यह कहना गलत नहीं होगा कि मूंगफली के फायदे बादाम से किसी भी तरह से कम नहीं हैं। यह न सिर्फ ठंड के मौसम में दोस्तों के बीच हंसी-ठिठोली और टाइम पास का जरिया है, बल्कि यह पौष्टिक तत्वों का खजाना भी है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम मूंगफली खाने के फायदे बता रहे हैं। हालांकि, इनमें से कुछ फायदे ऐसे हैं, जो शायद कई लोगों को पता होंगे, लेकिन इसमें कुछ फायदे ऐसे हैं जिन्हें जानकर आप चौंक जाएंगे। आइए, अब जानते हैं मूंगफली के फायदे।
मूंगफली के बारे में जानें कुछ महत्वपूर्ण बातें
मूंगफली के फायदे पता करने से पहले उससे जुड़ी कुछ जानकारियों के बारे में जानना जरूरी है। बेशक, मूंगफली को फलियों की श्रेणी में रखा गया है, लेकिन इसमें बादाम व काजू जैसे सूखे मेवों के भी सभी गुण मौजूद हैं। यही कारण है कि इसे नट्स की श्रेणी में भी शामिल किया गया है। मूंगफली को कई नामों से जाना जाता है, जैसे हिंदी में मूंगफली, तेलगु में ‘पलेलु’ (Pallelu), तमिल में ‘कदलाई’ (Kadalai), मलयालम में ‘निलक्कड़ला’ (Nilakkadala), गुजराती में ‘सिंगदाना’ (Singdana) और मराठी में ‘शेंगदाना’ (Shengdaane) कहा जाता है। इसके अलावा, मूंगफली को जमीन से प्राप्त किया जाता है, जिस कारण इसे ग्राउंडनट भी कहा जाता है। मूंगफली आसानी से भारत में लगभग हर जगह वर्ष भर मिलती है। भारत में मूंगफली को सबसे ज्यादा तेल के रूप में और भुने हुए स्नैक के रूप में उपयोग किया जाता है।
आगे हम विस्तार से मूंगफली के फायदे बता रहे हैं।
मूंगफली के फायदे – Benefits of Peanut in Hindi
मूंगफली कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती है। सर्दी-जुकाम ठीक करने से लेकर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने, वजन कम करने, ऊर्जा बढ़ाने और पाचन शक्ति तक को बेहतर में मूंगफली खाने के फायदे हैं। यहां जानिए कि मूंगफली के फायदे क्या-क्या हैं।
सेहत के लिए मूंगफली के फायदे – Health Benefits of Peanut in Hindi
वैसे तो मूंगफली खाने के फायदे सेहत, त्वचा और बाल तीनों के लिए हैं, लेकिन हम शुरुआत करेंगे सेहत के लिए मूंगफली के फायदे से। नीचे हम आपको विस्तार से सेहत के लिए मूंगफली के फायदे बता रहे हैं।
1. ब्लड शुगर या डायबिटीज के लिए मूंगफली के फायदे
बदलती जीवनशैली के साथ कई बीमारियां आम हो चुकी हैं। ब्लड शुगर यानी डायबिटीज भी उन्हीं में से एक है। इस बीमारी का सही वक्त पर पता चलना जरूरी है, नहीं तो इससे शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं, खासकर किडनी। डायबिटीज तीन प्रकार के होते हैं टाइप 1 डायबिटीज, टाइप 2 डायबिटीज और गर्भावधि डायबिटीज। जिन्हें डायबिटीज है या जो लोग इससे बचना चाहते हैं, उन्हें अपनी डाइट में मूंगफली को जरूर शामिल करना चाहिए। मूंगफली में मौजूद मैंगनीज कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। वहीं, वसा और कार्बोहाइड्रेट चयापचय और खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में भी मदद करता है (1)। ऐसे में अगर आप मूंगफली का सेवन नहीं भी करना चाहें, तो बाजार में मिलने वाले पीनट बटर का सेवन कर सकते हैं। पीनट बटर के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है (2)।
2. दिमाग के लिए मूंगफली के फायदे
दिमाग तेज करने के मामले में बादाम खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन यही काम सस्ती-सी मूंगफली भी कर सकती है। मूंगफली और पीनट बटर में प्रचुर मात्रा में विटामिन-ई मौजूद होता है (3)। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो नर्वस मेम्ब्रेन की रक्षा करता है। इसमें मौजूद थायमिन (Thiamine) मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र तक ऊर्जा पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा, मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह भी ठीक रहता है (4)।
