यह बात तो लगभग सभी जानते हैं कि दाल में पौष्टिक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। मसूर भी ऐसी ही दाल है, जिसमें कैलोरी कम और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। कैलोरी और प्रोटीन के इस अनोखे मेल को आपके स्वास्थ्य और वजन के लिए लाभदायक माना जाता है। यह दाल कई रूपों में उपलब्ध हैं, जैसे काली, लाल, पीली, हरी व भूरे रंग की मसूर आदि। इससे आप यह तो समझ ही गए होंगे कि आखिर मसूर की दाल क्या है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम मसूर दाल के फायदे भी बताएंगे। इसके अलावा, जिन्हें मसूर दाल बनाने की विधि नहीं पता, उन्हें मसूर दाल की रेसिपी भी बताएंगे।
मसूर दाल के फायदे और मसूर दाल बनाने की विधि जानने के लिए पढ़ते रहें यह आर्टिकल।
मसूर की दाल के फायदे – Benefits of Lentils in Hindi
1. वजन घटाने के लिए मसूर दाल के फायदे
भूख आपके वजन बढ़ने का मुख्य कारण हो सकता है, क्योंकि ज्यादा भूख लगने से हम अधिक मात्रा में भोजन का सेवन करते हैं। इससे वजन बढ़ जाता है। मसूर की दाल के फायदे में से एक बढ़ते वजन को नियंत्रित करना है, क्योंकि इसमें फाइबर और प्रोटीन अधिक मात्रा में पाए जाता है। यह आपकी भूख को तुरंत शांत कर देता है और वजन बढ़ने की समस्या को रोक सकता है (1)। मसूर दाल के उपयोग के साथ निरंतर व्यायाम का ध्यान रखना भी जरूरी है।
2. हृदय और कोलेस्ट्रॉल के लिए
मसूर दाल में पाया जाने वाला फाइबर और फोलेट का अनोखा मिश्रण आपके हृदय के लिए लाभदायक हो सकता है। एक शोध में बताया गया है कि फाइबर आपके शरीर से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है। मसूर दाल में पाया जाने वाला फोलेट होमोसिस्टीन (जो दिल के दौरे के लिए एक जोखिम कारक होते हैं) के खतरे को कम करता है। इस प्रकार मसूर दाल के उपयोग से दिल के दौरे के खतरे को कम किया जा सकता है। इससे अनियंत्रित रक्तचाप को भी नियंत्रित किया जा सकता हैं (2)।
3 . ब्लड शुगर के लिए
ज्यादा मीठा खाने से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। अगर आप ब्लड शुगर की बीमारी से जुझ रहे हैं, तो इससे निजात पाने के लिए आप कई उपाय करते हैं। उन्हीं में मसूर दाल के उपाय को भी शामिल कर सकते हैं। इसमें पाया जाने वाला फाइबर आपके ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ने से रोकता है। इससे आपको इस बीमारी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है (2)।
4 . पाचन के लिए मसूर दाल के फायदे
कभी-कभी हम कुछ ऐसा खा लेते हैं, जिससे हमारी पाचन क्रिया पर असर पड़ता है। ऐसे में मसूर की दाल आपके पाचन क्रिया के लिए सहायक हो सकती है, क्योंकि इसमें पाए जाने वाले फाइबर आपके खाने को शीघ्रता से पचाने में सहायता कर सकते हैं। साथ ही आपको पाचन संबंधी समस्याओं से छूटकारा मिल सकता है (3)।
5 . इम्युनिटी बढ़ाने के लिए
मसूर के दाल के फायदों की अगर बात करें, तो उसमें इम्युनिटी में सुधार करना भी शामिल है। मूसर दाल में विभिन्न तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी होते हैं। इस प्रकार मसूर दाल के उपयोग से आपकी इम्युनिटी बढ़ने में मदद हो सकती है और आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं (2)।
6. कैंसर के लिए मसूर दाल के फायदे
कैंसर की बीमारी से जूझ रहे मरीज के लिए मसूर की दाल खाना फायदेमंद हो सकता है। मसूर में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स कैंसर होने से बचाते हैं और कैंसर का इलाज करने में भी मदद कर सकते हैं। शोध से यह भी पता चलता है कि मसूर की दाल ब्रेस्ट कैंसर और पेट के कैंसर को रोकने में सहायक हो सकती है (2)।
7. दांत और हड्डियों के लिए
हड्डियों के कमजोर होने से जोड़ों में दर्द का खतरा बढ़ जाता है। मसूर की दाल इस समस्या से राहत पहुंचाने में सहायता कर सकती है, क्योंकि मसूर की दाल में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस होते हैं, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायता कर सकते हैं (4)। इस प्रकार मसूर दाल के उपयोग से आपको जोड़ों के दर्द की समस्या से राहत मिल सकती है।
8. दिमाग के लिए
