश के घरेलू उपाय के रूप में आप शहद का सेवन कर सकते हैं। शहद एक कारगर औषधी है, जिसका इस्तेमाल शारीरिक समस्याओं के निजात के लिए लंबे समय से किया जा रहा है। शहद एंटीमाइक्रोबियल और एंटीबैक्टीरियल दोनों गुणों से परिपूर्ण होता है (14)। गले की खराश दूर करने के लिए आप इसका सेवन बताए गए तरीके से कर सकते हैं। शहद गले के संक्रमण को दूर कर आपको राहत देने का काम करेगा।
गले में खराश से बचने के कुछ और उपाय – Tips for Sore Throat in Hindi
1. एस्पिरिन
गले के संक्रमण को दूर करने के लिए आप एस्परिन का इस्तेमाल कर सकते हैं (15)। एस्परिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जिसकी मदद से आप गले के संक्रमण और दर्द दोनों पर काबू पा सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप एक गिलास गर्म पानी में 2 एस्परिन की गोलियों को डाल कर दिन में 2-3 बार गरारे करें। एस्परिन डालकर गर्म पानी के गरारे करने से आपको काफी राहत महसूस होगी।
2. नींबू और शहद
गले की खराश दूर करने के लिए आप नींबू के साथ शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये दोनों ही औषधिय गुणों से परिपूर्ण होते हैं। आप एक चम्मच शहद में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर दिन में दो बार ले सकते हैं। शहद का एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपको गले के दर्द और सूजन को कम करेगा (16) और नींबू का एंटीमाइक्रोबियल गुण आपके गले के संक्रमण को जल्दी खत्म करने का काम करेगा (17)।
3. एलोवेरा जूस
गले की खराश को दूर करने के घरेलू उपाय के रूप में आप एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते हैं। एलोवेरा एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुरोधी गुणों से परिपूर्ण होता है (18), जो आपके गले के संक्रमण को दूर कर राहत दिलाने में मदद करेगा। आप जूसर की मदद से एक चम्मच एलोवेरा जेल को एक कप पानी में मिलाकर जूस बना सकते हैं। इस जूस को आप सुबह पिएं। आप इस जूस से गरारे भी कर सकते हैं।
4. प्याज
गले के संक्रमण को दूर करने के लिए आप प्याज का इस्तेमाल कर सकते हैं। गले की खराश के लिए आप प्याज का पेय बना सकते हैं। इसके लिए आप तीन कप पानी में दो प्याज कटे हुई, एक चम्मच शहद और नींबू की 6-7 बूंदों को डालकर तब तक पकाएं, जब तक पानी गाढ़ा न हो जाए। गाढ़ा होती ही 4-5 मिनट ठंडा होने दें और फिर एक कप में डालकर धीरे-धीरे पिएं। प्याज में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं (19)। साथ ही यह श्वसन संक्रमण में काफी उपयोगी माना गया है।
5. यूकेलिप्टिस का तेल
यूकेलिप्टिस का तेल एक कारगर नेचुरल ऑयल है, जो कई औषधी गुणों से परिपूर्ण होता है। गले के संक्रमण और दर्द निवारण के लिए आप इस तेल का प्रयोग कर सकते हैं। यूकेलिप्टिस के तेल में एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं (20)। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप एक बड़े बाउल में आधा लिटर गर्म पानी डालें और उसमें यूकेलिप्टिस के तेल की 5-6 बूंदें को मिला लें। अब तौलिये से सिर ढ़कें और 3-4 मिनट तक हल्की और गहरी सांस लें। यह प्रक्रिया आपको गले की खराश और दर्द से काफी राहत देगी।
6. हल्दी
गले के संक्रमण को दूर करने के लिए आप हल्दी का प्रयोग कर सकते हैं। हल्दी एक गुणकारी पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल शरीर से जुड़ी कई परेशानियों से निजात पाने के लिए किया जाता है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिसका इस्तेमाल कर आप गले के संक्रमण को दूर कर सकते हैं (21)। आप एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच हल्दी और आधा चम्मच नमक डालकर गरारे करें। यह प्रक्रिया आप दिन में 3-4 बार दोहराएं ।
नोट – अगर आप किसी गंभीर शारीरिक समस्या से ग्रसित हैं, तो इन घरेलू उपायों को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
गले की खराश एक आम समस्या है, जो गंभीर रूप भी धारण कर सकती है। इससे निजात पाने के लिए आप इस लेख में बताए गए घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं। ये सभी उपाय प्रभावी हैं और कम खर्चीले। यह लेख आपको कैसा लगा, इस बारे में नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
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