3. कैंसर से बचाव के लिए मूंगफली खाने के फायदे
मूंगफली के सेवन से कैंसर जैसी बीमारी से भी बचा जा सकता है। मूंगफली के सेवन से महिलाओं में होने वाले कोलन कैंसर (colon cancer) यानी पेट के कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है (5) (6)। आप मूंगफली की जगह पीनट बटर भी खा सकते हैं। खासतौर पर महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
4. ऊर्जा बढ़ाने के लिए मूंगफली के फायदे
घंटों कुर्सी पर बैठकर कंप्यूटर व लैपटॉप पर काम करना हो या घर के कामों की भागादौड़ी हो, हर काम में ऊर्जा की जरूरत होती है। ऐसे में उन आहारों को अपनी जीवनशैली में शामिल करना चाहिए, जिसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व हों और शरीर को ऊर्जा मिले। इस काम में मूंगफली आपकी मदद कर सकती है। मूंगफली में विटामिन, खनिज, पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं। इनसे आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में एनर्जी मिलती है (7)। आप मूंगफली को स्नैक्स के तौर पर फ्राई करके खाएं, इसकी चटनी बनाकर खाएं या फिर ब्रेड पर पीनट बटर लगाकर खाएं, आपको हर तरह से लाभ होगा।
5. हृदय रोग, नस के रोग और अल्जाइमर के लिए मूंगफली के फायदे
तनाव की वजह से दिल की बीमारी किसी को भी हो सकती है। इसके लिए सिर्फ दवाइयां ही नहीं, बल्कि सही खान-पान भी जरूरी है। ऐसे में मूंगफली का सेवन ह्रदय संबंधी परेशानी में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। मूंगफली में रेस्वेराट्रोल (Resveratrol) नामक एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाकर दिल के दौरे को रोक सकता है (8)। रेस्वेराट्रोल सिर्फ दिल की बीमारी ही नहीं, बल्कि नस के रोग, कैंसर, तंत्रिका रोगों, समय से पहले होने वाले एजिंग के लक्षणों, वायरल व फंगल संक्रमण से भी बचाव कर सकता है (9)।
इनके अलावा, बढ़ती उम्र के साथ होने वाली अल्जाइमर नामक बीमारी से भी बचा जा सकता है। अल्जाइमर में उम्र बढ़ने के साथ-साथ मरीज की याददाश्त कम होने लगती है। मूंगफली में नियासिन (niacin) मौजूद होता है, जो मस्तिष्क के लिए अच्छा होता है। सिर्फ अल्जाइमर ही नहीं, बल्कि दिमाग से जुड़ी कई अन्य समस्याओं से भी बचा जा सकता है (4)।
6. तनाव के लिए मूंगफली खाने के फायदे
ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो तनाव की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे बचने के लिए कुछ लोग दवाइयां खाते हैं, जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में अगर आप अपने आहार में मूंगफली को शामिल कर सकते हैं, तो तनाव से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। व्यक्ति को तनाव तब होता है, जब शरीर में सेरोटोनिन का स्तर कम हो जाता है, ऐसे में मूंगफली का सेवन काफी फायदेमंद होता है। मूंगफली में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है, जो शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है (10)। इसलिए, मूंगफली के सेवन से मन व दिमाग शांत होता है और तनाव से राहत मिलती है। आप मूंगफली को चाय के साथ स्नैक्स की तरह खा सकते हैं।
7. गठिया या हड्डियों के लिए मूंगफली के फायदे
अगर आप अपनी डायट में मूंगफली को शामिल करेंगे, तो गठिया की समस्या से काफी हद तक आराम मिलेगा। मधुमेह भी गठिया का एक कारण हो सकता है। ऐसे में मूंगफली के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है और शरीर के हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है। इसके अलावा, मूंगफली अन्य ड्राई फ्रूट्स की तुलना में सस्ती भी होती है (11)।
8. कोलेस्ट्रॉल के लिए मूंगफली खाने के फायदे
हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं – एचडीएल (HDL-high-density lipoprotein) यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल और दूसरा एलडीएल (LDL-low-density lipoprotein) यानी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल। जब हानिकारक कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, तो दिल की बीमारी, किडनी में समस्या, मोटापा, आंखों की बीमारी और ऐसी ही कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में अगर आप अपनी डाइट में मूंगफली को शामिल करें और कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बच सकते हैं। मूंगफली खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का निर्माण होता है (12) (13)। मूंगफली में मोनो-अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और ओलिक एसिड (oleic acid) होता है, जो दिल की बीमारियों से बचा सकता है (4)।
9. गॉलब्लैडर में स्टोन के लिए मूंगफली के फायदे
गॉलब्लैडर में पथरी की समस्या बहुत ही कष्टदायक होती है। अगर जल्द से जल्द इसका इलाज न कराया जाए, तो यह खतरनाक रूप भी ले सकती है। अक्सर इसके लक्षण सामान्य होते हैं, जिस कारण यह बीमारी जल्द पकड़ में नहीं आती है। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचान कर तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर दवाइयां तो लेनी ही चाहिए, साथ ही अपने खान-पान का भी ख्याल रखना चाहिए। इस मामले में मूंगफली आपको काफी हद तक आराम देगी। इसलिए, आप नियमित रूप से मूंगफली का सेवन कर सकते हैं (14)।
10. भ्रूण के विकास के लिए मूंगफली खाने के फायदे
गर्भवस्था किसी भी महिला के लिए महत्वपूर्ण चरण होता है। इस दौरान पौष्टिक आहार न लेने से भ्रूण के विकास में समस्या हो सकती है। कई बार शिशु न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स जैसी समस्या का शिकार हो जाता है। आपको बता दें कि न्यूरल ट्यूब एक रिबन की तरह होती है। यह भ्रूण की रीढ़ के हड्डी में, दिमाग और नसों में विकसित होती है। इस ट्यूब के ठीक तरह से विकसित न होने पर भ्रूण के महत्वपूर्ण अंग प्रभावित हो सकते हैं, जिससे न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट हो सकता है। अगर कोई महिला गर्भावस्था के पहले या गर्भावस्था के दौरान सीमित मात्रा में मूंगफली का सेवन करती है, तो इसमें मौजूद फोलिक एसिड व अन्य पोषक तत्व शिशु को न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से बचा सकते हैं।
नोट : अगर आपको मूंगफली से एलर्जी है या पहली बार मूंगफली खा रही हैं, तो एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
11. वजन संतुलित रखने के लिए मूंगफली के फायदे
मोटापे के कारण छोटी-मोटी कई समस्याएं और बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं। इसलिए, संतुलित वजन जरूरी है। आप अपनी डाइट में मूंगफली को शामिल कर बढ़ते वजन को रोक सकते हैं। जो महिलाएं सप्ताह में कम से कम दो बार मूंगफली या पीनट बटर खाती हैं, उन्हें मोटापा होने की आशंका उन महिलाओं के मुकाबले कम होती है, जो मूंगफनी नहीं खाती हैं। आप वजन कम करने के लिए ब्रेड स्लाइस पर पीनट बटर लगाकर खा सकती हैं (15)।
12. विटामिन
फल, सब्जियों व नट्स को विटामिन का अच्छा स्रोत माना गया है। हालांकि, कई बार अखरोट, बादाम व पिस्ता जैसे महंगे ड्राई फ्रूट्स खाना जेब पर काफी भारी पड़ जाता है। इस स्थिति में आपको जरूरी विटामिन सस्ती मूंगफली से मिल सकते हैं। जी हां, मूंगफली गुणों का खजाना है और विटामिन से भरपूर है। मूंगफली में बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन जैसे नियासिन (niacin), राइबोफ्लेविन (riboflavin), थियामिन(thiamin), पैंटोथेनिक एसिड (pantothenic acid) आदि होते हैं (4)। मूंगफली आपको अंदर से मजबूत बनाकर स्वस्थ रखेगी।
13. मिनरल्स
अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर सही तरह से काम करे, तो विटामिन्स के साथ-साथ मिनरल्स की भी जरूरत है। दिल को स्वस्थ्य रखना हो, मसूड़ों और दांतों को मजबूत करना हो, हड्डियों और मांसपेशियों को सही रखना हो या शरीर के अन्य अंगों को स्वस्थ रखना हो, तो मिनरल जरूरी होता है। ऐसे में मूंगफली आपके लिए गुणों का खजाना है। मूंगफली में पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, सेलेनियम और जिंक जैसे जरूरी मिनरल्स होते हैं (4)।
ऊपर आपने सेहत के लिए मूंगफली खाने के फायदे जानें, अब वक्त है त्वचा के लिए मूंगफली के फायदे जानने का।
त्वचा के लिए मूंगफली के फायदे – Skin Benefits of Peanut in Hindi
अगर आप अपनी त्वचा को लेकर चिंतित रहते हैं और चाहते हैं कि हर वक्त आपकी त्वचा निखरी लगे, तो फिर त्वचा के लिए मूंगफली के फायदे को जानें।
1. स्वस्थ्य त्वचा के लिए मूंगफली खाने के फायदे
शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाने से उसका असर हमारे शरीर, त्वचा और चेहरे पर पड़ता है। इससे त्वचा पर कील-मुहांसे होने लगते हैं, त्वचा रूखी-बेजान लगने लगती है या फिर चेहरा जरूरत से ज्यादा तैलीय हो जाता है। ऐसे में मूंगफली के सेवन से त्वचा स्वस्थ हो सकती है। मूंगफली में कई तरह के पौष्टिक तत्व जैसे – विटामिन व मैग्नीशियम होते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ नजर आती है (4)।
2. एंटी-एजिंग/झुर्रियों के लिए मूंगफली के फायदे
उम्र के साथ चेहरे पर झुर्रियां या फाइन लाइन्स दिखना सामान्य है, लेकिन कई बार धूल-मिट्टी, प्रदूषण, मौसम, तनाव और कई अन्य कारणों से उम्र से पहले ही त्वचा पर झुर्रियां आने लगती है। इससे निपटने के लिए लोग महंगी क्रीम व अन्य ब्यूडी प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं, लेकिन खास फर्क नहीं पड़ता है। ऐसे में मूंगफली आपकी मदद कर सकती है। मूंगफली में फैटी एसिड होता है (4)। मूंगफली के सेवन से झुर्रियां आदि त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बनने वाले तनाव और मूड स्विंग को कम करने में मदद मिलती है।
झुर्रियों के अलावा त्वचा की रंगत में बदलाव और त्वचा की गुणवत्ता में कमी आना भी बढ़ती उम्र के लक्षण होते हैं। ये किसी के लिए भी चिंता का कारण बन सकते हैं। ऐसे में मूंगफली के सेवन से काफी फर्क पड़ सकता है, क्योंकि मूंगफली में विटामिन-सी की मात्रा होती है (4), जो कोलेजन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। कोलेजन त्वचा, नस और कार्टिलेज के लिए जरूरी होता है। यह त्वचा में लचीलापन बनाए रखता है, ताकि त्वचा जवां और कोमल रहे।
3. एक्जिमा या सोरायसिस
बदलते मौसम, कीटाणुओं व पौष्टिक आहार न लेने आदि के कारण त्वचा पर एक्जिमा या सोरायसिस जैसी समस्या हो जाती है। ऐसे में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर मूंगफली इन त्वचा संबंधी समस्याओं को कम कर सकती है। मूंगफली में मौजूद फैटी एसिड सूजन और त्वचा की लालिमा को भी कम करता है। मूंगफली में विटामिन-ई, जिंक और मैग्नीशियम होता है, जो त्वचा को भीतर से दमकता हुआ रखता है और मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है। मूंगफली में मौजूद प्रोटीन त्वचा की कोशिकाओं में सुधार कर उन्हें फिर से उत्पन्न होने में मदद करता है (4)। इसके अलावा, आप मूंगफली के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं। मूंगफली के तेल में फ्लुसीनोलोन (Fluocinolone) मौजूद होता है। मूंगफली के तेल का इस्तेमाल स्कैल्प सोरायसिस और एटोपिक डरमिटाइटिस (atopic dermatitis) जैसे एक्जिमा के लिए भी किया जा सकता है (16)।
4. सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाव
गर्मियों का मौसम हो या ठंड का, धूप की हानिकारक किरणें त्वचा को क्षति पहुंचा सकती है। ये किरणें त्वचा की चमक को छीनकर उसे बेजान बना देती है। ऐसे में मूंगफली या मूंगफली का तेल त्वचा को सनबर्न से बचाता है और धूप से होने वाले टैन को भी काफी हद तक कम कर सकता है। इतना ही नहीं, ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के कारण भी त्वचा को नुकसान होता है। यह एक रासायनिक प्रक्रिया है, जिसमें मुक्त कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं में से इलेक्ट्रॉन को चुरा लेती हैं या निकाल देती हैं। ऐसे में मूंगफली में मौजूद विटामिन-ई ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस की क्षति के खिलाफ त्वचा की कोशिकाओं का बचाव करता है। इसलिए, आप मूंगफली का सेवन कर सकती हैं या उसका तेल लगा सकती है (17)।
5. त्वचा को मॉइस्चराइज और हाइड्रेट करे
बदलते मौसम के साथ त्वचा में भी कई बदलाव आते हैं। हवा की वजह से त्वचा अपनी नमी खोने लगती है और रूखी-बेजान होकर अपनी प्राकृतिक चमक खोने लगती है। कई बार तो मॉइस्चराइजर और लोशन का भी कोई असर नहीं होता है। ऐसे में आप मूंगफली का सेवन कर सकते हैं या मूंगफली का तेल लगा सकते हैं। मूंगफली में प्रचुर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है (18), जो त्वचा के लिए लाभकारी होता है। यह शरीर में किसी भी तरह के सूजन से बचाता है, त्वचा को फटने या रूखा होने से भी बचाता है। यह सूखी और पपड़ीदार त्वचा का इलाज करने के लिए भीतर से त्वचा को मॉइस्चराइज और हाइड्रेट कर सकता है।
6. त्वचा के रैशेज के लिए मूंगफली खाने के फायदे
अधिक गर्मी, एलर्जी, दवाइयों के साइड इफेक्ट, गलत खान-पान, धूल-मिट्टी, पसीने या फिर बैक्टीरिया के कारण त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं। कभी-कभी रैशेज कष्टदायक हो जाते हैं। ऐसे में मूंगफली पस्ट्युल (pustules) (19), त्वचा के रैशेज (skin rashes) और रोसासिया (rosacea) के इलाज के लिए प्रभावी हो सकती है।
नोट : अगर आपको पहले कभी मूंगफली या पीनट बटर से एलर्जी हुई है, तो आप इसका सेवन न करें या सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से पूछ लें।
सेहत और त्वचा के लिए मूंगफली खाने के फायदे तो आप जान ही गए हैं, अब वक्त है बालों के लिए मूंगफली के फायदे जानने का।
बालों के लिए मूंगफली के फायदे – Hair Benefits of Peanut in Hindi
मूंगफली में मौजूद पोषक तत्व बालों को काफी हद पोषण देकर उन्हें खूबसूरत बनाने में मदद कर सकते हैं। नीचे हम इसी बारे में आपको विस्तार से बता रहे हैं।
1. बालों को स्वस्थ रखने के लिए मूंगफली
मूंगफली में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो बालों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है। इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है (18), जो बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए स्कैल्प के स्वास्थ्य और हेयर फॉलिकल्स (hair follicles) को स्वस्थ रखता है, ताकि बालों को बढ़ने में मदद मिल सके।
2. लंबे-मजबूत बालों के लिए मूंगफली
लंबे-मजबूत बाल खूबसूरती में चार-चांद लगा देते हैं, लेकिन प्रदूषण और पोषक तत्वों की कमी से बाल टूटने लगते हैं। खासकर, विटामिन-ई की कमी से बाल कमजोर होकर टूट सकते हैं (20) (21), इसलिए अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ई युक्त मूंगफली को शामिल करें।
3. गंजेपन के लिए मूंगफली
बालों के झड़ने को कभी अनदेखा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे आप गंजेपन का शिकार हो सकते हैं। बढ़ती उम्र, दवाइयों के साइड इफेक्ट, पोषक तत्वों की कमी (20), आनुवंशिक, गर्भावस्था व गलत डाइट आदि कारणों से गंजेपन की परेशानी हो सकती है। महिलाएं रजनोवृत्ति के बाद हॉर्मोनल बदलाव के कारण बालों के झड़ने का शिकार हो सकती है (22)। ऐसे में अपने जीवनशैली में मूंगफली को शामिल कर आप अपने बालों के झड़ने को कुछ हद तक रोक सकते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व बालों के लिए लाभकारी होते हैं। आप मूंगफली का सेवन भूनकर या कच्चा भी खा सकते हैं।