लोगों की छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ाना और गुस्सा करना पूरे परिवार के लिए हानिकारक हो सकता है। यह सब तनाव की वजह से होता है। मसूर की दाल दिमाग से जुड़ी समस्याओं के निदान में भी सहायक हो सकती है। इसमें पाए जाने वाले फोलेट नामक मुख्य यौगिक की मदद से याददाश्त को मजबूत करने में सहायता मिल सकती है (5) (6)। इसके सेवन से आपको तनाव से भी राहत मिल सकती है ।
9. मांसपेशियों के लिए
अच्छा शरीर आपको हर क्षेत्र में तरक्की दिलाने में मदद करता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्वों का सेवन जरूरी होता है। लगभग इस बात से तो सभी परिचित है कि दाल में अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन और कई अन्य तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं (7)। ये सभी मिलकर आपकी मासंपेशियों को स्वस्थ रखते हैं और साथ ही उन्हें सही आकार देने में सहायता कर सकता है।
10. गर्भावस्था के लिए मसूर दाल के फायदे
गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को कमजोरी की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में मसूर की दाल खाने से शरीर में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्वों की पूर्ति हो सकती है और महिलाओं को कमजोरी से छुटकारा मिल सकता है। मसूर की दाल में प्रोटीन और फाइबर अधिक मात्रा में होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं। मसूर की दाल में फोलेट भी होता है (6) (8), जो होने वाले शिशु को न्यूरल ट्यूब दोष और अन्य जोखिम से दूर रखता है (9)। न्यूरल ट्यूब दोष जन्मजात समस्या है, जो शिशु के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डियों को प्रभावित करती है। इसके सेवन से मां और शिशु दोनों को फायदा होता है।
11. शरीर के पीएच स्तर को संतुलन करने के लिए
शरीर का पीएच स्तर संतुलित होना जरूरी है। ऐसा न होने पर आपको शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। मसूर की दाल के फायदों में यह भी शामिल है कि यह आपके पीएच स्तर को संतुलन बनाने में सहायता कर सकता है। मसूर की दाल में एल्कलाइन पाया जाता है (10), जो आपके शरीर के पीएच स्तर को संतुलित कर सकता है (11)।
12. त्वचा के लिए मसूर दाल के फायदे
हर कोई चाहता है कि उसकी त्वचा स्वस्थ हो। इसके लिए लोग कई तरह की क्रीम और ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं। वहीं, साधारण-सी मसूर की दाल इस काम में आपकी मदद कर सकती है। इस दाल में कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं। कई जगह इसके पानी को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इस दाल के पानी से त्वचा संक्रमण व जलने से हुए घाव को ठीक किया जा सकता है (12)।
13. बालों के लिए
मसूर की दाल खाने के फायदे में से एक फायदा बालों के लिए भी है। बालों के झड़ने की समस्या लगभग कई लोगों को होती है और इससे बचने के लिए लोग कई बार काफी पैसे भी खर्च करते हैं, लेकिन खास फायदा नहीं होता है। वहीं, विटामिन और पोषक तत्वों की कमी के कारण भी बाल टूटने लगते हैं। मसूर की दाल में विटामिन-बी और सी पाया जाता है, जो आपके बालों को जड़ों से मजबूत बनाकर उन्हें झड़ने से रोकता है (13) (14)। इस प्रकार मसूर दाल के उपयोग से आपको बालों के झड़ने की समस्या से राहत मिल सकती है ।
अभी आपने मसूर की दाल के फायदे पढ़े, आगे हम इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी देंगे।
मसूर दाल के पौष्टिक तत्व – Lentils Nutritional Value in Hindi
मसूर की दाल को पौष्टिक तत्वों का भंडार माना जाता है। यहां हम 1 कप (198 ग्राम) दाल में उपलब्ध पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
अमाउंट पर सिलेक्टेड सर्विंग | ||
---|---|---|
पोषक तत्व | मात्रा | % डीवी |
कैलोरी | 230 (963 केजे) | 11 % |
कार्बोहाइड्रेट | 161 (674 केजे ) | – |
फैट | 6.3 (26.4 केजे ) | – |
प्रोटीन | 62.0 (260 केजे) | – |
एल्कोहल | 0.0 (0.0 केजे) | – |
फैट्स व फैटी एसिड | ||
टोटल फैट | 0.8 ग्राम | 1% |
सैचुरेटेड फैट | 0.1 ग्राम | 1% |
मोनोअनसैचुरेटेड फैट | 0.1 ग्राम | – |
पोलीअनसैचुरेटेड फैट | 0.3 ग्राम | – |
टोटल ट्रांस फैटी एसिड | – | – |
टोटल ट्रांस मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड | – | – |
टोटल ट्रांस पोलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड | – | – |
टोटल ओमेगा-3 फैटी एसिड | 73.3 मिलीग्राम | |
टोटल ओमेगा-6 फैटी एसिड | 271 मिलीग्राम | |
प्रोटीन व एमिनो एसिड | ||
प्रोटीन | 17.9 ग्राम | 36 % |
विटामिन्स | ||
विटामिन ए | 15.8 आईयू | 0 % |
विटामिन सी | 3.0 मिलीग्राम | 5 % |
विटामिन डी | – | – |
विटामिन ई (अल्फा टोकोफेरॉल) | 0.2 मिलीग्राम | 1 % |
विटामिन के | 3. 4 माइक्रोग्राम | 4 % |
थाइमिन | 0.3 मिलीग्राम | 22 % |
राइबोफ्लेविन | 0.1 मिलीग्राम | 9 % |
नियासिन | 2.1 मिलीग्राम | 10 % |
विटामिन बी6 | 0.4 मिलीग्राम | 18 % |
फोलेट | 358 माइक्रोग्राम | 90 % |
विटामिन बी12 | 0. 0 माइक्रोग्राम | 0 % |
कोलिन | 64.7 मिलीग्राम | |
बीटेन | – | – |
मिनरल्स | ||
कैल्शियम | 37.6 मिलीग्राम | 4% |
आयरन | 6.6 मिलीग्राम | 37% |
मैग्नीशियम | 71.3 मिलीग्राम | 18% |
फास्फोरस | 356 मिलीग्राम | 36 % |
पोटैशियम | 731 मिलीग्राम | 31 % |
सोडियम | 4.0 मिलीग्राम | 0 % |
जिंक | 2.5 मिलीग्राम | 17 % |
कॉपर | 0.5 मिलीग्राम | 25 % |
मैंगनीज | 1.0मिलीग्राम | 49 % |
सेलेनियम | 5.5 माइक्रोग्राम | 8% |
फ्लोराइड | – | – |
आगे लेख में हम मसूर की दाल बनाने के तरीके के बारे में बता रहे हैं।
मसूर की दाल कैसे पकाएं – How To Cook Lentils in Hindi
दाल बनाना भी एक कला है। दाल का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है, जब उसे सही तरीके से बनाया जाए। यहां हम आपको मूसर की दाल बनाने की विधि बता रहे हैं।
सामग्री :
- आधा कटोरी मसूर दाल
- 1 चम्मच हल्दी
- नमक स्वादानुसार
- लाल मिर्च स्वादानुसार
- 2 टमाटर
- तेल आवश्यकतानुसार
- 1 चम्मच जीरा
- हरी मिर्च
- हरा धनिया
- 1 बड़ा प्याज
दाल बनाने की सामान्य विधि :
- दाल को धोकर कुकर में डाल दें और दाल से 2 इंच ऊपर तक पानी डाल दें। साथ ही उसमें नमक, लाल मिर्च व हल्दी डालें।
- फिर उसे धीमी आंच में पकने के लिए रख दें।
- कुकर की 3 सीटी बजने तक उसे चूल्हे पर ही रहने दें। कुकर की 3 सीटी बजने के बाद आपकी दाल पूरी तरह से पक जाएगी।
- फिर एक फ्राई पैन में तेल को गर्म करें।
- तेल के गर्म होने पर पहले जीरा डाले, फिर कटी हुई हरी मिर्च और फिर प्याज डालें।
- प्याज को सुनहरे रंग का होने तक फ्राई करें।
- फिर उसमें टमाटर डालें और उन्हें गलने दें।
- टमाटर गलने के बाद कुकर से दाल को निकालकर उसमें डाल दें।
- करीब 5-10 मिनट तक उसे सामान्य आंच पर रहने दें। इस दौरान बीच-बीच में कड़छी चलाते रहें।
- इसके बाद दाल को गैस से उतारने के बाद गार्निश के लिए ऊपर से धनिया के पत्तों को बारीक काटकर डालें।
- फिर चावल या रोटी के साथ इसका आनंद लें।
यह थी मसूर दाल बनाने की विधि। आर्टिकल के अलगे हिस्से में हम मसूर दाल के नुकसान के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
मसूर दाल के नुकसान – Side Effects of Lentils in Hindi
वैसे तो मसूर की दाल खाने के फायदे अनेक हैं, लेकिन इसे अधिक मात्रा में खाने से आपको कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
- मसूर की दाल का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस बनने की समस्या हो सकती है।
- पथरी के मरीज को इसके सेवन से परहेज करना चाहिए। यह उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
- मसूर दाल का अधिक मात्रा में सेवन करने से गुर्दे में समस्या हो सकती है।
- आप किसी बीमारी के लिए दवाई खाते हैं, तो इस दाल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें, क्योंकि यह आपकी बीमारी पर गलत प्रभाव डाल सकती है।
मसूर दाल के नुकसान से आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। अगर आप इसका सही मात्रा में उपयोग करते हैं, तो आपको मसूर के दाल के फायदे जरूर मिलेंगे। मसूर दाल के फायदे के बारे में जानने के बाद आपका इसे खाने का मन कर रहा होगा, तो आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर मसूर के दाल के स्वाद का आनंद उठाएं। साथ ही अगर आपको मसूर दाल के संबंध में कोई और जानकारी चाहिए, तो आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हम से पूछ सकते हैं।
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