आगे हम आपको मूंगफली में मौजूद सभी पौष्टिक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।
मूंगफली के पौष्टिक तत्व – Peanut Nutritional Value in Hindi
तत्व | पोषक मूल्य | आरडीए प्रतिशत |
---|---|---|
ऊर्जा | 567 Kcal | 29% |
कार्बोहाइड्रेट | 16.13 g | 12% |
प्रोटीन | 25.80 g | 46% |
टोटल फैट | 49.24 g | 165% |
कोलेस्ट्रॉल | 0 mg | 0% |
डाइटरी फाइबर | 8.5 g | 22% |
विटामिन्स | ||
फॉलेट्स | 240 µg | 60% |
नियासिन | 12.066 mg | 75% |
पैंटोथेनिक एसिड | 1.767 mg | 35% |
पायरीडॉक्सीन | 0.348 mg | 27% |
राइबोफ्लेविन | 0.135 mg | 10% |
थायमिन | 0.640 mg | 53% |
विटामिन ए | 0 IU | 0% |
विटामिन सी | 0mg | 0% |
विटामिन ई | 8.33 mg | 55.5% |
इलेक्ट्रोलाइट्स | ||
सोडियम | 18 mg | 1% |
पोटैशियम | 705 mg | 15% |
मिनरल्स | ||
कैल्शियम | 92 mg | 9% |
कॉपर | 1.144 mg | 127% |
आयरन | 4.58 mg | 57% |
मैग्नीशियम | 168 mg | 42% |
मैंगनीज | 1.934 mg | 84% |
फास्फोरस | 76 mg | 54% |
सेलेनियम | 7.2 µg | 13% |
जिंक | 3.27 mg | 30% |
फाइटो न्यूट्रिएंट्स | ||
बीटा कैरोटीन (Carotene-ß) | 0 µg | — |
क्रिप्टोजैन्थिन (Crypto-xanthin-ß) | 0 µg | — |
लुटिन जिआजेंथिन (Lutein-zeaxanthin) | 0 µg | — |
मूंगफली के नुकसान – Side Effects of Peanut in Hindi
किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। इसी प्रकार अधिक मूंगफली खाने से भी नुकसान हो सकता है। साथ ही कुछ लोगों को इसे खानी से परेशानी हो सकती है।
- मूंगफली से एलर्जी की समस्या हो सकती है। आपको पहले कभी मूंगफली से एलर्जी हुई है, तो इसे खाने से बचें। अगर आप पहली बार मूंगफली का सेवन कर रहे हैं, तो आप एक बार डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। आप चाहें तो पहले मूंगफली के एक या दो दाने खाकर देख लें कि यह आपको सूट कर रही है या नहीं। कुछ लोगों को मूंगफली खाने से सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसी स्थिति में बिना देर करते हुए डॉक्टर से संपर्क करें।
- अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो आपको त्वचा में खुजली व रैशेज की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, त्वचा या गले में सूजन की समस्या भी एलर्जी के ही लक्षण हैं।
- जरूरत से ज्यादा मूंगफली खाने से गैस, सीने में जलन यानी एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
- मूंगफली के सेवन से पेट से जुड़ी समस्या जैसे – लिवर की परेशानी भी हो सकती है।
- इसके सेवन से अस्थमा या दमा का अटैक हो सकता है। इसलिए, जिन्हें अस्थमा की समस्या है, वो थोड़ी सावधानी के साथ इसका सेवन करें। अगर आपको थायराइड है, तो मूंगफली के सेवन से बचें या किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ से बात करके ही इसका सेवन करें।
- मूंगफली की तासीर गर्म होती है, इसलिए ध्यान रहे कि आप ठंड के मौसम में इसका सेवन करें। अगर आप गर्मी में इसे खा रहे हैं, तो ज्यादा मात्रा में इसका सेवन न करें। गर्मी में इसके ज्यादा सेवन से पेट खराब की परेशानी भी हो सकती है।
आगे हम बता रहे हैं कि अच्छे मूंगफली का चयन कैसे किया जाए।
मूंगफली का चयन – How to Choose Good Peanut in Hindi
अच्छी मूंगफली चुनने के लिए नीचे हम कुछ जरूरी टिप्स बता रहे हैं :
- मूंगफली पूरे साल सुपरमार्केट और किराने की दुकानों में एयरटाइट पैकेट में उपलब्ध होती है। यह अलग-अलग रूप में जैसे – छिलके वाली, कच्ची, भुनी हुई या फिर नमक वाली होती है।
- छिलके वाले बिना पकी हुई (unshelled) मूंगफली हर मायने में प्रोसेस्ड मूंगफली से ज्यादा बेहतर है। प्रोसेस्ड नट के छिलके को निकालने के लिए कई तरह की रासायनिक प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।
- कच्ची मूंगफली खरीदते समय यह सुनिश्चित करें कि मूंगफली की फली क्रीम रंग की हो।
- मूंगफली खरीदते वक्त ध्यान रहे कि उसमें नमी या पैकेट के अंदर किसी भी प्रकार के कीड़े-मकोड़े न हो।
- छिलके वाले मूंगफली खरीदते वक्त ध्यान रखें कि वो सूखी न हो। इससे पता चलता है कि मूंगफली कितनी पुरानी है। ध्यान रहे मूंगफली का छिलका नाजुक हो, ताकि वो आसानी से निकल जाए या उसे आसानी से छिला जा सके।
- छिलके वाली या साबुत मूंगफली (Unshelled) को कई महीनों तक ठंडी और अंधेरी जगह में रखा जा सकता है, जबकि मूंगफली के दानों (shell) को सालों तक एयरटाइट कंटेनर में रखा जा सकता है।
- मूंगफली में तेल की मात्रा अधिक होती है, इसलिए कमरे के तापमान में लंबे समय तक रखने पर यह जल्दी खराब हो सकती है। आप मूंगफली को कमरे के तापमान में स्टोर कर सकते हैं, लेकिन इसकी ताजगी बनाए रखने और इसकी शेल्फ लाइफ को लंबा करने के लिए इन्हें रेफ्रिजरेटर में स्टोर किया जा सकता है। मूंगफली में पानी की मात्रा कम होती है, जिस कारण यह जमेगी नहीं।
- ध्यान रहे कि मूंगफली को स्टोर करने से पहले उसे काटे नहीं।
- अगर आप मूंगफली को सही तरीके से स्टोर नहीं करेंगे, तो यह नर्म, बासी और खराब हो सकती है।
- मूंगफली खरीदते और उपयोग करते वक्त उसे सूंघ लें। अगर उसमें से बदबू आए, तो इसका मतलब यह है मूंगफली खराब हो चुकी है।
- आप मूंगफली को शीशे के या प्लास्टिक कंटेनर और जिप लॉक बैग में स्टोर कर सकते हैं।
- मूंगफली किसी भी गंध को आसानी से अवशोषित कर लेती है, इसलिए उसे अन्य तीव्र गंध वाले या बदबूदार भोजन से दूर रखें।
- कई लोगों को मूंगफली भूनकर खाना पसंद है। यहां तक कि कुछ लोग मूंगफली को भूनकर कई-कई दिनों तक डिब्बे में बंद करके रखते हैं, लेकिन शायद उनको पता नहीं होगा कि मूंगफली भूनने से उसका प्राकृतिक तेल निकल जाता है और उसकी शेल्फ लाइफ भी कम हो जाती है। जहां कच्ची मूंगफली को एक हफ्ते तक स्टोर किया जा सकता है, वहीं भुनी हुई मूंगफली मुश्किल से एक या दो दिन तक ही ठीक रहती है।
आइए, अब जान लेते हैं कि मूंगफली कैसे खाएं।
मूंगफली का उपयोग कैसे करें – How to Use Peanut in Hindi
आप मूंगफली को आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है। नीचे हम इसी बारे में आपको बता रहे हैं।
1. उबली हुई मूंगफली
आप मूंगफली को उबालकर खा सकते हैं। कहा जाता है कि अमेरिका में मूंगफली को उबालकर खाना बहुत प्रचलित है। उबली हुई मूंगफली बहुत ही स्वादिष्ट होती है और सेहतमंद भी होती है, क्योंकि यह रोग से लड़ने वाले यौगिकों को लगभग चार गुना बढ़ा देती है। इसके अलावा, मूंगफली में कम मात्रा में सैचुरेटेड फैट होता है, जो इसे एक संपूर्ण आहार बनाता है। नीचे हम मूंगफली उबालने की विधि आपको बता रहे हैं।
- सबसे पहले मूंगफली को अच्छे से धो लें और फिर एक घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें।
- अब 200 एमएल पानी में एक चम्मच नमक मिला दें।
- फिर इसमें मुट्ठीभर मूंगफली डालकर उबाल लें।
मूंगफली में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है। इसलिए, इसे विभिन्न तरीकों जैसे – मक्खन, तेल, आटा और फ्लेक के रूप में उपयोग किया जाता है। मूंगफली का तेल बड़े पैमाने पर खाना पकाने और कृत्रिम मक्खन तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे हाइड्रोलिक प्रेशर लगाकर शेल और क्रश की हुई मूंगफली से निकाला जाता है।
2. मूंगफली का आटा
कई लोग मूंगफली के आटे का भी सेवन करते हैं। मूंगफली का आटा बनाने के लिए हल्की और उबली हुई सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली मूंगफली का चयन किया जाता है। फिर इन्हें भूना जाता है और कम वसा वाला आटा बनाया जाता है। इस आटे का उपयोग मिठाई बनाने या फिर बेकरी में किया जाता है। इसका उपयोग बेकिंग, कुकिंग और पाई बनाने के लिए भी किया जाता है।
3. पीनट बटर
कई लोग पीनट बटर यानी मूंगफली का मक्खन खाना भी पसंद करते हैं। यह आसानी से बाजार में व सुपरमार्केट में मिल जाता है, लेकिन आप इसे घर में भी बना सकते हैं। बाजार की तुलना में घर में बना पीनट बटर न सिर्फ सेहतमंद होगा, बल्कि सस्ता भी होगा। नीचे हम इसकी आसान विधि आपको बता रहे हैं :
सामग्री :
- दो से तीन कप मूंगफली
- आधा या एक चम्मच चीनी (आवश्यकतानुसार)
- एक चम्मच शहद (वैकल्पिक)
- एक चौथाई चम्मच या चुटकीभर नमक
- दो से तीन बड़े चम्मच मूंगफली का तेल या अन्य वेजिटेबल ऑयल
बनाने की विधि :
- पहले कड़ाही या पैन में कच्ची मूंगफली को बिना तेल-घी के भून लें।
- जब यह सुनहरी हो जाए, तो गैस बंद कर दें और इसे ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद इसके छिलके निकाल लें।
- फिर इसे मिक्सी में पीस लें। उसके बाद अन्य सामग्रियां जैसे – मूंगफली का तेल, चीनी, नमक व शहद मिलाकर एक बार और पीस लें।
- पीसते वक्त बीच-बीच में मिक्सी खोलकर पेस्ट को चलाते रहें, ताकि यह अच्छे से पेस्ट बन जाएं।
- ध्यान रहे कि आप सामग्रियों को मिलाकर एक बार चख लें और सामग्रियां अपने स्वाद अनुसार ही मिलाएं।
- अब आपका पीनट बटर तैयार है। आप इसे किसी साफ-सुथरे शीशे के बोतल या अन्य किसी जार में रख सकते हैं। फिर जब मन करे, तब आप इसे रोटी या ब्रेड के साथ खाएं।
4. भुनी हुई मूंगफली
भुनी हुई मूंगफली लोकप्रिय भारतीय स्नैक है और इसे तैयार करना भी आसान है। आप मूंगफली को बिना तेल-घी के कड़ाही या फ्राई पैन में भून सकते हैं। इसके अलावा, आप तेल-घी के साथ भी इसे भून सकते हैं और भूनते वक्त स्वादानुसार नमक भी मिला सकते हैं। भूनने के बाद खाते वक्त भी नमक मिलाया जा सकता है। आप भुनी हुई मूंगफली को स्नैक्स के तौर पर, मिक्सचर के साथ, खीरे-प्याज के साथ या अन्य कई तरीकों से सेवन कर सकते हैं।
मूंगफली को लम्बे समय तक सुरक्षित रखने का तरीका – How to Store Peanut in Hindi
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि इसे कैसे स्टोर किया जाए कि यह लंबे वक्त तक ठीक रहे। इसके लिए आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, हम आपको मूंगफली को लंबे वक्त तक सुरक्षित रखने का तरीका बता रहे हैं।
- आप मूंगफली के दानों को एयर टाइट जार में कुछ वक्त तक स्टोर करके रख सकते हैं।
- साबुत मूंगफली (Unshelled) को अगर ठंडी जगह पर रखा जाए, तो यह कई महीनों तक ठीक रह सकती है।
- ध्यान रहे कि मूंगफली में कीड़े भी लग सकते हैं, इसलिए अगर मूंगफली को फ्रिज में रखना है, तो उसे जीप लॉक बैग में डालकर रखें।
- घर में बने पीनट बटर को एयर टाइट डिब्बे में बंद करके फ्रिज में रखें। कोशिश करें कि इतना ही पीनट बटर बनाएं, जो एक-दो दिन में खत्म हो जाए।
- अगर आप बाजार से पीनट बटर खरीद रहे हैं, तो ध्यान रहे कि आप उसकी एक्सपायरी डेट देखकर ही खरीदें।
- अगर आप मूंगफली को भूनकर रख रहे हैं, तो कोशिश करें कि भुनी हुई मूंगफली उसी दिन या अगले दिन तक खत्म हो जाए। भुनी हुई मूंगफली को ज्यादा दिनों तक स्टोर न करें।
अगर मूंगफली का सही तरीके से सेवन किया जाए, तो मूंगफली खाने के फायदे अनेक हैं। अब जब आपको मूंगफली के फायदे पता चल चुके हैं, तो आप इसे अपनी डाइट में शामिल करना न भूलें। अगर बात करें मूंगफली के नुकसान की, तो सीमित मात्रा में उपयोग करने से नुकसान नहीं होगा। याद रखें कि सावधानी में ही सुरक्षा है। आप मूंगफली को संतुलित मात्रा में अपनी डाइट में शामिल कर इसके गुणों को अपने शरीर में अवशोषित कर खुद को सेहतमंद रखें और हमारे साथ अपने अनुभव नीचे दिए कमेंट में शेयर करना न भूलें।
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